कुशीनगर : छोटी बजट के चक्कर में फेल हो रहा जटहां बगहा पूल निर्माण
एनएच 727 नेबुआ जटहां बगहा 15 किमी दूरी सर्वे नही हुआ, ठिकेदारों को चाहिए 19.5 की लंबी दूरी रसूखदार बजट
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फाइल फोटो – जटहां बगहा गंडक नदी पर नाव से यात्रा करते हैं किसान मजदूर यात्री
ब्यूरो प्रमुख प्रमोद रौनियार
कुशीनगर। कहा जाता हैं बड़ी मछली छोटी मछली को निगल जाती हैं वही हाल विशुनपुरा विकास खंड क्षेत्र के ऐतिहासिक बाजार जटहां बाजार/ खड्डा क्षेत्र के बड़ी क्षेत्रफल की आबादी जो जनप्रतिनिधियों को जीतने हराने का दमखम रखती हैं इन्हीं लोगों के द्वारा जटहां बगहा गंडक नदी पर पुल निर्माण मांग डेढ़ दशक पूर्व से किया जा रहा था। लेकिन इनकी मांग को अनदेखी करते हुए लंबी तस्वीर की रेखा खींचने वालो को रास नहीं आई, इस लिए कहना लाजमी हैं एनएच 727 से राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को जोड़ने का प्रस्ताव हैं। लेकिन 15 किमी दूरी के कारण एनएच 727 नेबुआ मार्ग से जटहां घाट और एसएसबी कैंप बगहा (बिहार) का सर्वे एनएच अथॉरिटीज के अधिकारियों द्वारा नही किया गया, क्यों कि बगहा से नेबुआ एनएच 727 से बगहा एनएच 727 सड़क 15 किमी में जुड़ जाता, परंतु बड़ी बजट बगहा बेलवानियां 19.5 किमी के चक्कर में जटहां बगहा गंडक नदी पर पुल निर्माण परियोजना पर ग्रहण लग गया हैं।
अलाइनमेंट ऑप्शन -1 जो वाल्मीकि वन्य जीव अभ्यारण्य और टाइगर आरक्षित क्षेत्र के बफर जोन से गुजर रहा है, सलाहकार द्वारा प्रस्तुत किया गया। प्रतिभागियों को सलाहकार द्वारा समझाया गया था कि इस विकल्प के लिए मिनिस्ट्री ऑफ इनवायरमेंट एंड फॉरेस्ट ( एम ओ ई एफ) से मंजूरी की आवश्यकता होगी जो कि बहुत ही कठिन प्रक्रिया है और समाशोधन के लिए लंबा समय लगेगा इसलिए राष्ट्रीय उच्च पथ, नेशनल हाइवेज प्राधिकरण (आरसीडी, एनएच अथॉरिटीज) और मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट & हाईवे ( एम ओ आर टी एच) के अधिकारियों ने विभिन्न बैठक में इस विकल्प को त्यागने का फैसला किया।
विकल्प-2 सलाहकार द्वारा प्रस्तुत किया गया ये विकल्प एनएच-727 के 83.0 km (रतन माला गांव के पास) से शुरू होता है (बगहा -1 बाईपास के साथ) फिर बगहा-1 के उत्तर-पश्चिम बाहरी इलाके बनकटवा, तिवारी टोला, वाणीपट्टी और बाबूई टोला के कृषि क्षेत्रों की ओर जाता है और फिर बगहा -1 और बगहा-2 के बीच 89 किमी (शास्त्री नगर के पास) एसएसबी कैंप कार्यालय से एनएच -727 को पार करता है। एनएच-727 को पार करने के ठीक बाद, संरेखण पश्चिम की ओर जाता है और गंडक नदी के बाएं किनारे में प्रवेश करता है। संरेखण फिर नदी के दाहिने किनारे को पार करता है (सरकार द्वारा निर्मित एक बांध) बाएं किनारे और दाहिने किनारे के बीच की दूरी के साथ लगभग 9.8 km है। जिसमें प्रमुख पुल या प्रमुख रिवर ट्रेनिगं वर्क्स के निर्माण की आवश्यकता है। नदी