पार्क में कृत्रिम घास धन की बर्बादी ही होगी
बरसात के दिनों में मैट के नीचे उत्पन्न होंगे तमाम कीड़े
अम्बेडकरनगर।
जिलाधिकारी अविनाश सिंह के जिले में पदभार ग्रहण करने के बाद से ही अनवरत जिले की सुन्दरता में निखार लाने के प्रयास जारी हैं इसी कड़ी में वर्षों से उपेक्षा का शिकार रहा मातृ पितृ भक्त श्रवण कुमार की तपोस्थली श्रवण क्षेत्र में भी आए दिन नए नए विकास एवं सौंदर्यीकरण के कार्य किए जा रहे हैं। जिसमें भगवान श्री राम की प्रतिमा की स्थापना भी की गई है।
जानकारी मिली है कि इस प्रतिमा के चारों तरफ खाली स्थानों पर बाउंड्री वाल बनाकर पार्क विकसित किया जाएगा। इस पार्क में भी पार्क के निर्माण एजेंसी द्वारा अम्बेडकरनगर जिला मुख्यालय पर बने पंडित दीनदयाल उपाध्याय चिल्ड्रन पार्क की तरह पूर्णतया कृत्रिम रूप से लगाए गए मैट की तर्ज पर कुछ दिन सुन्दर लगने वाली घास जैसी दिखाई पड़ने वाली प्लास्टिक की मैट लगाने की तैयारी है।
फिलहाल घास जैसी दिखने वाली प्लास्टिक की मैट पार्क में शुद्ध पर्यावरण के लिए कितना उपयोगी साबित होती है यह किसी से भी छुपा नहीं है। घास जैसी दिखने वाली प्लास्टिक की मैट पर बरसात के मौसम में बारिश होने होने पर उसके नीचे नमी के कारण छोटे-छोटे कीड़े पड़ने की संभावना बनी रहेगी। इस तरह किसी पार्क के लिए सिर्फ धन की बर्बादी से अधिक कुछ नहीं होगी। पार्क को प्राकृतिक बनाना जनमानस के हित में होगा भले ही इसके विकसित होने में थोड़ा समय लगेगा।
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