पाठ्येतर क्रिया-कलापों में भाग लेने से ही सर्वांगीण विकास सम्भव

पाठ्येतर क्रिया-कलापों में भाग लेने से ही सर्वांगीण विकास सम्भव

क्रिया-कलापों में भाग लेने से ही सर्वांगीण विकास सम्भव है।


 स्वतंत्र प्रभात 
 


महमूदाबाद, सीतापुर मेंहदी को रचने की कला इसके महत्व को बढ़ा देती है। मेंहदी का प्रयोग शरीर के अंगों को कलात्मकता से सजाने में किया जाता है। पढ़ाई के साथ-साथ पाठ्येतर क्रिया-कलापों में भाग लेने से ही सर्वांगीण विकास सम्भव है।


 जागरूक विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं।यह बात सीता इंटर कालेज के शास्त्री सभागार में मेंहदी प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उपप्रधानाचार्य आरजे वर्मा ने कही। गुरूवार को सम्म्पन्न हुयी मेंहदी प्रतियोगिता में 115 छात्राओं ने प्रतिभाग किया।


 प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग की अनुप्रिया पटेल, वैष्णवी पोरवाल व दीप्ति वर्मा ने सयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्राप्त किया। कालेज की दिव्या गुप्ता व अर्पिता वर्मा ने द्वितीय तथा कशिश सिंह व मुस्कान जायसवाल ने तृतीय स्थान हासिल किया।


 अल्का यादव, निधि यादव व शालिनी वर्मा को सांत्वना पुरस्कार मिला। सीता इंटर कालेज की सीनियर वर्ग की सांस्कृतिक प्रमुख प्रतिभा सिंह ने बताया कि सीनियर वर्ग की छात्राओं की मेंहदी रचाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कालेज के शिक्षक राकेश शुक्ल, रवि नाग, हुस्ना परवीन, एसपी पांडेय आदि का विशेष सहयोग रहा।  

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