धड़ल्ले से हो रहा गोंडा जिले मे अवैध बसों का संचालन 

दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, रामपुर, बाराबंकी,सीतापुर, लखनऊ, के बीच होने वाली कमर्शियल गतिविधियों का माल भी बड़े पैमाने पर मंगाया गोण्डा जाता 

धड़ल्ले से हो रहा गोंडा जिले मे अवैध बसों का संचालन 

सूत्रों की मानें तो इस अवैध धंधे में अधिकारी और बड़े राजनेता भी शामिल हैं जिससे यह अवैध कारोबार जोरों से फल फूल रहा है।

 
 
स्वतंत्र प्रभात 
गोण्डा :
 
जिले लग्जरी यात्री बसों में वैशाली,न्यू इंडिया, पाठक बस सर्विस की बसे अवैध ढुलाई खुलेआम चल रही है लेकिन जिम्मेदार विभाग के पास कार्रवाई के करने की फुर्सत नहीं है।वही सूत्र बता रहे है कि परिवहन विभाग में तैनात पीटीओ शैलेंद्र त्रिपाठी और वैशाली बस के संचालक के रिश्तेदारी और रिश्तेदारी का खेल चल रहा है
इस लिए पीटीओ साहब सिर्फ खानापूर्ति को रामपुर करने के लिए कार्रवाई करते हैं।और करोड़ों के राजस्व का चूना लगाकर निजी बस संचालकों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।यही नहीं इस कारोबार से यात्रियों के सामान और जान पर जोखिम बना रहता है।जिसका जीता जागता उदाहरण
आए दिन सड़कों पर दिखाई देता है।वही सूत्र बता रहे है कि परिवहन विभाग के पीटीओ शैलेंद्र त्रिपाठी की उदासीनता या फिर रिश्तेदारी में हिस्सेदारी का खेल होने के कारण सड़कों पर खुलेआम अनफिट बसें डबल डेकर  की लगजरी बसें अधिकारियों की आशिर्वाद से दौड़ रही हैं।पूर्व में यात्रियों का लगेज गायब होने की घटनाएं हुई भी हैं लेकिन उनमें कोई कार्रवाई नहीं की जाती।वही  परिवहन कार्यालय के जिम्मेदार वैशाली,न्यू इंडिया, पाठक बस सर्विस की बसो से माल की ढुलाई से अधिकारी अनजान बने हुए हैं।और बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं।सूत्रों की मानें तो इस अवैध धंधे में अधिकारी और बड़े राजनेता भी शामिल हैं जिससे यह अवैध कारोबार जोरों से फल फूल रहा है।
 
 
 
             यात्री बसों से नहीं होनी चाहिए ढुलाई
 
सैकड़ों निजी यात्रियों को दिल्ली के कश्मीरी गेट से लेकर वैशाली की बसें यात्रियों और लगेज लाद निकलती है  और रास्ते यूपी के बॉर्डर पड़ते हैं।वहाँ से दर्जनों से अधिक शहरों में प्रवेश होते हुए अन्य स्थानों पर ले जाने के लिए दर्जनों से अधिक बसें शहर से प्रस्थान करती हैं।वहां से बड़े पैमाने पर इन निजी बसों के जरिए पार्सल भेजे जाते हैं।लेकिन इन पार्सलों की कोई फूलप्रूफ जांच नहीं की जाती।पार्सल के अंदर विस्फोटक, मादक पदार्थ कुछ भी रखकर भेजा जा सकता है।बसों में यात्री लगेज की आड़ में बड़े पैमाने पर कॉमर्शियल गुड्स की ढुलाई की जा रही है।इससे हर महीने मोटा व्यवसाय किया जा रहा है। नियमानुसार इन बसों में निर्धारित यात्री लगेज के अलावा व्यावसायिक माल की ढुलाई नहीं होनी चाहिए।
 
 
 
