उत्तर प्रदेश में बालिका सशक्तिकरण को नई उड़ान
- शिक्षा, खेल और आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक सफलता
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- उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 39वीं रैंक प्राप्त कर एसडीएम बनीं अमरोहा की निधि, महोबा की निदा खातून ने नीट परीक्षा उत्तीर्ण कर एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की
- प्रयागराज की संध्या सरोज और प्रतापगढ़ की रिया पटेल ने जापान में वैज्ञानिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया
- अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप की विजेता टीम का हिस्सा रहीं उन्नाव की अर्चना, अंडर-14 राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता में बालिकाओं ने राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होने का गौरव प्राप्त किया
लखनऊ, 07 मार्च। उत्तर प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण और बालिका शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए ऐतिहासिक कदम उठा रही है। इस अवसर पर अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर प्रदेश के 75 जिलों में मिशन शक्ति का भव्य आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन महिला सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और शिक्षा को बढ़ावा देने से जुड़ा है, जो जमीनी स्तर पर बालिकाओं की आत्मरक्षा, जीवन कौशल और नेतृत्व क्षमता को सशक्त करेगा।
प्रदेश के 1.32 लाख विद्यालयों में बालिकाओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाएँ चलाई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त शैक्षिक रूप से पिछड़े विकास खंडों में शाला त्यागी तथा आउट ऑफ स्कूल बालिकाओं के लिए 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। इन विद्यालयों में 82,629 बालिकाएँ निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर रही हैं और 680 से अधिक स्कूलों को कक्षा 12 तक उच्चीकृत किया जा चुका है।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह प्रयास न केवल बालिकाओं की शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाकर एक उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर कर रहा है। सरकार की ये योजनाएँ प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक नया इतिहास रच रही हैं।
बेटियों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता
सरकार के प्रयास का प्रत्यक्ष प्रभाव दिखने लगा है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राएँ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता अर्जित कर रही हैं। अमरोहा की सुश्री निधि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में 39वीं रैंक हासिल कर एसडीएम बनीं, जबकि महोबा की सुश्री निदा खातून ने नीट परीक्षा उत्तीर्ण कर एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की। प्रयागराज की सुश्री संध्या सरोज और प्रतापगढ़ की सुश्री रिया पटेल को जापान में वैज्ञानिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिला।
खेल के क्षेत्र में प्रदेश की बेटियों की सफलता
महिला सशक्तिकरण केवल शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि खेल के क्षेत्र में भी बेटियाँ प्रदेश का नाम रोशन कर रही हैं। उन्नाव की सुश्री अर्चना देवी अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप की विजेता टीम का हिस्सा रही हैं, जबकि अंडर-14 राज्य स्तरीय फुटबॉल प्रतियोगिता में बालिकाओं ने उपविजेता स्थान प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर पर चयनित होने का गौरव प्राप्त किया। योगी सरकार द्वारा खेलों में बेटियों के लिए विशेष कोचिंग, छात्रवृत्तियों और प्रशिक्षण केंद्रों की सुविधा प्रदान की जा रही है, जिससे वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकें।
महिला सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए ठोस कदम
महिला सुरक्षा को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए सरकार द्वारा अब तक 11 लाख बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसके साथ ही, 1.36 लाख बालिकाओं को 'पावर एंजल' के रूप में प्रशिक्षित किया गया है, जो अपने समुदाय में महिला सुरक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। आर्थिक सशक्तिकरण के तहत, 50,000 बालिकाओं को बैंकिंग व वित्तीय साक्षरता का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भरता की राह पर अग्रसर किया गया है। इसके अतिरिक्त, महिलाओं को स्वरोजगार की दिशा में भी आगे बढ़ाने के लिए सेल्फ-हेल्प ग्रुप्स (एसएचजी) के माध्यम से विभिन्न योजनाएँ लागू की जा रही हैं। किशोर-किशोरियों को जीवन कौशल शिक्षा में दक्ष बनाने के लिए मीना मंच प्रदान किए गए हैं, जिसके माध्यम से इन्हें जिम्मेदार नागरिक तो बनाया ही जा रहा है, नेतृत्व की क्षमता का विकास भी किया जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष
आयोजन
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 पर मिशन शक्ति अभियान के तहत प्रदेशभर में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में महिला अधिकारों, आत्मरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और करियर विकास से जुड़े विविध आयोजन होंगे।
मंत्री ने कहा
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के अनुसार, "महिला सशक्तिकरण केवल एक योजना नहीं है, यह सरकार का एक संकल्प है। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार बेटियों को शिक्षित, सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।" उन्होंने आगे कहा, "सरकार जल्द ही कस्तूरबा गांधी विद्यालयों की संख्या बढ़ाने, डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने और महिला खिलाड़ियों के लिए विशेष स्कॉलरशिप प्रोग्राम लाने की योजना बना रही है।"
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