ताइवान के समर्थन को लेकर बाइडन पर भड़का चीन, जताई नाराज़गी कहा देश बांटने की किसी भी कोशिश को नहीं करेंगे बर्दाश्त

ताइवान के समर्थन को लेकर बाइडन पर भड़का चीन, जताई नाराज़गी कहा देश बांटने की किसी भी कोशिश को नहीं करेंगे बर्दाश्त

ताइवान के समर्थन को लेकर बाइडन पर भड़का चीन, जताई नाराज़गी कहा देश बांटने की किसी भी कोशिश को नहीं करेंगे बर्दाश्त


स्वतंत्र प्रभात 

चीन ने सोमवार को ताइवान के मुद्दे (Taiwan Issue) को लेकर अमेरिका पर करारा हमला बोला। चीन ने अपनी मंशा स्‍पष्‍ट करते हुए कहा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से ताइवान को शामिल करने (Reunification of Taiwan) के लिए पूरी कोशिश करेगा। चीन ने अमेरिका को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि वह अपनी संप्रभुता को बरकरार रखने में रोड़ा बनने वाली किसी भी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगा।
सीबीएस न्यूज’ ने बताया कि साक्षात्कार के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। इस नीति के तहत अमेरिका का मानना है कि ताइवान का मामला शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए, लेकिन नीति यह नहीं बताती कि चीनी हमले की स्थिति में अमेरिकी सुरक्षाबलों को भेजा जा सकता है या नहीं।
 

सभी मित्र देशों को लेकर मजबूती के साथ खड़ा रहेगा अमेरिका
उल्‍लेखनीय है कि इस साल मई के महीने में जब जो बाइडन जापान के दौरे पर थे तब उन्‍होंने कहा था कि अमेरिका जापान समेत अन्य मित्र देशों के साथ मजबूती से खड़ा होगा। टोक्यो में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जब बाइडन (US President Joe Biden) से पूछा गया था कि क्या अमेरिका ताइवान की रक्षा के लिए सैन्य मदद के साथ तैयार है तो अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने साफ शब्‍दों में कहा था कि हां अमेरिका ऐसा करेगा।
 

चीनी प्रवक्ता ने कहा, 
‘चीन इसकी निंदा करता है और इसका कड़ा विरोध करता है और इस संबंध में हमने कई अभ्यावेदन शुरू किए हैं।’ माओ ने कहा, ‘चीन केवल एक है और ताइवान इसका हिस्सा है तथा चीनी गणराज्य (पीआरसी) की सरकार पूरे चीन का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र सरकार है।’ उन्होंने कहा कि मातृभूमि के पूर्ण एकीकरण को प्राप्त करना सभी चीनी लोगों की साझा आकांक्षा और पवित्र कर्तव्य है। 
उन्होंने कहा, ‘हम अमेरिका से ताइवान के मुद्दे की अत्यंत महत्वपूर्ण और अत्यधिक संवेदनशील प्रकृति को पूरी तरह से समझने और 'एक चीन' सिद्धांत और तीन संयुक्त शासकीय परिपत्रों का पालन करने का आग्रह करते हैं, ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करने की अमेरिकी नेतृत्व की प्रतिबद्धता को गंभीरता से लागू करें।’ बाइडन का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की सरकार ने समुद्र में मिसाइल दागकर और निकटवर्ती इलाकों में लड़ाकू विमान भेजकर ताइवान को धमकाने की कोशिश की है। अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी समेत कई राजनीतिक हस्तियों ने ताइवान की यात्रा की है, जिसके कारण तनाव बढ़ गया है।

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