टी-20 विश्व विजेता बनने के लिए उतरेगा भारत

टी-20 विश्व विजेता बनने के लिए उतरेगा भारत

भारत में ही नही बल्कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में क्रिकेट को धर्म का दर्जा प्राप्त है। दुनिया में क्रिकेट दूसरा सबसे ज्यादा दर्शकों वाला खेल है।इस खेल में खेले जाना वाला अलग-अलग स्वरूप का विश्वकप उपमहाद्वीप में उत्सव का रूप धारण कर लेता है।  इस बार क्रिकेट विश्वकप का आयोजन पहली बार अमेरिका और कैरेबियन देशो ने सयुंक्त रूप से किया। गुरूवार के दिन इंग्लैंड को सेमिफाइनल में हरा भारतीय टीम बडी शान से फाइनल में पहुंची है। निस्संदेह भारत का इस विश्व कप में फाइनल तक का सफर एक चक्रवर्ती सम्राट की भांति रहा। जो भी सामने आया रौंद दिया। कोई भी टीम अब तक खेले गए मैंचों में इसे कोई खास टक्कर नही दे पाई है। बड़ी टीमों की यदि बात करे तो पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को भारत ने इस आईसीसी टूर्नामेंट में बुरी तरह हरा कर बाहर का रास्ता दिखाया है।
 
अब शनिवार को भारत का मुक़ाबला टी-20 विश्व कप फाइनल में साऊथ अफ्रीका के साथ है। करोड़ो भारतीय फैन्स बेसब्री से इस मुकाबले का इंतजार कर रहे हैं। साउथ अफ्रीका क्रिकेट विश्वकप के किसी भी  स्वरूप में पहली बार फाइनल तक पहुंची है। भारत ने पहला और एकमात्र टी-20 विश्व कप 2007 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता था। इसके अलावा भारत वन क्रिकेट में विश्व 1983 मे कपिलदेव की कप्तानी में और 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीत चुका है। रोहित शर्मा की कप्तानी में मौजूदा टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रही है। टीम इंडिया ने अभी तक एक भी मैच नहीं हारा है और भारतीय टीम मौजूदा टूर्नामेंट में अजेय है। टी-20 वर्ल्ड कप 2024 में भारतीय टीम ने 6 मुकाबले जीत लिए हैं। पहली बार टी-20 विश्व कप के किसी संस्करण में टीम इंडिया ने इतने मैच जीते हैं।
 
इससे पहले कभी भी टीम इंडिया टी-20 विश्व कप के एक एडिशन में 6 मैच नहीं जीत पाई थी। अभी तक श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया की टीमें ही एक एडिशन में 6-6 मैच जीत चुकी हैं। एक तरफ जहां एडेन मार्करम की कप्तानी में साउथ अफ्रीकी टीम पहली बार टी-20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची है, वहीं दूसरी तरफ रोहित शर्मा की सेना 10 साल बाद क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप का फाइनल खेलते हुए नजर आएगी।ऐसे में एक जोरदार भिड़ंत होने की उम्मीद लगाई जा रही है। टी-20 क्रिकेट के इतिहास में दोनों टीमों के बीच 26 मुकाबले खेले गए हैं।इनमें से भारतीय टीम को 14 मैच में जीत मिली और 11 में हार झेलनी पड़ी है। 1 मैच में नतीजा नहीं निकल पाया था। टी-20 विश्व कप में दोनों टीमों के बीच 6 मुकाबलों में भिड़ंत हुई है। 4 मैच में भारतीय टीम को जीत मिली है और दक्षिण अफ्रीका ने 2 मुकाबले अपने नाम किए हैं।
 
