एसएचओ के खिलाफ एसीपी को दी गई जॉच।

एसएचओ के खिलाफ एसीपी को दी गई जॉच।

स्वतंत्र प्रभात
प्रयागराज ।

- Article Page, after 1st paragraph
 गंगानगर में एसएचओ हंडिया धर्मेंद्र कुमार दुबे के द्वारा पीड़ित" नाम से ट्विटर अकाउंट  बनाए जाने के मामले में फिलहाल जांच बैठा दी गई है। एसीपी ह डिया को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रिपोर्ट के आधार पर इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई तय होगी। 

फिलहाल इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार दुबे अवकाश पर चले गए हैं। अवकाश से आने के बाद उनसे पूछताछ होगी। दरअसल, ट्विटर पर एसएचओ हंडिया धर्मेंद्र कुमार "दुबे के द्वारा पीड़ित" नाम से जनवरी 2023 में एक एकाउंट बनाया गया है। इस अकाउंट के संक्षिप्त परिचय में लिखा है कि एक बार  न्याय मांगने आइए खुद अपराधी बना देगी पुलिस"। 

खास बात यह है कि इस पर 1200 से ज्यादा ट्वीट हो चुके हैं और इस अकाउंट को 300 से ज्यादा लोग फॉलो भी कर चुके हैं। इसमें ज्यादातर शिकायतें हंडिया थाने से संबंधित हैं। सोशल मीडिया पर जब यह मामला ट्रेड करने लगा और मीडिया में खबरें सामने आई तक पुलिस महकमा जगा और इसकी जांच कराने की बात सामने आई। अब डीसीपी गंगानगर अभिषेक भारती ने जांच के आदेश दिए हैं। बताया कि एसीपी हंडिया को जांच कर रिपोर्ट देने को निर्देशित किया गया है। एसीपी  सुधीर कुमार ने बताया कि फिलहाल इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार दुबे अवकाश पर हैं। 

उनके वापस आने पर इस संबंध में पूछताछ की जाएगी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस ट्रविटर अकाउंट के बने 6 महीने बीत चुके हैं और पुलिस की सोशल मीडिया टीम की नजर इस पर क्यों नहीं पड़ी। इस अकाउंट पर लोगों ने अपने अपने मामलों में भी उच्चाधिकारियों से जांच और न्याय की गुहार लगाई है। बावजूद इसके अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?। शिकायतें ट्वीट करते समय जिला पुलिस को भी टैग किया गया है। उसके बाद भी अभी तक इस मामले को गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया यह बड़ा सवाल है।

- Article Page, end of article

स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।

About The Author

Post Comment

Comment List

No comments yet.

आपका शहर

महादेवपुरा वोटर सूची में हेरफेर के राहुल के आरोपों का केस सुप्रीम कोर्ट पहुँचा महादेवपुरा वोटर सूची में हेरफेर के राहुल के आरोपों का केस सुप्रीम कोर्ट पहुँचा
स्वतंत्र प्रभात ब्यूरो प्रयागराज। कर्नाटक के महादेवपुरा की मतदाता सूची में कथित हेरफेर के जिस मामले को राहुल गांधी जनता...

अंतर्राष्ट्रीय

प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराने पर वकील को आजीवन कारावास की सजा और 5.1 लाख रुपये का जुर्माना प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराने पर वकील को आजीवन कारावास की सजा और 5.1 लाख रुपये का जुर्माना
लखनऊ-उत्तर प्रदेश  लखनऊ: विशेष न्यायाधीश (एससी/एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम) विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने मंगलवार को एक दलित महिला के माध्यम...

Online Channel