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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

जन-गण-मन, अधिनायक जय हे

जन-गण-मन, अधिनायक जय हे हमारे राष्ट्रगान की उक्त पंक्तियों को मैं कभी नहीं भूलता,क्योंकि इसमें भारतीय जनतंत्र की  ,भारतीय गणतंत्र ,की और भारतीय मानसिकता की   जय के साथ-साथ उस अधिनायक की भी जय बोली गयी है जो अदृश्य है। भारतीय जनतंत्र और गणतंत्र के...
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उत्तर प्रदेश  राज्य 

कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का बड़ा बयान: "मुसलमान हमारे भाई, उनकी दशा एससी-एसटी से भी खराब"

कैबिनेट मंत्री संजय निषाद का बड़ा बयान: शाहगंज (जौनपुर) – उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद अपने विवादित बयानों के लिए अक्सर चर्चा में रहते हैं। गुरुवार को जौनपुर जिले के शाहगंज में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कई...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

मप्र नौकरशाही के भगवाकरण का श्रीगणेश

मप्र नौकरशाही के भगवाकरण का श्रीगणेश मध्य्प्रदेश में जो अब तक नहीं हुआ था,वो अब हो रहा है।  मध्य्प्रदेश में 2003  से अभी तक भाजपा की सरकार है। 19  महीने की कांग्रेस सरकार एक अपवाद थी। इस लंबे कार्यकाल में भाजपा ने प्रदेश में बहुत से...
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देश  भारत 

निर्वाचन आयोग ने चुनावी प्रक्रियाओं को और मजबूती के लिए राजनीतिक दलों के   नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किया

निर्वाचन आयोग ने चुनावी प्रक्रियाओं को और मजबूती के लिए राजनीतिक दलों के   नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किया प्रयागराज। निर्वाचन आयोग ने कानूनी ढांचे के भीतर चुनावी प्रक्रियाओं को और मजबूत करने के लिए राजनीतिक दलों के अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं को बातचीत के लिए आमंत्रित किया।    भारत निर्वाचन आयोग ने सभी राष्ट्रीय और राज्यीय राजनीतिक दलों से...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

सन्यास लेने से क्यों डरते हैं हमारे नेता ?

सन्यास लेने से क्यों डरते हैं हमारे नेता ?    ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया। दुनिया के तमाम क्रिकेटर स्मिथ की तरह ही क्रिकेट से एक तय समय के बाद खुद सन्यास लेने का सार्वजनिक ऐलान करते हैं ,लेकिन...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

कुर्सी का काला खेल, संगीत का उजला मेल

कुर्सी का काला खेल, संगीत का उजला मेल ज़िंदगी मानो  दो परस्पर विरोधी धाराओं का अखाड़ा है—एक ओर वह जो सत्ता की पिपासा में अपने कंठ को फाड़कर चीखता है, दूसरी ओर वह जो अपने सुरों की मल्हार  से  रूह को अमृतपान कराता है। राजनीति वह दलदल...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

मुफ्त की रेवड़ियों पर सुप्रीम टिप्पणी ज़रुरी 

मुफ्त की रेवड़ियों पर सुप्रीम टिप्पणी ज़रुरी  देश में आज एक प्रचलन चलने लगा है कि चुनाव के समय कुछ ऐसी घोषणा की जाए जो जनता को सीधे जोड़े। क्यों कि पुराने चुनावी वादों पर राजनैतिक दल अपना विश्वास खो चुके हैं और जब वह चुनाव के...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

मजबूत नेताओं से कमजोर होता विपक्ष 

मजबूत नेताओं से कमजोर होता विपक्ष  किसी भी दल व संगठन की मजबूती के लिए उसके नेतृत्व का मजबूत होना जरूरी है। यहां हम विपक्ष की बात कर रहे हैं जो मजबूत घटक दलों के होने के बाद भी कमजोर नजर आ रहा है। भारतीय जनता...
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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

धार्मिक उन्माद का धर्मनिरपेक्षता से संतुलन,नियंत्रण। 

धार्मिक उन्माद का धर्मनिरपेक्षता से संतुलन,नियंत्रण।  धर्मनिरपेक्षता लोकतंत्र को सशक्त करने हेतु एक महत्वपूर्ण संवेदनशील एवं शाश्वत सिद्धांत हैl धर्मनिरपेक्षता भारतीय राजनीति का मूल आधार तत्व कहैl जिसमें राजनीतिक दलों को भारतीय संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका अंतर्निहित हैl धर्मनिरपेक्षता धार्मिक उग्रवाद का बड़ा विरोधी भाव हैl...
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दिल्‍ली  राज्य 

एक पूर्वांचली पड़ा धन कुबेरों पर भारी, पूर्वांचल की एक अपील ने उखाड़ फेंकी बीजेपी उम्मीदवार के बदजुबानी की चर्नी

एक पूर्वांचली पड़ा धन कुबेरों पर भारी, पूर्वांचल की एक अपील ने उखाड़ फेंकी बीजेपी उम्मीदवार के बदजुबानी की चर्नी अब दिल्ली में पूर्वांचल की पैठ लगातार बढ़ती जा रही हैं जो कि सभी राजनीतिक दलों के लिए अब पूर्वांचल को विशेष स्थान देने पर मजबूर कर दिया है। पूर्वांचली अभी तक तो तमाम राजनीतिक दलों में बटे हुए थे...
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