बलरामपुर में पढ़ रही कड़ाके की ठंडक
भारी तापमान में गिरावट के चलते लोगों को हो रही समस्या
ठंड से बचाव को लेकर समुचित नहीं नगर पालिका की व्यवस्था
ब्यूरो रिपोर्ट बलरामपुर
बलरामपुर
बलरामपुर जिले में सर्द हवाओं के चलते गलन भरी ठंड पड़ रही है। शाम होते ही कोहरा और ठंड बढ़ जाता है जो सुबह करीब 10 से 11 बजे तक बना रहता है। दिन में निकल रही धूप लोगों के लिए नाकाफी साबित हो रही है। दोपहर में भी लोगो को अब ठंड के मौसम का सामना करना पड़ रहा है । जिले में एकाएक ठंड बढ़ गई। ठंड से लोग परेशान दिखे है। सबसे ज्यादा परेशानी यात्रियों को हो रही है। क्योंकि सुबह शाम लोगों को काफी यात्रा करना रहता है कुछ अपने बाइक से करते हैं तो कुछ बस का सहारा लेते जिससे काफी समस्या हो रही है।मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सोमवार को जिले का अधिकतम तापमान 18 एवं न्यूनतम 9 डिग्री के पास रहा है।
जिले में पिछले दो पखवारे से ठंड पड़ रही है।शुक्रवार सुबह दस बजे तक घना कोहरा छाया रहा। करीब दोपहर का समय होने को है लेकिन ठंड का एहसाह हो रहा है। हल्की धूप निकली हुई है लेकिन फिर भी ठिठुरन महसूस हो रही है। बदली छाने के साथ ठिठुरन भी बढ़ गई जिससे सर्द हवाएं एवं बदली ने लोगों को ठंड का एहसास करा दिया है। मौसम विज्ञानियों की मानें तो आने वाले दिनों में तेजी से ठंड बढ़ेगी। एक ओर जहां सर्द हवाओं ने गलन बढ़ा दी है वहीं प्रशासन की ओर से ठंड से बचाव के लिए समुचित इंतजाम न होने से लोग परेशान दिखाई दे रहे हैं। प्रशासन ने ठंड से बचाव के लिए तीनों तहसीलों को 15-15 सौ कंबल के साथ-साथ सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने के लिए तीनों तहसीलों को 50-50 हजार रुपए देने की बात कह रहा है। वहीं अब तक न तो किसी सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाया गया है और न ही गरीबों में कंबल वितरण ही कहीं दिखाई दे रहा है। प्रशासन की मानें तो ठंड से बचाव के लिए प्रत्येक तहसीलों को 15-15 सौ कंबल दिए गए हैं, लेकिन गरीबों में कंबल तिवरण कहीं दिख नहीं रहा है। कंबल वितरण न होने से सड़क के फुटपाथ पर गुजारा करने वालों सहित अन्य गरीब तत्वों के लोगों को ठिठुर-ठिठुर कर रात गुजारनी पड़ रही है।लोग कूड़ा इत्यादि जलाकर ठंड से बचाव करते दिखाई पड़े। ठंड का असर बाजारों पर भी दिखाई पर रहा है। शाम होते ही बाजारों में सन्नाटा पसर जाता है। नगर पालिका की और से ठंड से बचाव के लिए अब तक सार्वजनिक स्थानों एवं चौराहों पर अलाव नहीं जलाया गया है और न ही गरीबों में कंबल वितरण ही किया गया है। यहीं नहीं रोडवेज व रेलवे स्टेशन पर भी अलाव के इंतजाम नहीं किए गए है। जिस कारण दूर दराज से आने वाले यात्रियों को ठिठुर-ठिठुर कर रात बितानी पड़ रही है।
मरीज को हो रही समस्या
मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए भी प्रशासन की और से कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। मेमोरियल व जिला महिला चिकित्सालय में न तो अलाव की व्यवस्था की गई है और न ही तीमारदारों के ठहरने के लिए रैन बसेरे का ही इंतजाम किया गया है। यहां पर मरीजों के साथ आने वाले लोग कूड़ा इत्यादि जलाकर सड़क किनारे किसी तरह से रात काटने को विवस हैं। संयुक्त चिकित्सालय में रैन बसेरा बनाया गया है। हालांकि यहां भी अलाव की व्यवस्था न होने से अधिकांश तीमारदार कंपकंपाती ठंड में किसी तरह से रात बिता रहे हैं। कहीं किसी को बिस्तर मिल जा रहा है तो कंबल के लिए रात भर ठिठुरना पड़ रहा है।
समुचित व्यवस्था नहीं लोग परेशान
आदर्श नगर पालिका परिषद बलरामपुर की तरफ से ठंड को लेकर कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई है जिसके चलते लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है वैसे तो नगर पालिका प्रशासन को प्रत्येक चौराहा मोहल्लों के मोड़ों पर अलाव की व्यवस्था करनी चाहिए लेकिन यह व्यवस्था न के बराबर दिखाई दे रही है लोग खुद से ही कूड़ा करकट जलाकर समय बिता रहे जिसके चलते काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
वही इस संबंध में जब नगर पालिका अधिशासी अधिकारी लाल चंद्र मौर्य से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो संपर्क नहीं हो पाया और उनके द्वारा ना ही फोन रिसीव किया गया।
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