नवाबगंज तहसील में पनप रहा भ्रष्टाचार सभी जिम्मेदार मौन

नवाबगंज तहसील में पनप रहा भ्रष्टाचार सभी जिम्मेदार मौन

स्वतंत्र प्रभात-
 
 बाराबंकी- भ्रष्टाचारियों को लेकर भाजपा सरकार दिन-प्रतिदिन नए नए कानून लेकर अम्ल करा रही है तो वहीं कुछ हठधर्मी अधिकारी और कर्मचारी सरकार की एक भी बात मानने को तैयार नहीं है जो पूरे नवाबगंज तहसील को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने जैसी कार्यशैली को बढ़ावा दे रहे हैं जहां पर देखा जाए तो प्रत्येक कर्मचारी के पास अवैध वसूली के लिए प्राइवेट दलालों को नियुक्त किया गया है खतौनी निकालने के लिए किसानों को बड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है जहां पर बाबू के सिवा अन्य प्राइवेट दलाल को वसूली के लिए तैनात किया गया है जो निर्धारित शुल्क से अधिक पैसे लेकर कार्य करता है।
IMG-20230410-WA0090
 
कई बार इस तरह के मामलों से संबंधित अधिवक्ताओं द्वारा शिकायतें भी की गई उसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही है पूरा मामला बाराबंकी जनपद के नवाबगंज तहसील परिसर का है जहां पर प्रत्येक सरकारी  कर्मचारी के पास एक नहीं दो दो प्राइवेट दलाल रखे गए हैं जिनका काम है सिर्फ गरीब किसानों का खून चूसना और वह दिन भर अवैध वसूली कर इन कर्मचारियों को मोटी रकम देते हैं ऐसा नहीं कि इस तहसील परिषर में कार्य कर रहे दलालों के संबंध में उच्च अधिकारियों को जानकारी ना हो जानकारी होते हुए भी अपने काली कमाई के स्रोत को उच्च अधिकारी भी बंद करना उचित नहीं समझते तमाम गरीब मजदूरों और लाचार किसानों की फाइलें सुविधा शुल्क ना देने के कारण तहसील परिसर में पड़ी कर्मचारियों के पैरों की धूल चाट रही है।
 
जिन पर कार्रवाई करने के लिए कोई भी जिम्मेदार तैयार नहीं है चाहे वह वरासत की फाइल हो या हैसियत प्रमाण पत्र हो चाहे क्यों ना धारा 24 से संबंधित अपने ही खेत की पैमाइश कराने की फाइल क्यों ना हो देखा जाए तो सभी कार्यों के लिए सिर्फ  इन प्राइवेट दलालों का ही सहारा लेना पड़ता है सूत्रों की माने तो इन दलालों के माध्यम से सरकारी कागजातों में हेराफेरी भी बड़ी ही आसानी से हो जाती है उक्त मामले को लेकर जानकारी के लिए जब उप जिलाधिकारी नवाबगंज के सरकारी नंबर पर कई बार संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन उठाना उचित नहीं समझा जबकि सूबे के मुखिया दिन प्रतिदिन समस्त अधिकारियों को यह हिदायतें दे रहे हैं कि सभी  अधिकारी कर्मचारी 24 घंटे फोन पर ऑनलाइन रहेंगे और बाराबंकी जनपद में ऑनलाइन की बात तो दूर फोन रिसीव करना ही उचित नहीं समझते।
- Article Page, end of article

स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।

About The Author

Post Comment

Comment List

No comments yet.

आपका शहर

महादेवपुरा वोटर सूची में हेरफेर के राहुल के आरोपों का केस सुप्रीम कोर्ट पहुँचा महादेवपुरा वोटर सूची में हेरफेर के राहुल के आरोपों का केस सुप्रीम कोर्ट पहुँचा
स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो प्रयागराज। कर्नाटक के महादेवपुरा की मतदाता सूची में कथित हेरफेर के जिस मामले को राहुल गांधी जनता...

अंतर्राष्ट्रीय

प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराने पर वकील को आजीवन कारावास की सजा और 5.1 लाख रुपये का जुर्माना प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराने पर वकील को आजीवन कारावास की सजा और 5.1 लाख रुपये का जुर्माना
लखनऊ-उत्तर प्रदेश  लखनऊ: विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम) विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने मंगलवार को एक दलित महिला के माध्यम...

Online Channel