प्रधानमंत्री जी ने योगाभ्यास को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दिलाई पहचान: रामचंद्र 

लीवर को ठीक करने का सबसे अचूक इलाज सूर्य नमस्कार: गणेश अवस्थी 

प्रधानमंत्री जी ने योगाभ्यास को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दिलाई पहचान: रामचंद्र 

 

 

रिपोर्ट_रामलाल साहनी

स्वतंत्र प्रभात, मीरजापुर 

मीरजापुर। बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं आरोग्य भारती के संयुक्त तत्वावधान में योग शिविर का आयोजन नगर के लाल डिग्गी स्थित पार्क में बुधवार को सुबह 6:00 से 7:00 बजे तक किया गया।

इस दौरान उपस्थित संघ के स्वयंसेवकों एवं आरोग्य भारती से जुड़े कार्यकर्ताओं सहित नगर के तमाम लोगों ने योगाभ्यास कर योग से होने वाले लाभ के संबंध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक प्रमुख रामचंद्र जी का पाथेय प्राप्त किया। योगाभ्यास मुख्य शिक्षक अनमोल जी द्वारा कराया गया। गण शिक्षक आयुष जी, दीपेश जी, रितेश जी, लखनलाल केसरवानी जी, गणेश जी रहे।


   उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्तीय प्रचारक प्रमुख ने कहा कि योग का अवसर प्रधानमंत्री जी ने दिया 27 सितंबर 2014 को 193 देशों का प्रतिनिधित्व करते हुए खुले मंच से उन्होंने योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई और 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया। 


      उन्होंने कहा कि शरीर मन बुद्धि एवं आत्मा इन चार को ठीक करके की स्वास्थ्य को पूर्ण रूप से ठीक रखा जा सकता है। इसको ध्यान रखते हुए योग को पतंजलि ने युक्तबद्ध किया और एक क्रम दिया। 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना काल से ही संघ की शाखाओं में शारीरिक विभाग कार्य करता आ रहा है।

एक समय संघ के स्वयंसेवक मुगदल घुमाने का कार्य करते थे, लेकिन धीरे-धीरे दिनचर्या में योग को आत्मसात करते गये। शाखाओ मे शारीरिक विभाग द्वारा नियमित योग आसन होते है। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम सबके लिए आवश्यक है कि योग दिवस पर संकल्प लें कि हम नियमित रूप से योग को अपनी दिनचर्या से जोड़ने का कार्य करेंगे ताकि शरीर मन बुद्धि एवं आत्मा इन सब को स्वस्थ रखा जा सके। 


      अध्यक्षता करते हुए मुख्य वक्ता संस्कार भारती के प्रांतीय अध्यक्ष एवं आरोग्य भारती के विभाग संयोजक डॉ गणेश अवस्थी ने कहा कि जिस तरह से गेहूं की खेती के दौरान भूसा मुफ्त में मिलता है, उसी तरीके से जब हम चेतन शक्ति प्राप्त करने के लिए योग करते हैं तो हमें पूर्ण स्वस्थ तन और मन सहज ही प्राप्त हो जाता है। आधुनिक चिकित्सा पद्धति में लीवर की कोई दवा नहीं है लेकिन लीवर को ठीक करने का सबसे अचूक इलाज सूर्य नमस्कार है

लीवर उसे कहते हैं जिससे मशीन चलता है। कहाकि भस्त्रिका प्राणायाम करने से हृदय रोग रक्त नलिका में ब्लाकेट आज समस्याओं से बिना किसी ऑपरेशन के छुटकारा पाया जा सकता है। पागलपन जैसी सबसे बड़ी बीमारी का भी इलाज योग ही है। मैंने कहा कि जहां से दवा विराम लेती है, वहां से लोग रोग को ठीक करना शुरू करती है। शान्ति पाठ एवं राष्ट्रगान के साथ समापन किया गया। 


       इस अवसर पर प्रमुख रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह सच्चिदानंद जिला प्रचारक धीरज जी शहर नगर संचालक प्रभु जी आरोग्य भारती के विभाग इकाई सचिव डॉ टी एन दुबे दी आरोग्य भारती के प्रांतीय सह सचिव डॉ संदीप श्रीवास्तव सह जिला संघचालक अशोक जी, नगर कार्यवाह लखन जी, नगर प्रचार प्रमुख विमलेश जी, समेत सैकडो लोग मौजूद रहे। संचालन नगर कार्यवाह लखन लाल केसरवानी जी ने किया। 


    इसी क्रम मे विन्ध्याचल रेहडा चुगी स्थित विन्ध्य रेसीडेंसी मैदान मे सह नगर कार्यवाह शैलेश जी के देखरेख मे नगर बौद्धिक प्रमुख गुंजन जी द्वारा योगाभ्यास कराया गया। जहा सैकडो की संख्या मे स्वयंसेवको एवं स्थानीय लोगो ने निरोगी काया के लिए योग किया और नियमित योग करने का संकल्प लिया। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक तिलकधारी जी का पाथेय प्राप्त हुआ। उन्होने योग को निरोगी काया का एकमात्र उपाय बताया। यह जानकारी नगर प्रचार प्रमुख विमलेश जी ने दी है।

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