कजपुरा गांव में डबल रोल का बहरूपिया ले रहा लाभ अम्बेडकर नगर प्रशासन मौन

कजपुरा गांव में डबल रोल का बहरूपिया ले रहा लाभ अम्बेडकर नगर प्रशासन मौन

अम्बेडकरनगर। जिले के जलालपुर तहसील के अधिकारियों व कर्मचारियों को चकमा देकर लाभ ले रहा बहरूपिया जनपद में भूमाफिया गिरोह इतनी सक्रियता और जालसाजी से अधिकारियों व कर्मचारियों को गुमराह कर अपनी जड़ें मजबूत करता नजर आ रहा है जिससे गाँव के गरीब आम जनता को इन भूमाफिया गिरोह सदस्यों के कारनामो से भय का माहौल पूरी तरह से व्याप्त है क्योंकि इन भूमाफिया गिरोह हरिश्चंद्र , रमेश चंद्र, दिनेश चंद्र, पुत्रगण स्व त्रिवेणी, मिट्ठूलाल पुत्र स्व जगमोहन, रघुनाथ ,दूधनाथ पुत्रगण स्व रामचरित्र,सभापति पुत्र स्व दीनदयाल, संतोष, विनोद पुत्रगण स्व श्रीपति, मनोज ,सनोज पुत्रगण मिट्ठूलाल, निवासी ग्राम कजपुरा के इन लोगों का गिरोह इस समय इतनी सक्रियता व जुझारू तरीके से गरीबो की जमीन हड़पना सार्वजनिक भूमि जैसे खलिहान, ग्राम समाज, नाली व चकमार्ग पर अवैध अतिक्रमण व कब्जा करने का अभियान निरन्तर जारी है। 
 
यही नहीं इन लोगों  की हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि ग्राम समाज की ही जमीन को गाटा नम्बर बदलकर उपनिबंधक कार्यालय जलालपुर में दिनांक 19/10/2022 को हुआ बैनामा जिसमें इन भूमाफियाओं के गिरोह के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी रखते हुए कूटरचित तरीके से षडयंत्र पूर्वक ग्राम समाज की भूमि के क्रय विक्रय में जो गवाह है गोवर्धन यादव पुत्र श्रीराम निवासी ग्राम ताजूपूर तथा राजकरन पुत्र चंद्रबली निवासी ग्राम कजपुरा पिडेला ने इस बहरूपिया गिरोह के सदस्यों का पहचान किया है जब कि आज तक सभी लोगो ने चलचित्र सिनेमा और फिल्मों में ही डबल रोल के व्यक्ति को देखने को मिलता था पर आज के वर्तमान युग में ये डबल रोल का कर्मकाण्ड अम्बेडकर नगर जिले के जलालपुर तहसील अंतर्गत कजपुरा ग्राम सभा जो कि सम्मनपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। 
 
वहाँ धरातल पर आज डबल रोल का खलनायक अपनी फिल्म रिलीज करने में अधिकारियों व कर्मचारियों के संरक्षण से धीरे धीरे आगे बढ़ाता चला जा रहा है जिससे इस बहरूपिया का जो खुलासा हुआ वह नवंबर 2021 में कोतवाली अकबरपुर में दर्ज मुकदमा संख्या 514/2021के विवेचना के दौरान वादी मुकदमा सत्यम श्रीवास्तव के द्वारा फर्जी बैनामा के बाबत लगाए गए दस्तावेज बैनामा 11 फरवरी 2011 को उपनिबंधक कार्यालय अकबरपुर में ग्राम सभा अमरतल स्थित गाटा संख्या 400 के क्रय विक्रय में डबल रोल का बहरूपिया लापता व्यक्ति दूधनाथ के स्थान पर अपना फोटो व फर्जी पहचानपत्र लगाकर इन भूमाफियाओं के आपसी सहमति  व षडयंत्र से कूटरचित कर अमरतल निवासिनी विमला देवी पत्नी रामसुभग को विक्रय किया। 
 
जिसमें इस विक्रेता दूधनाथ के स्थान पर बने बहरूपिया की फ़ोटो की पहचान दूधनाथ के रूप में करने वाले अमरतल के वर्तमान प्रधान शिवपूजन पुत्र बखेडू है जबकि यह सभी को भलीभांति मालूम है कि दूधनाथ पुत्र रामचरित्र विगत लगभग 30 वर्षो से लापता हैं तथा इनका कोई कागजी रिकार्ड पहचान पत्र हेतु या फ़ोटो आज तक उपलब्ध नहीं हुआ है जिसमें कोतवाली अकबरपुर में दर्ज मुकदमे में विवेचना के दौरान इस बहरूपिया का असली चेहरा जिसकी पहचान ग्राम सचिव ,बीएलओ तथा स्थानीय थाना सम्मनपुर की जांच आख्या से यह स्पष्ट हुआ कि दूधनाथ विक्रेता नही है बल्कि डबल रोल का बहरूपिया सभापति पुत्र दीनदयाल ही दूधनाथ बनकर अधिकारियों व राजस्व कर्मचारियों के आंखों में धूल झोंककर कीमती भूमि विक्रय करने में सफलता हासिल कर लिया।
 
