कहने को तो यहां पर नहरो का जाल विछा है पर नहरों में पानी नहीं 

पानी न आने से किसान परेशान विभाग मौन

कहने को तो यहां पर नहरो का जाल विछा है पर नहरों में पानी नहीं 

बरेली। भदपुरा विकासखंड क्षेत्र की सभी शारदा खंड की नहरों में पानी न आने से किसान परेशान हो गए हैं। सरसों गेहूं गन्ने की फसल खेतों में पानी की को तरस रही हैं। इससे किसानों की चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती है। उधर गन्ने के भुगतान न होने से बच्चों के स्कूल का खर्चा घरेलू काम काज के लिए रुपए की जरूरत पूरी नहीं होती है। ऐसे में किसान खेतों में पानी कहा से लगाए। नहरों में पानी न आने जाने से क्षेत्र में लगभग 50 प्रतिशत किसानों का नुक़सान हो जाएगा। अब तक कुछ नहरों की सफाई तक नहीं की गई है, लेकिन जिम्मेदार खामोश हैं।
 
 खेतों में इस वक्त सरसों गेहूं की फसल तैयार की जा रही है। किसानों को सिंचाई के लिए पानी की अत्यधिक जरूरत है। उनका कहना है कि नहरों की सफाई नहीं हुई है। ऐसे में पानी छोड़े जाने पर नहर कटने की संभावना अधिक रहेगी। और जहां सफाई हो गई है उसमें फिर से घास उग आई है। लेकिन पानी नहीं आया।
 
किसान कांता प्रसाद, सुनील कुमार ,रमेश पाल, रामकुमार अमरसिंह वृदांवन, छेदा लाल आदि का कहना है कि जब जरूरत होती है तो नहर में पानी बिल्कुल नहीं आता है, जबकि किसानों को पानी की जरूरत नहीं होती है, तब नहर में पानी छोड़ा जाता है। बेमौसम पानी छोड़ जाने से फसलों को क्षति पहुंचती है।
 
इस समय नहर में पानी नहीं होने से किसान सिंचाई नहीं कर पाते पर पानी नहीं  हैं। वही जंगली जानवर भी गांव की तरफ पानी की तलाश में आ जाते हैं इस समय बोरिंग से किसानों को खेत की सिंचाई करनी पड़ रही है। शारदा नहर के रजबाहे नवदिया,कुंवरपुर तुलसी पट्टी, सिठौरा, नकटी नारायणपुर होते हुए निकलती हैं। वही क्षेत्र में दूसरा रजवाहा परतीतपुर, कटैया आत्मा राम, सरोरा, डडिया नज्मुलनीशा, ढकिया बर्कली साहब होते हुए तिगरी निकलती है। लेकिन न तो नहर की सफाई हुई है न ही किसी नहर में अब तक पानी आया है।
 

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