आजादी से अब तक पाराधमथुआ के ग्रामीणों को नसीब नहीं हो सका पंचायत भवन

आजादी से अब तक पाराधमथुआ के ग्रामीणों को नसीब नहीं हो सका पंचायत भवन

स्वतंत्र प्रभात

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मिल्कीपुर। मिल्कीपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत पाराधमथुआ (पूरब गांव) में आजादी के बाद से अब तक ग्राम सचिवालय ग्राम वासियों को नसीब नहीं हो सका है। जिसके चलते खुले में अथवा डॉक्टर अंबेडकर समुदायिक केंद्र पर ग्राम पंचायत की मीटिंग व खुली बैठक की जाती है। 1996-97 के तत्कालीन ग्राम प्रधान गंगू ने ग्राम पंचायत में पंचायत भवन का निर्माण कार्य शुरू कराया था। लेकिन निर्माण कार्य पूर्ण भी नहीं हो सका और वह खंडहर हो गया।
योगी सरकार ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया था कि जिस ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय ना हो उस ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय का निर्माण कराकर हाईटेक ग्राम सचिवालय स्थापित किया जाए। ताकि ग्राम सचिवालय पर ही जाकर ग्रामीण अपनी समस्याओं का निराकरण करा सके वहीं से खसरा, खतौनी, परिवार रजिस्टर नकल इत्यादि भी आसानी से प्राप्त कर सकें।
लेकिन शासन के निर्देश के बावजूद भी आज तक सचिवालय ग्राम प्रधानों को नसीब नहीं हो सका ।जब ग्राम सचिवालय ही नहीं रहेगा तो योगी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों को हाईटेक कैसे किया जाना संभव है। ग्राम प्रधान द्वारिका प्रसाद तिवारी ने बताया कि कई बार ग्राम सचिवालय निर्माण के लिए अधिकारियों को अवगत कराया गया लेकिन इस ओर उनका ध्यान नहीं जा रहा है।
ग्राम के मोहम्मद अयूब, बब्बू पांडे, निर्मल मौर्या, आदित्य प्रताप, स्वामी प्रसाद, दिनेश कुमार, गुड्डू, रामचंद्र, जयसवाल, सहदेव,संतोष तिवारी समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि जब पंचायत भवन का निर्माण हो रहा था तो हम लोगों में खुशी थी लेकिन 25 वर्ष बाद में पंचायत भवन ग्रामीणों को नसीब नहीं हुआ। जिला पंचायत राज अधिकारी अयोध्या दमनप्रीत अरोड़ा का कहना है कि यदि पंचायत भवन ग्राम पंचायत में नहीं बना होगा तो जांच कराकर अमल में लाया जाएगा।

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