किसानों को चाहिए डीएपी, विधायक पहुंचे आश्वासन लेकर

-नाराज किसानों ने जमकर की नारेबाजी, सड़क पर लगाया जाम

किसानों को चाहिए डीएपी, विधायक पहुंचे आश्वासन लेकर

-सचिव पर लगाया कालाबाजारी करने का आरोप

मथुरा। किसान डीएपी खाद के लिए परेशान हैं। रात में ही किसान डीएपी के लिए लाइन में लग जाते हैं लेकिन उन्हें निराश लौटना पडता है। लगातार हो रही परेशानी से किसान आजिज आ चुके हैं। नौहझील थाना क्षेत्र के कस्बा बाजना में डीएपी खाद न मिलने से नाराज किसानों ने स्टेट बैंक के पास स्थित सहकारी संघ के सामने नौहझील गौमत रोड़ पर सुबह रोड़ जाम कर दिया। जाम में बड़ी संख्या में किसान एकत्रित हुए और डीएपी खाद न मिलने को लेकर हंगामा काटने लगे और सचिव पर डीएपी की कालाबाजारी करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की।

जाम लगने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई तभी क्षेत्रीय विधायक राजेश चौधरी यमुना एक्सप्रेस वे से उतरकर खैर चुनाव प्रचार में जा रहे थे तभी किसानो द्वारा लगाए जाम में फंस गए। जिसके बाद विधायक राजेश चौधरी गाड़ी से उतरकर किसानों के समक्ष पहुंचे और जाम लगाने का कारण पूछा। किसानों ने डीएपी खाद न मिलने की समस्या से विधायक को अवगत कराया। विधायक राजेश चौधरी ने तत्काल संघ पर तैनात सचिव से फोन पर बात की और किसानों को खाद बांटने को कहा।

जिस पर किसान मान गये और जाम खोल दिया। जानकारी देते हुए मांट विधानसभा विधायक राजेश चौधरी ने कहा कि डीएपी खाद न मिलने को लेकर किसानों ने नौहझील गौमत रोड़ जाम कर दिया था। किसानों को समझाकर सचिव को खाद बांटने के निर्देश दिए हैं। किसानों को आपस में न झगड़ने और जरुरत के हिसाब से डीएपी लेने को कहा है। क्षेत्र में डीएपी की कमी नहीं होने दी जाएगी। जल्द ही और भी डीएपी की गाड़ी भेज दी जायेंगी।

उपलब्ध होने पर भी नहीं बांट रहा खाद
किसानों का आरोप है कि समिति पर खाद उपलब्ध होने के बाद भी उन्हें नहीं दिया जाता है। जबकि कालाबाजारी कर रसूखदार लोगों को खाद दे दिया जाता है। विधायक के कहने के बाद सचिव खाद बांटने लगे जबकि इससे पहले खाद उपलब्ध नहीं होने की बात कही गई थी और सचिव समिति पर मौजूद तक नहीं रहे। यह सब छोटे किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

श्रम मानक तय करे सरकार, श्रमिकों का शोषण नहीं किया जाना चाहिए।: सुप्रीम कोर्ट। श्रम मानक तय करे सरकार, श्रमिकों का शोषण नहीं किया जाना चाहिए।: सुप्रीम कोर्ट।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जल आयोग द्वारा दो एडहॉक कर्मचारियों को अचानक बर्ख़ास्त कर देने के ख़िलाफ़ याचिका...

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

संजीव-नी।
संजीव-नी।
संजीव -नी।
संजीव-नी।
संजीव-नी|