जो सबको साथ लेकर चलता है वहीं सनातन है। स्वामी दयानंद

जो सबको साथ लेकर चलता है वहीं सनातन है। स्वामी दयानंद

ब्यूरो प्रयागराज। प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित तृतीय कुंभ एंक्लेव में योगाचार्य धर्म चंद्र की पुस्तक "राष्ट्र के पुरोधा देश के महापुरुष का विमोचन ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष  चिदानंद मुनि एवं श्री राम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय  के कर कमलों द्वारा किया गया।
 
स्वामी दयानंद मुनि  महाराज ने कहा कि जो सबको साथ लेकर के चलता है वही सनातन है। सनातन संस्कृति समुद्र की भांति हैं जो सबको समाहित कर लेती है। कुंभ का आयोजन भी उसी का एक हिस्सा है। जिसमें विभिन्न संस्कृतियों  के विकास को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए विचार विमर्श की आवश्यकता है। राष्ट्र की  विरोधी शक्तियां सनातन संस्कृति को नष्ट करने को उतारू हैं लेकिन यह संस्कृति ऐसी विशाल है कि कुछ भी हो जाए फिर फिर उग आती है।
 
चंपत राय  ने कहा कि हमें भौतिक विकास के साथ ही आध्यात्मिक विकास पर भी जोर देने की आवश्यकता है। इसी आध्यात्मिक विकास के लिए हमारे ऋषियों महर्षियों ने  वेदादिक ग्रंथों की रचनाएं की । कुंभ का आयोजन इस विशाल संस्कृति के मंथन के लिए किया जाता है। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक प्रोफेसर आर एस वर्मा ने सभी विद्यार्थियों को कुंभ मेले में प्लास्टिक कचरा को कैसे उपयोगी बनाया जा सकता है इस विषय पर शोध करने की आवश्यकता है। मौके पर कुंभ एनक्लेव के प्रमुख सौरव पांडे एमएनएनआईटी के छात्र कल्याण विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राजीव वर्मा आदि उपस्थित रहे।
 
 

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