स्मार्ट सिटी कानपुर में नहर बन चुकी है नाला 

स्वच्छ भारत अभियान महज  दिखावा बनकर रह गया। नगर निगम है अंजान - श्याम सिंह  पंवार संपादक 'जन सामना' 

स्मार्ट सिटी कानपुर में नहर बन चुकी है नाला 

कानपुर। आज प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी का स्मार्ट सिटी कानपुर के गुमटी क्षेत्र में रोड शो है। इस रोड के बारे में जैसे ही जिला प्रशासन को जैसे ही जानकारी मिली, वैसे ही पूरा का पूरा जिला प्रशासन गुमटी व आसपास के मुहल्लों का ‘मेकअप’ करने में जुटा पाया गया। इसमें शक की कोई गुजाइश नहीं कि वर्षों की हकीकत को छुपाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी गई !
 
प्रधानमन्त्री के रोड शो के चलते जीटी रोड व आस पड़ोस की सड़कों पर ‘एम्बुलेंस’ तक को रोकने का फरमान जारी कर दिया गया। यह फरमान कितना उचित है या अनुचित इस बारे में कुछ कहने की हिम्मत मेरी तो है नहीं और आपकी पता नहीं ??
क्योंकि यह मामला विश्व के सबसे लोक प्रिय नेता अर्थात ‘विश्वगुरू’ से जुड़ा है।
 
लेकिन, आपको याद दिला दूं कि ‘मोदी’ का एक सबसे प्रासंगिक अभियान रहा है ‘‘स्वच्छ भारत अभियान’’। कानपुर स्मार्ट सिटी में दिखने वाले कुछ नजारों को देख इस अभियान पर सवाल इस लिये उठा रहा हूं क्योंकि कानपुर के अधिकतर पार्षद, विधायक, सांसद, महापौर, सूबे के मुख्यमन्त्री व देश के प्रधानमन्त्री एक ही दल के हैं फिर भी रहन-सहन की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को पलीता लगाने की जिम्मेदारी किसकी ? याद रहे कि रोड शो के पहले आस पड़ोस में स्वच्छता कार्य अर्थात झाड़ू लगाने का डिंडोरा भी पीट कर रश्म अदायगी की गई है।
 
आपके समक्ष जो नजारा प्रस्तुत है, वह नजारा एक नहर का है और छठ पूजा पर्व सहित अन्य पारम्परिक पर्वों की दृष्टि से यह नहर बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह नहर दबौली, रतनलाल नगर, सीटीआई, बर्रा, डब्ल्यू-2, नौबस्ता सहित अनेक क्षेत्रों से गुजरती है।
 
इस नहर में कई स्थानों पर वर्तमान में ऐसे नजारे दिख रहे हैं जो जिला प्रशासन के साथ-साथ सत्ता दल से सम्बन्धित कानपुर स्मार्ट सिटी के सभी जन प्रतिनिधियों की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं और जवाब चाहते हैं कि गलती किसकी, जनता की, जन प्रतिनिधियों की या फिर जिला प्रशासन की   इस नहर के नजारा आप स्वयं देखें, ऐसे नजारे अन्य स्थानों पर भी देखे जा सकते हैं, यहां पशु नहीं बल्कि इन्सान अधिक संख्या में रहते हैं। नजारे को देखकर आप अपनी राय अवश्य व्यक्त करें।

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

सुप्रीम कोर्ट ने दी गौतम नवलखा को जमानत- '4 साल में भी आरोप तय नहीं'। सुप्रीम कोर्ट ने दी गौतम नवलखा को जमानत- '4 साल में भी आरोप तय नहीं'।
स्वंतत्र प्रभात ब्यूरो।     सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को एल्गार परिषद-माओवादी संबंध मामले में मानवाधिकार कार्यकर्ता गौतम नवलखा को जमानत दे...

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel