ग्राम पंचायत बड़ागांव मे मनरेगा योजना बनी प्रधान व पंचायत सचिव की कामधेनु

मामला विकासखंड फूलबेहड की ग्राम पंचायत बड़ागांव मे मनरेगायोजना मे फर्जी हाजिरी लगा नाबालिगो से मजदूरी  कराये जाने से जुडा है।

ग्राम पंचायत बड़ागांव मे मनरेगा योजना बनी प्रधान व पंचायत सचिव की कामधेनु

लखीमपुर खीरी

 

विकासखंड फुलबेहड की कई ग्राम पंचायतो मे फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन की लूट किए जाने का मामला क्षेत्र मे चर्चा का विषय  बनाहै। सूत्र बतातेहै कि मनरेगा मे चल रहे कमीशन के खेल के चलते जमकर भ्रष्टाचार और फजीबाडा का खेल खुलेआम खेला जा रहा है। ऐसा नही कि इस खेल की जानकारी जिम्मेदार अफसरो को नही है।वह सबकुछ जानने केबाद भी मोटे कमीशन के फेर मे गुलाटी मारे बैठे हुए  इस भ्रष्टाचार के खेल होते देख रहे है।

इसकी बानगी दिखाने हम आपको ले चलते है ग्राम पंचायत बड़ागांव जहांपर प्रधान और पंचायत सचिव की मिलीभगत से जमकर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहाहै।सूत्र  बताते है कि मनरेगा का काम देख रहे प्रधान  के भतीजे द्वारा फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है।

इतना ही नही इस ग्राम पंचायत मे प्रधान पति और पंचायत सचिव  की जुगलबंदी से नल रिबोर  और मरम्मत के साथ-साथ हयूम पाइप केनाम पर भले ही भारी भरकम बजट खर्च किया हो लेकिन कयी नल आज भी निष्प्रयोज्य  पडे देखे जा रहे है। एक नल की मरम्मत के लिए ग्रामीण को कयी कयी बार सी एम पोर्टल पर शिकायत करनी पडी तब जाकर नल की मरम्मत  कराई गई।

ग्राम पंचायत बड़ागांव मे मनरेगा योजना बनी प्रधान व पंचायत सचिव की कामधेनु

यह.नल आज भी गंगा और पीला पानी दे रहा है।वही एक अन्य हैण्डपम्प और बेकार  पडा है जिसके चलते लोगो को पीने केलिए पानी केलिए भारी कठिनाई का सामना करना पड रहा है।ग्रामीण ने बताया जब नल मरम्मत व रिबोर की बात  प्रधान और पंचायत सचिव  से की जाती हैतो प्रधान 2000रूपया जमा करने की बात कहते है।2000रूपया न दे पाने के चलते आज तक नल नही बनबाया गयाहै।

यही हाल शौचालय निर्माण काभीहै एक ग्रामीण लाभार्थी का सूची मेगामार्ट होने तथा पात्र होने के बाद भी उसको शौचालय निर्माण केलिए सरकार से मिलने बाली धनराशि का भुगतान  नही किया जा सका है ।मामले की जानकारी लेने पर उसने बताया कि प्रधान  धनराशि जारी करने के एवज मे 2000रुपया पहले मांग रहे है लाभार्थी पैसा दिखाने मे असमर्थ होने के चलते प्रधान और पंचायत सचिव द्वारा शौचालय की धनराशि जारी नहीं की जा रही है।

 

मनरेगा मे पिता की हाजिरी पर उनके नाबालिगो से कराया जा रहा काम--


ग्राम पंचायत बड़ागांव मे जाबकार्ड धारक सुशील कुमार  और दिनेश कुमार  बाहर मजदूरी करने चले जाते है और क ई महीनो के बाद वह वापस आते है उनके जाबकार्ड पर  प्रधान और पंचायत सचिव द्वारा उनके नाबालिक बच्चों विनुल व सोनू से नरेगा खुदवाया जाने का मामला चर्चा का विषय  बना है।

सूत्र  बताते है यहा पर भ्रष्टाचार का आलम यह है कि जाबकार्ड पर हाजिरी दिनेश कुमार और सुशील कुमार  के नाम पर भरी जाती है और पैसा भी उक्त दिनेश और  सुशील के नाम  निकाली जाती है जो भ्रष्टाचार और  वित्तीय अनियमितता का मामला बनता ही है साथ ही नाबालिग ब चर्चा से काम कराया जाना बालश्रम उन्मूलन अभियान को धता बताने के साथ ही सरकार व जिलेकी ईमानदार जिलाधिकारी के आदेशो की घोर अवहेलना भी है ।

मानक विपरीत इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य कराये जाने के आरोप ---


ग्राम पंचायत बड़ागांव मे करायें गये इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य मे व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार किए जाने कामामला सामने आया है।सूत्र बताते है कि बालक पंडित के घर तक लगाया गयी इंटरलॉकिंग मे रोडा डाले बगैर ही इंटरलॉकिंग लगवा दी गयी जबकि स्टीमेट मे रोडा पास है।और प्रथम श्रेणी की ईट होन के वाबजूद किन कारणो से पीला ईट की बाक्सिंग बनबायी गई 

अहम सबाल बनाहै।रोडा कम डालने को लेकर ग्रामीण के भारी विरोध के चलते एक इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य  आज भी अपूर्ण पडाहै।जो प्रधान और पंचायत सचिव के गठजोड से किये जा रहे भ्रष्टाचार की पोल खोलने को काफीहै।प्रधान व पंचायत सचिव के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार  और फर्जीवाडा पर एक नजर डाले तो ग्राम पंचायत के पंचायत सदस्यों ने खुले आम आरोप लगाया है की कार्यवाही रजिस्टर में पंचायत सदस्यों के हस्ताक्षर कराए बगैर ही मनमाने ढंग से कार्य योजना पास कर ली जाती है।

उक्त ग्राम पंचायत के लगभग आधा दर्जन निर्वाचित सदस्यों ने गत माह पूर्व खंड विकास अधिकारी फुलबेहड  को लिखित शिकायती पत्र देकर जांच कराए जाने की मांग की थी। खंड विकास अधिकारी को दिए गए अपने शिकायती पत्र में पंचायत सदस्यों ने आरोप लगाया था कि प्रधान व पंचायत सचिव द्वारा बगैर खुली बैठक किये और पंचायत सदस्यों के हस्ताक्षर कार्यवाही रजिस्टर पर करवाए बगैर ही मनमाने ढंग से कार्य योजना पास कर ली जाती है

उक्त कार्रवाई रजिस्टर पर उनके द्वारा हस्ताक्षर नहीं बनाए गए हैं और कार्यवाही रजिस्टर दिलाए जाने की भी मांग की थी ।कार्यवाही रजिस्टर न दिए जाने की स्थिति और दोषी ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव के विरुद्ध कार्यवाही न किए जाने पर लगभग आधा दर्जन निर्वाचित पंचायत सदस्यों ने इस्तीफा देने तक की बात खंड विकास अधिकारी से कही थी। यदि मुख्य विकास अधिकारी ले मामले का संज्ञान और कराये जांच टीम गठित कर ग्राम पंचायत बड़ागांव की जांच तो एक बड़े भ्रष्टाचार का खुलासा होना तय होगा।

वर्जन--
खण्ड विकास अधिकारी फूलबेहड पीयूष कुमारसिंह ने बताया मामला संज्ञान मे आया है जांच करायी जायेगी।

About The Author

Post Comment

Comment List

अंतर्राष्ट्रीय

इस्पात नगर केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग ! कई फायर स्टेशन की गाड़ियों ने आग पर पाया काबू  इस्पात नगर केमिकल फैक्ट्री में लगी भीषण आग ! कई फायर स्टेशन की गाड़ियों ने आग पर पाया काबू 
कानपुर।   आज सुबह इस्पात नगर स्थित एक कैमीकल फैक्ट्री के गोदाम में भीषण आग लग गई। आग ने इतना विकराल...

Online Channel