ऐसे में भारतीय टीम का पलड़ा भारी है। टी-20 विश्व कप पहली बार 2007 में खेला गया था। ये एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट चैंपियनशिप है, जो आमतौर पर हर दो साल में एक बार आयोजित की जाती है। पुरुषों का ट्वेंटी-20 विश्व कप उद्घाटन संस्करण दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया गया था, जिसमें 12 टीमें शामिल थीं। एमएस धोनी के नेतृत्व में भारतीय क्रिकेट टीम जोहान्सबर्ग में फाइनल में पाकिस्तान को पांच रन से हराकर चैंपियन बनी थी। 2014 में भी भारत उपविजेता रहा था। अब तक हुए आठ संस्करणों में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज दो-दो खिताब जीतकर संयुक्त रूप से सबसे सफल देश बनकर उभरे हैं। इंग्लैंड ने पहली बार 2010 में कैरेबिया में टी-20 विश्व कप जीता था। उन्होंने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सात विकेट से जीत हासिल की थी। इसके बाद इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर ऑस्ट्रेलिया में 2022 का खिताब भी अपने नाम किया था।
 
इस 2022 की जीत के साथ, इंग्लैंड एक साथ दोनों पुरुष विश्व कप - 2019 वनडे विश्व कप और 2022 टी-20 विश्व कप आयोजित करने वाली पहली टीम बन गई। इस बीच वेस्टइंडीज दो बार टी-20 विश्व कप जीतने वाली पहली टीम बनी थी। वेस्टइंडीज ने श्रीलंका में 2012 संस्करण और भारत में 2016 में अपनी जीत हासिल की थी। कैरेबियाई टीम ने 2012 के फाइनल में श्रीलंका को 36 रन से हराया था, जबकि 2016 के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ चार विकेट से जीत दर्ज की थी। दो अन्य एशियाई टीमों पाकिस्तान और श्रीलंका ने भी टी-20 विश्व कप जीता है। पाकिस्तान ने 2007 के उपविजेता स्थान के बाद 2009 संस्करण में फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ आठ विकेट से जीत हासिल की थी।
 
इसके अलावा 1992 वनडे विश्व कप चैंपियन 2021 संस्करण में उपविजेता भी रहे। 2009 और 2012 में फाइनल में दूसरे स्थान पर रहे श्रीलंका ने फाइनल में भारत के खिलाफ छह विकेट की जीते के बाद 2014 में खिताब जीता था। पुरुष वनडे विश्व कप में पांच खिताबों के साथ सबसे सफल टीम ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में न्यूजीलैंड को आठ विकेट से हराकर 2021 में अपना पहला टी-20 विश्व कप जीता। पुरुष T20 विश्व कप इतिहास में न्यूजीलैंड ट्रॉफी नहीं जीतने वाला एकमात्र फाइनलिस्ट है। भारत के विराट कोहली 2012 में अपने डेब्यू के बाद से 27 मैचों में 1,141 रन के साथ टी-20 विश्व कप इतिहास में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। श्रीलंका के महेला जयवर्धने टूर्नामेंट में 1000 से अधिक रन बनाने वाले एकमात्र अन्य बल्लेबाज हैं। इस बीच, बांग्लादेश के ऑलराउंडर शाकिब अल हसन टी-20 विश्व कप में शीर्ष विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, जिन्होंने 2007 और 2022 के बीच 36 मैचों में 47 विकेट लिए हैं।
 
अब तक नौ देशों ने आईसीसी टी-20 विश्व कप की मेजबानी की है। 2021 की मेजबानी के अधिकार भारत के पास थे, हालांकि कोरोना वायरस महामारी के कारण टूर्नामेट को संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में आयोजित किया गया था। टी-20 विश्वकप के 17 साल के इतिहास में 2024 का टूर्नामेंट 9वां संस्करण है। अब तक के इतिहास में कोई भी टूर्नामेंट की अविजित टीम कप नही उठा सकी है परन्तु इस बार यह धारणा गलत साबित हो जाएगी क्यों कि फाइनल में पहुंची दोनो टीमें पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैंच नही हारे हैं और इस विश्वकप में इन दोनो टीमों की यह पहली भिड़ंत है। दोनो ही टीमें यह फाइनल जंग जीतने के लिए पूरा जोर लगा देंगी। उम्मीद है कि रोमांच अपने चर्म पर होगा। हम अपने समाचार पत्र की तरफ से भारतीय टीम के अभी तक के प्रशंसनीय प्रदर्शन के बधाई देते हैं और फाइनल मैंच के लिए शुभकामनाए देते हैं।
 
(नीरज शर्मा'भरथल')

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