मैगलगंज में गैर पंजीकृत व फर्जी पैथोलॉजी लैब पर मेहरबान जिम्मेदार 

ना पंजीकरण ना ही पैथोलॉजिस्ट डॉक्टर लैब टेक्नीशियन धड़ल्ले से बांट रहा फर्जी व भ्रामक जांच रिपोर्ट

मैगलगंज में गैर पंजीकृत व फर्जी पैथोलॉजी लैब पर मेहरबान जिम्मेदार 

फर्जी जांच रिपोर्ट दिए जाने से आहत शिकायतकर्ता ने जिला अधिकारी खीरी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी खीरी को शिकायती पत्र देकर की कार्यवाही की मांग

लखीमपुर खीरी सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के सख्त आदेशों के बावजूद भी कस्बा मैगलगंज में कुकुरमुत्ता की तरह हर गली कूचे में खुली पैथोलॉजी लैब व झोलाछाप डॉक्टरों का एक बड़ा मकडजाल फैला देखा जा सकता है ।शायद इन झोलाछाप डॉक्टर व गैर पंजीकृत तथा डॉक्टर विहीन पैथोलॉजी लैबों के संचालकों पर मुख्यमंत्री की सख्ती का असर पढ़ता नजर नहीं आ रहा है और ना ही उनके दिलों में शासन का कोई खौफ़ ही दिखाई पड़ रहा है ।यह खुलेआम बेखौफ होकर मरीजों को मनमानी एवं भ्रामक जांच रिपोर्ट देकर उनकी जान से खिलवाड़ करते देखे जा रहे हैं ।और सीएचसी अधीक्षक तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी खीरी आंख कान बंद किए हुए बैठे नजर आ रहे हैं। ऐसा आमजन का कहना है महकमें के इन जिम्मेदारों की अनदेखी और खाऊ कमाऊ नीति के चलते योगी आदित्यनाथ के आदेशों का खुला मजाक उड़ाया जा रहा है ।
 
ऐसा ही एक मामला आजकल चर्चा का विषय तो बना ही है साथ ही साथ मामला जिला अधिकारी खीरी के पटल तक पहुंच चुका है और सीएमओ खीरी को पर्याप्त साक्षयो समेत शिकायती पत्र देकर मामले में कार्यवाही किए जाने की मांग भी शिकायतकर्ता द्वारा की गई है ।जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी खीरी को दिए गए सिकायती पत्र में शिकायत कर्ता याकूब अली निवासी मोहल्ला नवाबगंज औरंगाबाद रोड कस्बा मैकलगंज  जिला खीरी का आरोप है कि उसके पुत्र एहसान उम्र 17 वर्ष को बुखार आने पर वह अपने पुत्र के को दवा दिलाने के लिए कस्बा के औरंगाबाद रोड पर स्थित क्लीनिक पर गया जहां पर झोलाछाप डॉक्टर सादिक हुसैन गुड्डू ने बच्चों को देखा और दवा दी सुई लगाई और खून जांच करने के लिए ब्लड का सैंपल लेकर अपनी मनमानी पैथोलॉजी इंडिया पैथोलॉजी लैब निकट इलाहाबाद बैंक शाखा मैगलगंज के यहां भेज दिया उसी दिन ।
 
यह वाकया दिनांक 29 .10 .2024 का बताया जाता है अगले दिन डॉक्टर गुड्डू उर्फ सिद्दीक हुसैन ने फोन करके याकूब अली को बुलाया और रिपोर्ट दिखाकर कहा कि आपके लड़के की हालत ज्यादा खराब है मात्र 31 हजार ब्लड प्लेटलेट्स बची हैं तथा कई अन्य कमियां भी गिनाई कहा तत्काल भर्ती कराओ अन्यथा धोखा हो सकता है ।अपने लड़के की हालत गंभीर होने व डेंगू बुखार की बात सुनकर परिजनों में कोहराम सा मच गया अगले ही शाम को याकूब अपने पुत्र को लेकर मितौली स्थित कलंदर हॉस्पिटल गये। जहां पर भी डॉक्टर ने ब्लड जांच करवाई तो पता चला कि डेंगू नेगेटिव है ब्लड प्लेटलेट्स भी 289000 है अब अहम सवाल यह है कि उक्त झोलाछाप डॉक्टरों और फर्जी पैथोलॉजी लैब पर कार्यवाही करने से क्यों बचते नजर आ रहे हैं जिम्मेदार? फिलहाल शिकायत कर्ता ने मामले की मय शपथ पत्र शिकायत करके कस्बा मैगलगंज में संचालित फर्जी पैथोलॉजी इंडिया पैथोलॉजी के संचालक के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराए जाने तथा जनहित में इस तरह की पुनरावृत्ति ना हो इसलिए फर्जी पैथोलॉजी इंडिया पैथोलॉजी को सीज किए जाने की भी मांग की है। देखना अब यह है कि स्वास्थ्य महकमें के जिम्मेदारों की कुंभकर्णी नींद टूटती है अथवा किसी अप्रिय घटना घटने के बाद ही वह कोई कार्रवाई करने को विवश होंगे।
 
क्या कहते हैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी खीरी डॉक्टर संतोष गुप्ता उक्त मामले की जानकारी लेने पर मुख्य  चिकित्सा अधिकारी ने बताया मामला संज्ञान मे आया है शिकायत मिली है मामले की जांच कराकर दोषी लोगो के विरुद्ध  कठोर कार्रवाई की जायेगी।

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