योगी सरकार की सख्ती के बावजूद लहलहा रही भ्रष्टाचार की फसल....
सरकारी जमीनों के खेल में खूब चमक रही प्रधान व लेखपाल की तकदीर........
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लखीमपुर-खीरी। सीएम योगी तहसीलों में भ्रष्टाचार के मामलों को जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश देते हैं आम आदमी का दर्द बढ़ाने के कोढ़ में खाज का काम कर रही तहसीलों से भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए डिजीटाइजेशन का काम भी शुरू किया इसके बावजूद कोई खास फर्क नहीं पड़ा राजस्व अफसरों की सबसे निचली कड़ी यानी दो हजार ग्रेड पे वाले लेखपालों को सबसे ज्यादा जमीनों का खेल लुभा रहा है जिसके जरिए प्रदेश भर के तमाम लेखपालों की तकदीर न सिर्फ बदल चुकी बल्कि इनके सहारे राजस्व विभाग के जिम्मेदारों का धंधा भी खूब चमचमा रहा है ऐसे भ्रष्ट लेखपालों को मजदूरों और किसानों और सरकारी योजनाओं की जमीनों का सौदा करने में तनिक भी हिचकिचाहट नहीं है। नतीजतन बड़े शहरों में आलीशान मकान और सैकड़ों बीघों जमीनों के मालिकान अब लेखपाल साहब है।
चन्द पैसों के चक्कर में लेखपाल साहब व्यक्ति को मृत और दूसरे शख्स की जमीन आपके नाम दर्ज करने में एक पल भी नही लगायेंगे फिर चाहे लेखपाल साहब पर भले ही हेरा-फेरी व धोखाधड़ी का केस दर्ज हो जाए फिलहाल अपने ऊंचे रसूखदारों की पहुंच व धन-बल की दम पर जांच अधिकारियों को अपने पाले में मिलाकर स्वयं को साफ सुथरा रखने के पैंतरे पता है मामला कुछ भी भ्रष्टाचार की गेंद हमेशा साहब के पालें में ही थिरकती है फिलहाल लेखपालों के भ्रष्टाचार का ताबूत तोड़ने में अभी तक कोई भी सरकार सफल नहीं हुई है।
गत माह पूर्व एक धौरहरा तहसील के लेखपाल साहब व बैनामा लेखक समेत चार लोगों पर कोर्ट के आदेश पर धोखाधड़ी व हेराफेरी का केस दर्ज हुआ था शिकायतकर्ता का आरोप था कि राजस्व लेखपाल समेत अन्य लोगों ने छल कपट व धोखाधड़ी करते हुए जाली दस्तावेज तैयार कर किसी अज्ञात व्यक्ति को मृत खातेदार दिखाकर इतवारी पुत्र बलदेव के स्थान पर खड़ा करके जाली फर्जी बैनामा कराकर उक्त जमीन का दाखिल खारिज भी करा लिया था सूत्रों की माने तो अपने सगे-संबंधियों को बैनामा कराकर मोटी रकम वसूली थी फिलहाल मुकदमा ढाक के तीन पात की तरह रहा विवेचना अधिकारी ने अपनी कलम की स्याही से लेखपाल साहब समेत आरोपियों को अभयदान देकर क्लीन चिट दे दिया।
फिलहाल खीरी जिले में यह पहला मामला नहीं है ऐसा ही एक कारनामा जनपद की तहसील लखीमपुर के गांव श्रीनगर में ग्राम प्रधान पुत्र रफी व क्षेत्रीय लेखपाल ने कर दिखाया है गतदिनो पूर्व श्रीनगर गांव की बेशकीमती सरकारी जमीनों पर गांव के साधन संपन्न लोगों (यादव ब्रदर्स) ने दीवार, झोपड़ियां व पिलर बनाकर अवैध कब्जा कर लिया है नाम न छापने की शर्त पर दबी जुबान में मुस्कुराते हुए स्थानीय लोगों ने बताया प्रधान पुत्र रफी व लेखपाल ने सरकारी जमीनों की एवज में मोटी रकम वसूली है और प्रधान पुत्र ने अपने पास से ईंट,बालू सीमेंट व लेवर मिस्त्री देकर सरकारी जमीन पर पिलर बनवा दिया है गांव में ही पंचायत भवन की बाउंड्री वॉल का निर्माण प्रधान पुत्र रफी स्वयं पीली ईट व मानक विहीन सामग्री लगाकर करा रहा है फिलहाल सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे की खबरें भी समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई किन्तु दोषियों पर कार्यवाही पर सियासत भारी दिखीं नतीजतन श्रीनगर गांव की सरकारी जमीनों पर अभी तक कब्जामुक्त कराने में प्रशासन असफल रहा।
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