तीन दिन की झमाझम बरसात में जवाब दे गईं व्यवस्थाएं

विद्युत व्यवस्था हुई ध्वस्त, कहीं दीवार गिरी तो कहीं मकान

तीन दिन की झमाझम बरसात में जवाब दे गईं व्यवस्थाएं

किसानों को फसलों में हुआ है बड़ा नुकसान, भरपाई की मांग

मथुरा। तीन दिन से लगातार हो रही बरसात से आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। कई क्षेत्रों में किसानों को फसलों में भारी नुकसान हुआ है। लगातार बरसात से घरों में पानी घुस गया है। मथुरा में 24 घंटे के अंदर 117 एमएम बरसात रिकार्ड की गई है। वृंदावन में रंगजी मंदिर के बडे बगीचे की दीवार गिरने से 62 वर्षीय मनोरथ की मौत हो गई। वह यहां कई साल से काम कर रहे थे। मंदिर प्रबंधन को सुबह जानकारी हुई। चौमुहां के गांव बसई में एक मकान गिरने से नीचे दबीं 15 भेड बकरियों की मौत हो गई। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। मथुरा में रूपम सिनेमा की दीवार ढह गई। वहीं गांव गौसना में पानी की टंकी के नीचे की जमीन धंस गई, जिससे ग्रामीणों में दहशत है। सूचना मिलने के बाद एसडीएम, सीओ सदर आदि मौके पर पहुंचे और आसपास के मकानों को खाली करा दिया है।

वहीं जिस स्थान पर जमीन धंसी है वहां बेरीकेडिंग करा दी गई है। लगातार हो  रही बरसात से किसानों को नुकसान हुआ है। किसान संगठनों ने किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग की है। वहीं कई स्थानों पर बिजली गिरने की घटनाएं भी हुई हैं। गांव राल में बरसात से प्यारेलाल के मकान की दीवार भरभरा कर गिर गई। दीवार की चपेट में आकर आठ वर्षीय राधिका और छह वर्षीय चंचल घायल हो गईं। होमगार्ड हुकुम सिंह गोला का मकान भी बरसात में गिर गया है। लगातार हो रही बरसात को देखते हुए जिला प्रशासन आवश्यक कदम उठा रहा है। जिलाधिकारी से सभी एसडीएम को निर्देशित किया है। बरसात से हुए नुकसान की रिपोर्ट मांगी है।

जिलाधिकारी ने बैठक के बाद एक्टिव टीमों का गठन किया है। लगातार सर्वे कर अपडेट रिपोर्ट देंगी। हाइवे के सर्विस रोड पर पानी भरने से लोगों का भारी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। मथुरा में टैंक चौराहे से लक्ष्मी नगर तक की सड़क बेहद खस्ताहाल है। सड़क में गहरे गड्ढे हैं। बरसात का पानी भरने से ये गड्ढे लोगों के लिए मुसीबत बन गये हैं। जिसकी वजह से यहां जाम की स्थिति बनी रहती है।

महानगर के छत्ता बाजार के समीप प्राचीन श्री राम मंदिर के समीप लगातार हो रही बारिश के चलते एक पुराना मकान ढह गया जिसके चलते समीप वर्ती मकान के दरवाजे क्षतिग्रस्त हो गए और उनमें मलवा घुस गया जिसके बारे में स्थानीय निवासियों में मौके पर निरीक्षण करने आए अपर नगर आयुक्त रामजीलाल को जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व में इस इमारत के अंदर सरकारी स्कूल हुआ करता था और यह बिल्डिंग एक संस्था के अधीन थी जो 2012 में भी गिर चुकी थी जिसके बाद इस मकान के गिरे हुऐ मलबे को वापस उसके अंदर ही एक मंजिल तक भर दिया गया था

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