विष्णुप्रिया मणिपुरी भाषा शहीद सुदेश्ना की 30वीं पुण्यतिथि के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सम्मानपूर्वक धूमधाम से श्रीभूमि जिले में मनाया गया।

पुण्यतिथि के मौके पर भाषा शहीद सुदेश्ना के नाम पर दुल्लभछड़ा में ऑडिटोरियम हॉल बनाने का ऐलान किया: विधायक विजय मालाकार।

विष्णुप्रिया मणिपुरी भाषा शहीद सुदेश्ना की 30वीं पुण्यतिथि के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सम्मानपूर्वक धूमधाम से श्रीभूमि जिले में मनाया गया।

असम श्रीभूमि - भाषा शहीद सुदेश्ना सिन्हा विष्णुप्रिया मणिपुरी भाषा आन्दोलन में जान दे दी। इस दिन, असम के बराक घाटी में विष्णुप्रिया मणिपुरी लोगों की भाषा को मान्यता देने वाले शहीद सुदेश्ना सिन्हा थी: १६ मार्च, १९९६ को वह विष्णुप्रिया मणिपुरी भाषा आन्दोलन के लिए शहीद हुईं। आन्दोलन: असम के बराक घाटी में विष्णुप्रिया मणिपुरी लोगों के लंबे भाषा आन्दोलन के इतिहास में यह दिन एक स्मरणीय दिन है। वह शहीद हुईं जब असम श्रीभूमि जिले के पाथारकांदी के कलकलिघाट रेलवे स्टेशन पर लालफामिर की रैली में आंदोलन के वक्त पुलिस ने गोली चला दी इसी कारण आंदोलन में उनकी मौत हो गई, विष्णुप्रिया मणिपुरी भाषा के लिए अपनी जान दी।
IMG_20250317_094141
आज १६ मार्च (रविवार) इस शहीद दिवस के मौके पर सुदेश्ना सिन्हा वेदी पर विष्णुप्रिया मणिपुरी समाज के लोगों ने एक-एक कर श्रद्धांजलि अर्पित की और विधायक विजय मालाकार ने प्रणाम निवेदन कर फूल देकर श्रद्धांजलि अर्पित की और उसके बाद दुल्लभछड़ के डाकबंगले में सांस्कृतिक कार्यक्रमों भाग लिया. इस दिन श्रीभूमि जिले के दुल्लभछड़ा स्थित लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले के सामने स्थायी शहीद वेदी पर पुष्पार्घ्य अर्पित और माल्यार्पण के माध्यम से कार्यक्रम का आरंभ हुआ। अंत में डाक बंगला परिसर में समाजसेवी संगठन "विष्णुप्रिया मणिपुरी हिंगाला नुया मिंगाल" द्वारा आयोजित चर्चा सभा की अध्यक्षता गैर सरकारी शिक्षा संस्थान टी, एस आईडियल होम के प्राचार्य सूरोजित सिंह ने की।
 
मुख्य अतिथि के रूप में रामकृष्ण नगर विधानसभा के विधायक विजय मालाकार उपस्थित थे। इस दिन विधायक विजय ने स्थायी शहीद वेदी पर सुदेश्ना सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्घ्य अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। चर्चा सभा के शुभारंभ में कलाकार साधना सिंह ने शहीद सुदेश्ना सिंह पर लिखित गीत प्रस्तुत  किया। बाद में चर्चा सभा में उपस्थित वक्ताओं ने अपने भाषण में विष्णुप्रिय मणिपुरी भाषा आंदोलन के इतिहास को उजागर करते हुए शाहिद सुदेश्ना सिंह के आत्मबलिदान को श्रद्धा के साथ याद किया।
 
