पडरौना में हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया श्री रामलला का 32वां शौर्य दिवस
काम कोटि छबि स्याम सरीरा नील कंज बारिद गंभीरा। अरुन चरन पंकज नख जोती, कमल दलन्हि बैठे जनु मोती॥
कुशीनगर। तुलसीदास कहते प्रभु राम की मोहित करने वाली छवि का वर्णन करते हैं। लिखते हैं- श्रीराम नीलकमल और गंभीर (जल से भरे हुए) मेघ के समान नील शरीर में करोड़ों कामदेवों की शोभा है। लाल-लाल चरण कमलों के नखों की (शुभ्र) ज्योति ऐसी मालूम होती है जैसे (लाल) कमल के पत्तों पर मोती स्थिर हो गए हों। ये वर्णन उस प्रतिमा में अक्षरशः ढलता दिखता है। मन मोहने वाली कृति श्याम वर्ण की है। जो 5 साल के रामलला के प्रत्यक्ष अंगों को परिभाषित करती है।
उपरोक्त चौपाई की कड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जिला इकाई पडरौना के नेतृत्व में बीते दिन शनिवार को देर रात तक नगर के तिलक चौक स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और श्री हनुमान जी की महाआरती कर शौर्य दिवस मनाया गया। बता दें कि रामजन्मभूमि स्थल पर विवादित ढांचे को आज से 32 वर्ष पूर्व विध्वंस करने की खुशी में तमाम हिन्दू संगठनों द्वारा हर वर्ष शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए आरएसएस के जिला प्रचारक पडरौना अभय ने बताया कि आज के ही दिन कलंकित ढांचे को विध्वंस कर राममंदिर की नींवरखी गयी थी और आज 5 सदियों की प्रतीक्षा के बाद रामलला का भव्य मंदिर बनकर तैयार हुआ है। नगरपालिका परिषद पडरौना अध्यक्ष विनय जायसवाल के प्रतिनिधि मनीष बुलबुल जायसवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि तीन दशक पूर्व हिन्दू वीर कारसेवकों ने विवादित ढांचे का विध्वंश कर सम्पूर्ण हिन्दू समाज को गौरवान्वित किया था। उन्होंने कहा कि आज का हिन्दू अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए जागृत हो चुका है। कार्यक्रम को अन्य प्रबुद्ध जनों ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान पटाखों और मिठाईयां के बीच पूरा इलाका राममय दिखा।
कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम आयोजक संगम चौरसिया, जिला कार्यवाह रविकीर्ति, सह नगर कार्यवाह सुमित, धीरेंद्र सिंह, संगठन मंत्री एबीवीपी अमन, समर तिवारी , शिवम्, संजय, कृष्णदेव, रुद्र, नमन्, आदित्य, सुनील, प्रदीप ओझा, जुगुल किशोर, सतीश,भोला साहा, अभिषेक, कान्हा, दीपक अग्रवाल, नवनीत, गौरव तिवारी, पंकज, कन्हैया, अधिवक्ता निर्मल साहा संजय साहा भोला साहा संतोष चौहान अनुज मिश्रा मंथन सिंह गोपी सहित सैकड़ों हिंदू समाज के लोग उपस्थित रहे।
Comment List