swatantra prabhat Sampadkiya
संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

होली के रंगो पर हुड़दंग और हिंसा की कालिख क्यों ! 

होली के रंगो पर हुड़दंग और हिंसा की कालिख क्यों !  समाज में बंधुत्व प्रेम सद्भाव समरसता के संदेश का रंगपर्व आखिर क्यों बन जाता है कलह वैमनस्यता खून खराबे का दिन? आप जानते हैं कि इस बार होली और रमजान का जुमा एक दिन होने की वजह से पूरे देश...
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' आखिर क्यों पिटती है हमारी पुलिस ?'

' आखिर  क्यों पिटती है हमारी पुलिस ?' एक छोटा सा सवाल है  कि आखिर देश  के हर हिस्से में पुलिस क्यों पिटती है ? क्या देश में जनता को खाकी वर्दी से अब डर नहीं लगता जबकि पुलिस की वर्दी का दूसरा नाम ही खौफ है। मध्यप्रदेश...
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 प्रेम व सद्भाव का प्रतीक बना होली का त्यौहार

 प्रेम व सद्भाव का प्रतीक बना होली का त्यौहार   भारत की सांझी गंगा यमुनी तहज़ीब का दर्शन कराने वाला होली का त्यौहार न केवल शांन्ति  से गुज़र गया बल्कि इस बार की होली प्रेम व सद्भाव की ऐसी मिसाल पेश कर गयी जिसने एक बार फिर यह साबित   सबसे...
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सोना ले  जा रे, चांदी ले जा रे

सोना ले  जा रे, चांदी ले जा रे दुनिया में सोना और चांदी हिरणी की तरह कुलांचें भर रहा है। कुलांचे इसलिए भर रहा है क्योंकि दुनिया का वातावरण कुलांचें भरने के अनुरूप है। यदि सोना और चांदी जैसी धातुएं कुलांचें भरतीं हैं तो समझ जाइये कि विश्वव्यापी...
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गोबर पहुंचा हरियाणा व‍िधानसभा 

गोबर पहुंचा हरियाणा व‍िधानसभा  पिछले दिनों हरियाणा विधानसभा में सतारूढ दल भाजपा के दो विधायक आपस में ही भिड़ गए। दोनो सिनियर विधायक हैं जिनमें से एक हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री है नाम है डाक्टर अरविंद शर्मा और दूसरे वरिष्ठ विधायक का नाम...
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भाषा विवाद के तवे पर राजनैतिक रोटियां 

भाषा विवाद के तवे पर राजनैतिक रोटियां  क्या आप बता सकते हैं कि आप किस भाषा में हंसते हैं या किस भाषा में रोते हैं? मनुष्य की ये भावनाएं समस्त पृथ्वी पर एक ही तरह व्यक्त की जाती हैं। आप जिस भाषा को नहीं भी समझते परन्तु...
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ये समाजकंटक अध्यापक अपराधियों से अधिक खतरनाक हैं! 

ये समाजकंटक अध्यापक अपराधियों से अधिक खतरनाक हैं!  जीवन में माता-पिता के बाद अध्यापक का ही सर्वोच्च स्थान माना गया है। अध्यापक ही बच्चों को सही शिक्षा देकर ज्ञानवान बनाते हैं, परंतु आज चंद अध्यापक-अध्यापिकाएं अपनी मर्यादा को भूल कर बच्चों पर अमानवीय अत्याचार कर रहे हैं पिछले...
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नशे में लड़खड़ाती नई पीढ़ी।

नशे में लड़खड़ाती नई पीढ़ी। देश में इस बार होली के अवसर पर कई गुना लगातार हो रही ड्रग्स की सप्लाई ने देशभर में अपराधों का इजाफा कर दिया है| इस बार होली में लगा कि पूरा युवा वर्ग नशे में लड़खड़ा कर डोल रहा...
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था बहुत शोर कि ग़ालिब के उड़ेंगे पुर्जे

था बहुत शोर कि ग़ालिब के उड़ेंगे पुर्जे   मुल्क में होली भी हो गयी और जुमे की नमाज भी लेकिन ग़ालिब के पुर्जे नहीं उड़े। ग़ालिब ने खुद लिखा था - था बहुत शोर कि ग़ालिब के उड़ेंगे पुर्जे देखने हम भी गए पै ये तमाशा न मस्जिदों...
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मनमानी का लोकतंत्र, हर कोई परम स्वतंत्र

मनमानी का लोकतंत्र, हर कोई परम स्वतंत्र भारत में लोकतंत्र अब मनमानी का पर्याय बन चुका है। यदि सत्ता प्रतिष्ठान आपके हाथों में है तो आप जो जी में आये कर सकते हैं ।  न ' लोक ' आपका हाथ पकड़ सकता है और न ' तंत्र...
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बदरंग सियासत और जुमा की नमाज बनाम होली का रंग 

बदरंग सियासत और जुमा की नमाज बनाम होली का रंग  जुमा साल में 52 बार आता है, लेकिन होली सिर्फ एक बार. मुसलमान रंग-गुलाल को बुरा मानते हैं, तो उन्हें घर में ही रहना चाहिए. अगर बाहर निकलें, तो रंग सहन करें. यही वह बयान है जिसको लेकर यूपी ही...
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भारत की इस उपलब्धि पर रोऊं या हंँसूं?

भारत की इस उपलब्धि पर रोऊं या हंँसूं? स्विस टेक्नोलॉजी कंपनी आईक्यूएयर द्वारा वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2024 के अनुसार भारत को दुनिया के 138 देशों में वायु की गुणवत्ता के आधार पर पांचवां स्थान प्राप्त हुआ है। इतना ही नहीं दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में...
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