बेसिन के 9.8 km के इस खंड में, लंबाई का आधा हिस्सा मौसमी कृषि क्षेत्रों द्वारा कवर किया गया है। एसएसबी कैंप कार्यालय बगहा से बिहार के नैनहा पार कर यूपी के नरकहवा से बेलवनियां मिशन स्कूल एनएच 727 पनियहवा मार्ग को जोड़ रही हैं, बिहार सीमा के बाद यूपी का एक किमी भूभाग पड़ रहा हैं। इस परियोजना पर मुहर लगाते हुए इंजीनियरों की टीम ने डीपीआर तैयार कर दिया हैं। लेकिन अभी बजट की समंजूरी नही मिली हैं।
कंसल्टेंट ने ऑप्शन -3 भी प्रस्तुत किया जो यूपी और बिहार राज्य से गुजर रहा है। यह विकल्प –3 बगहा -1 के पास एनएच -727 के मौजूदा 84.0 किमी से शुरू होता है और उत्तर प्रदेश राज्य में नेबुआ के पास एनएच -727 के 133.65 किमी पर समाप्त देता है। इस विकल्प की कुल लंबाई 23.65 किमी है, जिसमें से 13 किमी उत्तर प्रदेश के अंतर्गत आता है। सभी प्रतिभागियों द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि यह विकल्प बेहतर नहीं होना चाहिए क्योंकि संरेखण की आधी से अधिक लंबाई उत्तर प्रदेश राज्य से गुजर रही है।
बजट के चक्कर में रायदताओ ने डाल दिया उल्टा चश्मा
कंसल्टेंट के ऑप्शन–3 में 15 किमी की दूरी में परियोजना तैयार हो जाती लेकिन बगहा से जटहां घाट सर्वे छोड़ छोड़ दिया गया और बगहा एसएसबी कैंप से बगहा 1 से आगे बढ़ कर दक्षिण सौरहा पंचायत के भिलोरवा टोला के बाद दक्षिण सीमा यूपी के माघी कोठिलवा आकर फिर पश्चिम दिशा किन्नरपट्टी से कंठीछपरा, पातीलार, नरहरिया, सिसवा गोइती पिपरपाती सीताछपरा से एनएच 727 नेबुआ सर्वे करके आधी से अधिक 13 किमी यूपी का भूभाग दिखा दिया गया हैं और कुल 15 किमी की दूरी पर पर्दा डालकर (बगहा जटहां नेबुआं) जनहित में सर्वे कार्य नहीं किया गया हैं। जब की जटहां बगहा नेबुआ सर्वे जनहित में अनिवार्य था। इसी परियोजना से बगहा दक्षिण पूर्व बिहार के ब्लॉक पिपरासी , ठकराहा, मधुबनी क्षेत्र के लाखों जनता के साथ यूपी के विशुनपुरा विकास खंड क्षेत्र सहित एतिहासिक बाजार जटहां बाजार का विकास होता।
अब प्रस्तावित परियोजना समझे राष्ट्रीय राजमार्ग 727 नेबुआ से 8 किमी जटहां घाट से 7 किमी एसएसबी कैंप बगहा 15 किमी की दूरी हैं। इस सर्वे को ढककर उल्टा बगहा 1 से सौरहा बिहार से यूपी के माघी कोठिलावा से पश्चिम किन्नर पट्टी कंठीछपरा, पतीलार होते हुए एनएच 727 नेबुआ 23.65 किमी दूरी जानबूझ कर बढ़ाया गया, क्यों कि 15 किमी में ही परियोजना पूरी होनी थी, जिसमें ठिकेदारो को कम चासनी खाने चाटने को मिलती। लेकिन जो बगहा से नैनहा (बिहार) यूपी के नरकहवा बेलवानिया से एनएच 727 पनियहवा 19.5 किमी को जोड़कर डीपीआर तैयार किया गया। उससे बगहा गंडक नदी दक्षिण क्षेत्र यूपी बिहार की जनता का दूर दूर तक कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। विवेकहीनता का परिचायक बनेगा करोड़ो की लागत का बगहा बेलवानियां पुल।
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