जिससे इस भूमाफिया गिरोह के लोगो का मनोबल इतना बढ़ गया है कि आज के समय में सार्वजनिक भूमि का क्रय विक्रय तथा खलिहान गाटा संख्या 573 स्थित ग्राम कजपुरा पर हुए अवैध अतिक्रमण पर बेदखली का अंतिम आदेश तहसीलदार जलालपुर न्यायालय से 15 जनवरी 2024 को पारित होने के बाद भी आज तक इसी डबल रोल के बहरूपिया सभापति द्वारा अवैध अतिक्रमण नही हटाया गया और न ही राजस्व कर्मचारियों द्वारा हटवाया ही गया जबकि इस डबल रोल के बहरूपिया सभापति को बचाने हेतु एक तरफ दूधनाथ के स्थान पर लगे फ़ोटो व पहचान के बचाव में कजपुरा निवासी राजेश विश्वकर्मा पुत्र स्व बुधिराम ने अपना सपथपत्र देकर यह बयान दिया कि उक्त बैनामे में लगी फ़ोटो दूधनाथ की ही है और विक्रेता दूधनाथ ही है। 
 
जबकि बैनामे में लगी फ़ोटो जो सभापति का है वही फ़ोटो अभी 11 नवंबर 2024 को जिला न्यायालय अम्बेडकर नगर के सीजेएम  कोर्ट में अभियुक्त सभापति नाम से आत्मसमर्पण के दौरान लगे फ़ोटो को जमानत लेने यही राजेश पुत्र बुधिराम ने जमानत लिया यही नही उक्त मुकदमे में अभियुक्त मिट्ठूलाल ने भी सभापति बताकर ही जमानत लिया है जिससे यह स्प्ष्ट है कि एक ही व्यक्ति को दो नामो से पहचान करने वाले भी इस जुर्म के पूरी तरीके से भागीदार है यह सब जानते हुए भी अम्बेडकर नगर पुलिस प्रशासन व राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के संरक्षण से जिला न्यायालय के द्वारा अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद भी बिना किसी तथ्य व साक्ष्य दूधनाथ के संबंध में होने के बाद भी विवेचक रामबली यादव ने फाइनल रिपोर्ट लगाकर अभियुक्तों का बचाव किया गया।
 
जबकि ग्राम सचिव व बीएलओ ने अपनी बयान में स्पष्ट लिखा है कि दूधनाथ पुत्र रामचरित्र का न तो परिवार रजिस्टर व वोटर लिस्ट में आज तक नाम दर्ज नही है इसके बाद भी ग्राम प्रधान अफसाना बानो व ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गुलाम अब्बास उर्फ आफताब ने बिना किसी साक्ष्य के ही डबल रोल के बहरूपिया को दूधनाथ बताकर बचाव किया गया जबकि दूसरी तरफ मनरेगा जॉब कार्ड में इस बहरूपिया का सभापति नाम से फ़ोटो लगाकर मनरेगा की मजदूरी बिना कार्य के ही भुगतान करना इससे यह स्पष्ट है कि वर्तमान ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव आपस में मिल मिलाकर इस बहरूपिया को संरक्षण प्रदान करते हुए आर्थिक मजबूती भी प्रदान करने का कार्य कर रहे है। 
 
यहाँ अम्बेडकर नगर जिले के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश का कोई भी फर्क नहीं पड़ने वाला है बल्कि उस आदेश के विपरीत ही सारे कार्य करते हुए इस तरह के लोगो का मनोबल बढ़ाते नजर आ रहे जिससे समाज में यह भय व्याप्त है कि ऐसे भूमाफिया गिरोह के लोग जब एक ही व्यक्ति दो नामो से कार्य कर के अनैतिक लाभ ले रहा है तो समाज में कोई भी भयानक घटना घटित कर सकता है तो अम्बेडकर नगर प्रशासन ऐसे व्यक्ति को किस नाम से अभियुक्त बनाकर कार्यवाही करेगी या संरक्षण प्रदान करेगी।
 

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