कुशीनगर : प्रकृति इंटरनेशनल स्कूल में धूमधाम से मनाया गया तृतीय स्थापना दिवस 

कुशीनगर : प्रकृति इंटरनेशनल स्कूल में धूमधाम से मनाया गया तृतीय स्थापना दिवस 

कुशीनगर। जिले के प्रकृति इन्टरनेशनल स्कूल, चुरामन चक, खोठ्ठा द्वारा आयोजित तृतीय स्थापना दिवस के अवसर पर तीन दिवसीय खेल-कूल प्रतियोगिता बिगुल-2024 का समापन बड़े धूमधाम से रंगारंग कार्यक्रम के साथ किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में मनोज कुमार, संयुक्त आयुक्त, खाद्य एवं रसद, गोरखपुर मण्डल उपस्थित रहे। 

IMG-20241205-WA0012
इस अवसर पर विभिन्न खेलों यथा बाॅलीबाॅल, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, 100 मीटर, 200 मीटर, 500 मीटर की दौड़ एवं इन्डोर गेम में चेस, कैरम, टेबुल टेनिस आदि के फाइनल मैच भी हुये। नन्हें बच्चों द्वारा प्रस्तृत नृत्य, कन्या भ्रूण हत्या पर आधारित नृत्य, शास्त्रीय नृत्य, मानव पिरामिड आदि अत्यन्त सराहनीय रहा। मुख्य अतिथि द्वारा विजेता येलो हाउस को ट््राफी प्रदान की गयी। मुख्य अतिथि द्वारा विद्यालय द्वारा बच्चों के समग्र विकास के लिये जो कार्य किये जा रहे हैं, उनकी सराहना की गयी तथा अपने उद्बोधन में बच्चों को निरन्तर संघर्षशील रहने की प्रेरणा दी गयी। विद्यालय के संस्थापक एवं चेयरपर्सन अरविन्द श्रीवास्तव द्वारा कहा गया कि उनका सपना है कि इस ग्रामीण परिवेश के बच्चों को ऐसी शिक्षा दी जाये कि वे आने वाली प्रत्येक चुनौती का समाना करते हुये अपना कैरियर बना सके। 
 
IMG-20241205-WA0014
विद्यालय के प्राचाय रविकान्त पटेल द्वारा कहा गया कि इस क्षेत्र के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है, बस उसे निखारने की आवश्यकता है। विद्यालय की डाॅयरेक्टर श्रीमती सोनल श्रीवास्तव द्वारा सचिन तेदुलकर की इस लाइन को कोट किया गया कि लाख दलदल हो पर पाॅव मजबूती से जमाये रखना तथा हाथ उठाये रखना। निश्चित ही आप विजेता बनोगो। इस अवसर पर हरप्रीत सिंह एवं मीत, डाॅ0 राजेन्द्र श्रीवास्तव, गिरीश उपाध्याय, पवन भगत, विरेन्द्र सिंह, विजय कुमार वरिष्ठ भाजपा नेता सहित अन्याय गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस शेखर यादव के विवादित भाषण पर संज्ञान लिया सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस शेखर यादव के विवादित भाषण पर संज्ञान लिया
स्वतंत्र प्रभात। ब्यूरो प्रयागराज।     सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज जस्टिस शेखर कुमार यादव द्वारा रविवार को विश्व हिंदू...

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

संजीव -नी।
संजीव-नी।
संजीव-नी|
संजीव-नी|
संजीव-नी।