पौराणिक तमसा नदी में जहरीला पानी छोड़े जाने से मछलियों समेत असंख्य निर्दोष जलीय जीवो की मौत
अकबरपुर चीनी मिल के द्वारा नदी में छोड़ा गया है जहरीला पानी
प्रमोद कुमार वर्मा
अंबेडकरनगर। अकबरपुर चीनी मिल के द्वारा पौराणिक तमसा नदी में जहरीला पानी छोड़े जाने से मछलियों समेत असंख्य निर्दोष जलीय जीव मौत के गाल में समा गए। साथ ही भारी मात्रा में गंदा पानी छोड़े जाने से पूरे तमसा नदी का पानी जहरीला हो गया है। साथ ही भूगर्भीय जल को भी प्रदूषित कर रहा है।
चीनी मिल के चिमनी से निकलने वाली राख हवाओं को भी प्रदूषित कर रही है जिससे क्षेत्र के लोग अनेक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। कहने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा चीनी मिल का निरीक्षण किया जाता है लेकिन नदी में छोड़े गए इस गंदे पानी से साबित होता है कि जल शोधन संयंत्र सफेद हाथी के समान ही साबित हो रहे हैं। चीनी मिल प्रशासन के द्वारा किए गए इतने बड़े अपराध को आखिर क्या जिला प्रशासन संज्ञान में लेगा या नहीं। ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मापदंडों पर चीनी मिल खरी नहीं उतर रही है।
लगातार लोगों की जीवन के साथ खिलवाड़ करती नजर आ रही है। जहरीले नदी के पानी से जंगली जानवरों समेत मावेशियों में भी बीमारी फैलने की आशंका तेज हो गई है। नदी के किनारे बसे गांव भी प्रभावित हो सकते हैं, साथ ही किसान नदी किनारे अपनी फसलों की सिंचाई भी इसी पानी से करता था लेकिन नदी के प्रदूषित पानी से फसलों की सिंचाई करने से किसान के अंदर डर का माहौल पैदा हो गया है।
कहीं इस गंदे पानी से फसल की सिंचाई करने पर फसल खराब न हो जाए। विशेषज्ञ की माने तो चीनी मिल से निकलने वाला गंदा पानी तमसा नदी को प्रभावित करता ही है, साथ ही इस इलाके में आर्सेनिक की मात्रा ज्यादा बढ़ाने की आशंका है यदि यही स्थिति रही तो आने वाले समय में नलों से निकलने वाले शुद्ध पानी की जगह जहरीला पानी ही निकलेगा। जिससे कई अन्य गंभीर बीमारियां आसपास के लोगों में फैल सकती हैं।
विस्तार से खबर अगले अंक में .....…....
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