रास्ता विहीन पंचायत भवन है असली विकास की तस्वीर
खण्ड विकास अधिकारी नहीं दे सके माकूल जवाब

अम्बेडकरनगर।
सरकार आम जनमानस की सुविधा के लिए आए दिन एक न एक नई व्यवस्था एवं योजना लाती रहती है लेकिन उसे धरातल पर लाने में प्रदेश से लेकर जिले और यहां तक कि विकास खण्ड स्तर के अधिकारियों की पूरी भूमिका होती है लेकिन सरकारी व्यवस्थाओं और योजनाओं को तब पलीता लगा जाता है जब जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी निष्क्रिय व भ्रष्टाचार युक्त हो जाते हैं। ऐसी ही निष्क्रियता का खामियाजा अकबरपुर विकास खण्ड के रुकुनुद्दीन पुर गांव पंचायत के लोग भी भुगत रहे हैं।
जानकारी के लिए बताते चले कि जिले के सदर ब्लॉक अकबरपुर में पड़ने वाली ग्राम पंचायत रुकुनुद्दीन पुर में सरकारी योजना के तहत पंचायत भवन का निर्माण लगभग 15 वर्ष पहले हुआ लेकिन विभागीय अधिकारियों की निष्क्रियता के चलते अभी तक उक्त भवन तक जाने के लिए कोई अपना स्वयं का उचित एवं व्यवस्थित रास्ता ही नहीं बन पाया है।
इस पंचायत भवन तक जाने के लिए ग्रामीणों को खेत के मेड़ का सहारा लेना पड़ता है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी रास्ता बनवाने की सुधि नहीं लेते हैं। जबकि इस भवन की रंगाई पुताई मेंटेनेंस इत्यादि में समय समय पर लाखों रुपए का वारा न्यारा भी हो जाता है। जबकि कहीं कही टूटी हुई टाइल्स व दिवाल की प्लास्टर भवन में मेंटेनेंस इत्यादि के लिए कराए गए कार्यों की गुणवत्ता का बखूबी बखान कर रहे हैं।
ग्राम प्रधान ने बताया
रुकुनुद्दीन पुर ग्राम सभा के वर्तमान समय के ग्राम प्रधान त्रिवेणी यादव से टेलीफोनिक वार्ता में यह जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त पंचायत भवन लगभग 15 साल पहले निर्मित किया गया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण लिंक रोड से पंचायत भवन के बीच में बरसावा हाशिमपुर के काश्तकार का खेत है जिसपर चकरोड नहीं है। पंचायत भवन के सामने जो जमीन रुकुनुद्दीन पुर की है उसपर कोई व्यक्ति काबिज है और मुकदमा भी कर रखा है जिसके कारण रास्ता नहीं बन पा रहा है। अब सवाल यह उठता है कि कबतक मुकदमे की आड़ में पंचायत भवन रास्ता विहीन रहेगा।
ग्राम्य विकास अधिकारी/ सचिव का नहीं उठा फोन
उपरोक्त के बाबत ग्राम पंचायत रुकुनुद्दीन पुर के सचिव से जानकारी लेने का प्रयास किया गया लेकिन सेक्रेटरी द्वारा मोबाइल फोन रिसीव नहीं किया गया।
खण्ड विकास अधिकारी नहीं दे सके माकूल जवाब
खण्ड विकास अधिकारी अकबरपुर से पंचायत भवन रुकुनुद्दीन पुर में रास्ता न होने के बाबत सामने से मौखिक तौर पर सवाल किए जाने पर उनके द्वारा कोई माकूल जवाब नहीं दिया गया। जितनी बार रास्ते के बारे में सवाल किया टालमटोल ही हाथ लगा।
फिलहाल रुकुनुद्दीन पुर के साथ साथ अन्य ग्राम सभाओं के विकास कार्यों में हुए गोलमाल की फेहरिस्त लम्बी है। कहीं नालियां चोक हैं तो कहीं कूड़े का अंबार लगा है। हैडपम्प के रिबोर की तो पूछना ही क्या.....
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