सीवीपी हाईयर सेकेंडरी स्कूल के पूर्व प्राचार्य ब्रज गोपाल सिंह ने अपने भाषण में कहा कि वर्तमान समय में विष्णुप्रिय मणिपुरी भाषा के अधिकांश शिक्षकों का रिटायरमेंट होने के बाद बराक के कई स्कूलों में ये पद खाली हैं। इससे हमारे छोटे बच्चे अपनी मातृभाषा के माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने विधायक विजय मालाकर का ईस पर ध्यान आकर्षित करते हुए विशेष टेट परीक्षा के माध्यम से बराक के विष्णुप्रिय मणिपुरी भाषा के शिक्षकों के पद भरने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब ये पद भरे जाएंगे, तब शहिद सुदेश्ना की आत्मा को संतुष्टि मिलेगा।
 
इस पर विधायक विजय ने अपने भाषण में कहा कि वह जल्द ही इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और शिक्षा मंत्री रौनज पेगू से बात करेंगे। साथ ही उनके नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल इस विषय में मंत्री के पास जाकर इस मांग को प्रस्तुत कर सके, इस व्यवस्था को भी सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा उस दिन विधायक दुल्लभछड़ा में विष्णुप्रिया मणिपुरी शहिद सुदेश्ना सिंह के नाम पर में पांच सौ सीटों वाली ऑडिटोरियम हॉल बनाने का ऐलान किया इसके अलावा पुस्तकालय का निर्माण करने के साथ-साथ अपनी क्षेत्र विकास कोष में से विष्णुप्रिया मणिपुरी शहीद सुदेश्ना सिन्हा की पूरी प्रतिमा स्थापित करने का वादा किया। इसके अलावा, वे घोषणा करते हैं कि हर साल शहीद दिवस पर विष्णुप्रिया मणिपुरी समाज के अग्रणी व्यक्तित्व और मेधावी छात्रों को उनके व्यक्तिगत प्रयासों से पुरस्कृत किया जाएगा।
 
इस दिन बच्चे नृत्य, गीत प्रस्तुत करते हैं और कविता पाठ करते हैं जिससे इस कार्यक्रम को और भी मनमोहक बना देते हैं। शाम को शहीद की याद में मोमबत्ती मार्च में सैकड़ों भाषा प्रेमियों ने दुल्लभछड़ा की मुख्य सड़कें परिक्रमा कीं। इस दिन कार्यक्रम में विष्णुप्रिया मणिपुरी विकास समिति के सदस्य तथा महासभा केंद्रीय समिति के सचिव सुर्जीत सिन्हा, सीवीपी स्कूल के पूर्व अध्यक्षक ब्रजगोपाल सिन्हा, अध्यापक देवाशीष सिन्हा, पूर्व शिक्षक कमला कांत यादव, बीजेपी दुल्लभछड़ा मंडल के पूर्व महासचिव प्रणव मुखर्जी, दरगाबंद जीपी के पूर्व अध्यक्ष हेमचंद्र चाटार्जी, मनोरंजन सिन्हा, कामिनी सिन्हा, डॉ. संतोष सिन्हा, स्वपन सिन्हा, दिवाकर राय, सुभेंदु दास, अंशुमान पाल सहित अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तित्व उपस्थित थे। इसके साथ ही पूरे कार्यक्रम का संचालन विष्णुप्रिया मणिपुरी हिंगला नुआ मिंगाल के अध्यक्ष देवब्रत सिन्हा, सचिव विश्वजीत सिन्हा और कार्यक्रम सभा के अध्यक्ष सुर्जीत सिन्हा द्वारा 30वाँ विष्णुप्रिया मणिपुरी भाषा शहीद दिवस धूमधाम से मनाया।
 
 

About The Author

Post Comment

Comment List

No comments yet.

अंतर्राष्ट्रीय

चंद्रयान-5 मिशन भारत और जापान के बीच एक संयुक्त प्रोजेक्ट, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी चंद्रयान-5 मिशन भारत और जापान के बीच एक संयुक्त प्रोजेक्ट, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
चंद्रयान-5 मिशन-  भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष, एस. सोमनाथ ने घोषणा की है कि भारत सरकार ने चंद्रयान-5...

Online Channel