 सिर्फ खानापूर्ति के लिए सड़कों पर फ्लाइंग स्कॉट जांच
 
 
आरटीओ विभाग की उदासीनता के कारण वैशाली,न्यू इंडिया, पाठक बस सर्विस की बसों में क्षमता से अधिक भीड़ व अन्य कारणों से दुर्घटनाएं होती हैं।लेकिन संबंधित विभाग इन बसों के माध्यम से माल ढुलाई के साथ ही समय-समय पर वाहन की वहन क्षमता, वाहन की स्थिति की जांच में भी लापरवाही बरत रहा है।परिवहन विभाग का फ्लाइंग एस्कॉर्ट जिन वाहनों से मंथली कार्ड वसूली नहीं की जाती ऐसे वाहनों को महामार्ग को तलाश करने में लगा रहता है।जिसके चलते इन लग्जरी वाहनों की सघन तलाशी अभियान नहीं चलाया जाता और इसके माध्यम से अधिकारी मोटी मलाई काट रहे हैं।
 
 
 
                  
 तीसरी आंख को रतौंधी
 
 
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, रामपुर, बाराबंकी,सीतापुर, लखनऊ, के बीच होने वाली कमर्शियल गतिविधियों का माल भी बड़े पैमाने पर मंगाया गोण्डा जाता है।कुछ माल पैकेट पर लिखकर मंगाने भेजने से काफी सस्यात्राता पड़ता है।माल का पार्सल खोलकर चेक नहीं किया जाता।छोटे पैकेट के 500 सौ  रुपए और कार्टून के 700 सौ  रुपए लगते हैं।पार्सल का बुकिंग काउंटर 24 घंटे खुला रहता है और किसी भी समय बुकिंग करवा सकते हैं,मजे की बात तो यह है कि कमर्शियल लगेज से लदी बस पुलिस के थाने के सामने से ही और संभागीय परिवहन कार्यालय के सामने से होकर प्रतिदिन गुजरती है लेकिन जिम्मेदार आंख बंद करे हुए हैंं, इसके अलावा शहर में घुसते ही तीसरी आंख की जद में भी आते हैं लेकिन तीसरी आंख को रतौंधी होने के चक्कर में वह भी इसे देख नहीं पाती।मनकापुर बस स्टैंड के पास गोंडा उतरौला रोड एसमय स्कूल के बगल सुबह के समय बड़े पैमाने पर लग्जरी बसों से कमर्शियल गुड्स उतारा जाता है जिसकी और स्थानीय प्रशासन ने पूरी तरह से लापरवाही बरत रखी है।
 
 
 
यात्रा सुरक्षित नहीं: चेक पोस्ट नहीं होती संघन जांच
 
 
 
दिल्ली से गोण्डा का या फिर गोण्डा, दिल्ली, लुधियाना, तक का सफर करना है तो,ज़िले की सभी तहसीलों में ट्रेवल्स एजेंट और उनके कार्यालय द्वारा टिकट उपलब्ध कराई जाती है,जानकारों की माने तो ऐसे किसी ट्रेवल्स की बसों के संचालन की अनुमति संभाग में नहीं है, बावजूद इसके गोण्डा या दिल्ली से यात्रियों को अनेक ट्रेवल्स द्वारा टिकट काटकर दी जाती है,टिकट में स्पष्ट लिखा है कि यात्री अपने सामान की स्वयं रक्षा करें इससे साफ जाहिर होता है कि जिले मे अवैध बसों का संचालन धड़ल्ले से हो रहा है आये दिन खान्देश में नशीली मादक पदार्थो और प्रतिबंधित पान मसाला गुटखा का जखीरा पकड़ा जाता है लेकिन कभी इन बसों की दिल्ली से आने वाली बसों की चेकपोस्ट पर जांच पड़ताल नहीं होती कि आखिर इन बसों से आ क्या रहा है सूत्र बता रहे है कि जागरूक लोगों ने कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि यात्री बसों से कमर्शियल गुड्स की अवैध ढुलाई पर रोक लगाई जाये और इन बसों की जांच की जाये कि आखिर इन बसों से बड़े शहरों से क्या भेजा जा रहा है।वही इसकी जानकारी परिवहन विभाग के पीटीओ शैलेंद्र त्रिपाठी से ली गई तो उन्होंने फोन पर बताया कि हमारा कोई रिश्तेदार नहीं है।हम आए दिन लगातार कार्रवाई कर रहे हैं।हमारे पास जितना अधिकार है उसका हम प्रयोग कर रहे हैं।

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