अवकाश प्राप्त शिक्षक के अंकपत्रो की जांच नहीं करा रहे बेसिक शिक्षा अधिकारी खीरी

सत्यापन में अंक पत्र फर्जी पाए जाने के बावजूद भी फर्जी शिक्षक पर कार्यवाही नहीं कर रहे जिम्मेदार

अवकाश प्राप्त शिक्षक के अंकपत्रो की जांच नहीं करा रहे बेसिक शिक्षा अधिकारी खीरी

स्वतंत्र प्रभात 
लखीमपुर खीरी जनपद के बेसिक शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार और फर्जीवाडा का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। लेकिन विभागीय जिम्मेदार मौन साधे बैठे हैं। शायद इनको विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार दिखाई सुनाई ही ना पड रहा हो। विभाग में चाहे फर्नीचर से जुड़ा मामला हो या फिर निशुल्क पुस्तक वितरण में हुई धांधली के मामलो के साथ साथ बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कई फर्जी अंक पत्रों पर नौकरी कर रहे हैंऔर सरकारी खजाने को चूना लगा  रहे शिक्षकों का मामला क्यों न हो।
 
लेकिन जिम्मेदारों को यह सब क्यों दिखाई नहीं पड़ रहा है यह अहम सवाल बना हुआ है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड वाके गंज के एक बेसिक विद्यालय में तैनाश शिक्षक विनोद कुमार के शिक्षक नियुक्त के उपरांत कराए गए अंक पत्रों के सत्यापन में अंक पत्रों का संदिग्ध होने की पुष्टि होने का मामला प्रकाश में आया है।
 
और इसके साथ ही स्वतंत्र प्रवास के पत्रकार द्वारा लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र देकर सेवानिवृत शिक्षक प्रभुनाथ प्रजापति पूर्व माध्यमिक विद्यालय ओदरहना तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय खानपुर में तैनात शिक्षक प्रभु नारायण यादव के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच के लिए गत 6 माह से लगातार प्रार्थना पत्र दिए जा रहे हैं। लेकिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी द्वारा अंक पत्रों की जांच नहीं कराई गई ।जांच के नाम पर शिकायती प्रार्थना पत्र गायब कर दिया जाता है।
 
या तो आश्वासन लोऔर चलते बानो की तर्ज पर शिकायतकर्ता को गुमराह कर दिया जाता है।गुप्त सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार अवकाश प्राप्त शिक्षक नेता प्रभुनाथ प्रजापति अपने सेवा काल के दौरान हर गलत काम करने वाले शिक्षकों से पैसा वसूल कर तत्कालीन अपने बीएसए साहब का भूखा पेट भरने का काम करते देखे जाते थे। शायद यही कारण  आज तक इनके अंक पत्तों की जांच नहीं कराई गई। और वर्तमान बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी द्वारा भी जांच नहीं कराई जा रही है।
 
इसी तरह से पूर्व माध्यमिक विद्यालय खानपुर में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात प्रभु नारायण यादव के अंक पत्रों के भी जांच नहीं करवाई जा रही है। जबकि उक्त प्रभु नारायण यादव के अंक पत्र जन सूचना अधिकार के तहत उपलब्ध कराए गए थे उसमें इनका हाई स्कूल का अंक पत्र बंगाली भाषा में मिला है। जिसकी जांच कराया जाना अति आवश्यक होने के बाद भी जांच नहीं कराई जा रही है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत लेखा विभाग में बैठे बाबू कमलेश कुमार पर खुले आम शिक्षकों का शोषण करने व फर्जी शिक्षकों को संरक्षण दिए जाने के आरोप नाम गोपनीय रखने के साथ पर विभागीय सूत्रों द्वारा लगाए गए हैं।
 
वहीं बी एस ए जानकर भी अंजान बने हुए कारनामों पर पर्दा डालकर मीडिया में अपनी पीठ थपथपाते नजर आ रहे हैं। कार्यालय के एक वरिष्ठ सहायक बाबूपांडे से काम नहीं लिए जाने का मामला भी चर्चा का विषय बना है ।बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा मामले की जांच न कराए जाने तथा फर्जी अंक पत्तों पर नौकरी कर रहे बांकेगंज ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय भट्ट पूरवा कॉलोनी में तैनात शिक्षक विनोद कुमार के विरुद्ध कार्रवाई नहीं किया जाना विभागीय कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े करने को काफी है।
 
जबकि अंकपत्रो की जांच में आरोपो की पुष्टि होने की बात सामने आई है। बीएसए उक्त मामले में कार्यवाही न किए जाने से आहत शिकायतकर्ता ने मंडल आयुक्त लखनऊ मंडल सहित निदेशक बेसिक शिक्षा एवं मुख्यमंत्री से कर फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाईन करने एवं इनको संरक्षण देने वाले विभागीय जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्यवाही किए जाने की शिकायत करने की बात कही है। इस संबंध में जब खंड शिक्षा अधिकारी फूल बेहड़ से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल नंबर 9450 5844 59 पर संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ होने के चलते उनके पक्ष की जानकारी नहीं हो सकी ।
 
 

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