Kushinagar : रावण दहन, सत्य धर्म न्याय की जीत – आरपीएन सिंह
कुशीनगर। विजयादशमी के अवसर पर रावण दहन की परंपरा हमें याद दिलाती है कि अंत में सत्य, धर्म और न्याय की जीत होती है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और इसे विभिन्न स्थानों पर मनाया जाता है, जैसे कि आज पडरौना के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में राजघराना के कुंवर आरपीएन सिंह द्वारा रावण का पुतला दहन किया गया।
राज्यसभा सांसद कुंवर आरपीएन सिंह ने कहा कि रावण का पुतला दहन करने के पीछे का उद्देश्य यह है कि हम अपने जीवन से असत्य, अधर्म और अन्याय को दूर करें और सत्य, धर्म और न्याय की राह पर चलें। यह परंपरा हमें रामायण की कहानी की याद दिलाती है, जहां भगवान राम ने रावण को हराकर सत्य और धर्म की जीत की थी।
उन्होंने आगे कहा कि इस परंपरा को मनाने से हमें अपने जीवन में भी सत्य और धर्म की राह पर चलने की प्रेरणा मिलती है। हमें अपने जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए साहस और धैर्य की आवश्यकता होती है, और यह परंपरा हमें उसी की याद दिलाती है।
आज की इस पावन पर्व पर रामलीला मैदान में रावण की पुतला दहन देखने के लिए लाखों की उमड़ी जनता में गजब की उत्साह थी, खचाखच भरी मैदान पर आरपीएन सिंह द्वारा पहले आकाशीय लैटर्न लाइट छोड़ा गया और परंपरा का निर्वहन करते हुए राम द्वारा रावण को तीर से वार कर दहन शुरू किया गया। रावण की पुतले में भरी गई बेशकीमती पटाखों में रंगीली रंगो की फूटते आकाश में गुजते पटाखे करीब आधी घंटे तक दर्शकों को आकर्षित करती रही।
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