कार्तिक पूर्णिमा मेला की तैयारी सिर्फ कागजों पर, हकीकत कुछ और ही-

एक महीना पूर्व कार्तिक पूर्णिमा मेला को लेकर की गई बैठक लेकिन तैयारियां शून्य

कार्तिक पूर्णिमा मेला की तैयारी सिर्फ कागजों पर, हकीकत कुछ और ही-

डलमऊ रायबरेली- डलमऊ के ऐतिहासिक कार्तिक पूर्णिमा मेला की तैयारीयो को लेकर प्रशासन की सुस्ती साफ तौर से दिखाई पड़ रही है।डलमऊ के महाकुंभ कहे जाने वाले विशाल कार्तिक पूर्णिमा मेला की तैयारी को लेकर प्रशासन द्वारा कागजों पर तैयारियां पूर्ण दिखाई जा रही हैं जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।कार्तिक पूर्णिमा को लेकर ना तो अभी तक घाटों के रंग रोगन की तैयारी की गई हैं और ना ही दिशा निर्देश एवं जागरूकता के संदेश दिखाई पड़ रहे हैं।लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन द्वारा रात्रि विश्राम के लिए कोई सुविधा नहीं की गई है ना ही पार्किंग की कोई व्यवस्था की गई है।घाटों की साफ सफाई एवं बैरिकेटिंग की व्यवस्था कहीं दिखाई नहीं पड़ रही है।
 
विशाल कार्तिक पूर्णिमा मेला के कुछ ही दिन शेष बचे हुए हैं आने वाली 15 तारीख को कार्तिक पूर्णिमा मेला का आयोजन होना है जिसमें जनपद एवं गैर जनपदों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए गंगा तट डलमऊ पहुंचते हैं।प्रशासन की कागजी तैयारी के बीच गंगा स्नान को लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को खुले आसमान के नीचे रात्रि विश्राम करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।वही गंगा नदी में बैरिकेटिंग ना होने के चलते श्रद्धालुओं के साथ अनहोनी होने की आशंका बनी रहेगी।मेला को जाने वाले मार्ग पर कटीली जंगली झाड़ियां की साफ सफाई नहीं हुई है।
 
वही कस्बे के मुख्य मार्गों का दुरुस्तीकरण का कार्य अभी तक शुरू नहीं किया गया है।डलमऊ में लगने वाला ऐतिहासिक पशु मेला इस बार प्रशासन द्वारा स्थगित कर दिए जाने से संत समाज एवं स्थानीय लोगों में भारी रोष दिखाई पड़ रहा है।एक माह तक चलने वाले ऐतिहासिक पशु मेला को लेकर दूर-दूर से आने वाले पशु व्यवसाई इस बात की जानकारी न होने के कारण पशुओं की खरीद फरोक्त के लिए मेला स्थल पहुंच रहे हैं जहां पर अव्यवस्थाओं का अंबार दिखाई पड़ रहा है।जिसके चलते पशुओं एवं व्यापारियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
 
एक माह पूर्व कार्तिक पूर्णिमा तैयारी को लेकर सभी विभागों की बैठक डलमऊ तहसील सभागार में आयोजित की गई थी जिसमें विभागों के अधिकारियों को समय रहते कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए थे।कार्तिक पूर्णिमा तैयारी को लेकर बुधवार को उप जिलाधिकारी डलमऊ अभिषेक वर्मा,अधिशासी अधिकारी आरती श्रीवास्तव ने मेला क्षेत्र का निरीक्षण किया और कर्मचारियों को मेला की तैयारी में तेजी लाने के लिए निर्देशित किया।कार्तिक पूर्णिमा मेला के 9 दिन शेष बचे हुए हैं उसके बाद भी जमीनी स्तर पर तैयारी आधी अधूरी दिखाई पड़ रही है। ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा सकुशल निपटाना प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर होगा।अब देखने वाली बात होगी की आधी अधूरी तैयारी के बीच कार्तिक पूर्णिमा मेला प्रशासन कैसे संपन्न कराता है।
 
कार्तिक पूर्णिमा मेले को लेकर कागजों पर पूर्ण दिखाई पड़ रही है तैयारीयां : स्वामी दिव्यानंद जी महाराज
सनातन धर्म पीठ बड़ा मठ डलमऊ के स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ने बताया कि विशाल ऐतिहासिक प्रांतीय कार्तिक पूर्णिमा मेला डलमऊ की तैयारी कागजों पर पूरी दिखाई जा रही है जबकि जमीनी हकीकत कुछ भी नहीं हैं।लाखों की संख्या में गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए रैन बसेरे की व्यवस्था प्रशासन द्वारा नहीं की गई है।घाटों के रंग रोगन, बैरीकेटिंग,पार्किंग की व्यवस्था नहीं की गई है जिससे गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अपने वाहन को खड़ा करने में भारी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। स्वामी दिव्यानंद जी ने बताया कि गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा तट तक पहुंचाने के लिए अस्थाई बस अड्डा बनाया जाए।
 
तथा बैलगाड़ियों से आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा तट के करीब ठहरने एवं रात्रि विश्राम की उचित व्यवस्था किया जाए। कार्तिक पूर्णिमा मेला से पूर्व डलमऊ में लगने वाले ऐतिहासिक पशु मेला प्रशासन द्वारा रद्द कर देना बहुत ही निंदनीय है।मेला की तैयारीयों की अव्यवस्था की शिकायत उन्होंने उप जिलाधिकारी डलमऊ से की है।इसके बाद भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।उन्होंने कहा कि जल्द ही वह जिलाधिकारी से मिलकर मेले के तैयारियों की अव्यवस्थाओं  की शिकायत करेंगे।
 
उप जिलाधिकारी डलमऊ ने कहा
उप जिलाधिकारी डलमऊ अभिषेक वर्मा ने बताया कि मेला की तैयारियां बहुत तेजी से चल रही हैं।कार्तिक पूर्णिमा मेला को 5 जोन और 37 सेक्टर में बांटा गया है।जिसमें तहसील एवं जिले स्तर के अधिकारियों की तैनाती की गई है।स्नान घाटों एवं मेला मार्गों की साफ सफाई की जा रही है।प्रकाश आदि की व्यवस्था की तैयारियां जोरों पर हैं।मेला को लेकर सभी अधिकारी एवं कर्मचारी तैयारी में जुटे हुए हैं।गंगा तट पर श्रद्धालुओं को आसानी से पहुंचने के लिए गंगा तट के निकट बस स्टॉप बनाए जाने के लिए स्थान का चयन कर लिया गया है।ट्रैफिक एवं शांति व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली गई हैं।लाखों की संख्या में गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा स्नान में किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो इसके लिए तैयारी की जा रही।
 
क्या कहती हैं अधिशाषी अधिकारी आरती श्रीवास्तव
नगर पंचायत डलमऊ की अधिशाषी अधिकार आरती श्रीवास्तव ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा मेला को लेकर तैयारियां जोरों से की जा रही है। घाटों एवं मेला मार्गों की साफ सफाई एवं प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है।गंगा में बैरिकेटिंग का कार्य कार्तिक पूर्णिमा स्नान किए दो दिन पूर्व पूरा कर लिया जाएगा।कार्तिक पूर्णिमा मेला को लेकर सभी संबंधित कर्मचारी लगे हुए हैं।कार्तिक पूर्णिमा स्नान पूर्व सारी तैयारियां पूरी कर ली जाएगी।गंगा स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो यह हम सब की प्राथमिकता होगी।

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