बड़ा सवाल! आखिर किसकी सरपरस्ती में बेखौफ हैं खनन माफिया?

आखिर किसके इशारे पर चल रहा है फूलबेहड़ क्षेत्र में अवैध खनन?

बड़ा सवाल! आखिर किसकी सरपरस्ती में बेखौफ हैं खनन माफिया?

फूलबेहड़ के ककरपिट्टा गांव में किसके संरक्षण में चल रहा है अवैध खनन?

 
 
 
स्वतंत्र प्रभात 
 
  • जिम्मेदारों के संरक्षण में फूलबेहड़ के ककरपिट्टा गांव में दिन के उजाले में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन,जिम्मेदार बेखबर!
  • खनन माफिया विभाग की अनुमति के बगैर धड़ल्ले से अवैध खनन कर सरकार को लगा रहें लाखों के राजस्व को चूना
  • रोजाना दर्जनों ट्रैक्टर ट्रॉली लगाकर किया जा रहा अवैध मिट्टी खनन
लखीमपुर-खीरी। भारतीय जनता पार्टी सरकार बनने के बाद जहां उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री 2 योगी आदित्यनाथ से लेकर मंत्री तक परिवर्तन की बात कर रहे हैं, वहीं खीरी जिले में अभी भी छुटभैय्ए दबंगई से इल्लीगल कार्य कर रहे हैं, जिनके ऊपर सत्ता परिवर्तन का कोई असर नहीं दिखाई नहीं पड़ रहा साहब के संरक्षण में दिन के उजाले में खुलेआम अवैध खनन हो रहा है, जबकि डिप्टी सीएम, सीएम खुद अवैध खनन पर सख्ती से रोक लगाए जाने का कई बार आदेश दे चुके हैं जानकारी मुताबिक स्थानीय पुलिस प्रशासन, खनन विभाग एवं स्थानीय लेखपाल के संरक्षण में इन दिनों खुलेआम मिट्टी का अवैध खनन का धंधा जोरों पर है।
 
अधिकारी बने मूकदर्शक.
 
हालांकि अवैध खनन माफियाओं पर सत्ता के साथ ही हाईकोट के प्रतिबंध का भी डर नहीं है, तभी तो प्रतिबंध के बाद भी सेटिंग गेटिंग कर खुलेआम अवैध खनन में लगे हुए हैं। जानकारी मुताबिक खनन माफिया धरती का सीना छलनी कर खनिज विभाग के सभी नियम निर्देशों की धज्जियाँ उड़ाते हुए रैपर , जेसीबी से दिन के उजाले से लगाकर रात के अंधेरे में अवैध खनन कर रहे हैं। पुलिस,राजस्व और खनन विभाग के तीनों जिम्मेदारों से सेटिंग कर खनन माफिया खनिज विभाग की अनुमति के बगैर धड़ल्ले से अपना काम कर खनिज विभाग को लाखों रुपये के राजस्व को चूना लगाकर अपनी और संबंधित अधिकारियों की जेबें भर रहे हैं।
 
सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक यह अवैध खनन का धंधा जनपद के फूलबेहड़ थाना क्षेत्र के पंचायत फूलबेहड़ के मजरा ककरपिट्टा गांव में पूर्व प्रधान मैन भीरी संजय साहब की देख रेख में कई दिनों से चल रहा है स्थानीय चौकी इंचार्ज को अवगत कराया गया किन्तु साहब मौके पर पहुच न पाए हालांकि डायल 112 को अवगत कराने पर इवेंट आई डी- P14032408366 मौके पर पहुंची हालांकि थोड़ी देर बाद अवैध खनन फिर शुरू किया गया हालांकि चाहे सपा की सरकार हो या फिर भाजपा की दोनों ही सरकार में यहां (फूलबेहड़) अवैध खनन का धंधा बेखौफ होकर दिन रात बदस्तूर चल रहा है।
 
हैरानी की बात तो यह कि स्थानीय पुलिस व सम्बधित अधिकारी इस मामले से जानबूझकर अनजान बने हुए हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि अवैध खनन माफिया के ऊपर कहीं न कहीं स्थानीय सत्तापक्ष के सफेदपोश या फिर बड़े अधिकारियों का हाथ है।
 
शायद इसी खास वजह से सम्बंधित प्रशासन कार्रवाई करने में कतरा रहा है। हालांकि इस अवैध खनन माफियाओं के खिलाफ पूर्व प्रभारी निरीक्षक फूलबेहड़ ने अवैध खनन मे लगे वाहनों पर कार्यवाही भी की थी इसके बाद कुछ दिनों अवैध खनन का धंधा बंद रहा लेकिन उनके जाने केे बाद से यह धंधा पुनः बदस्तूर चालू हो गया है। धरती को चीर कर अपने वारे न्यारे कर रहे हैं जिससे राजस्व विभाग को लाखों रूपए का चूना लगा रहा है।विश्वस्त सूत्रों की मानें तो यह अवैध खनन मौखिक खनन के ठेके राजनीतिक और कुछ प्रभावशाली लोगों के इशारे से चल रहा है।
 
 स्थानीय अधिकारियों से लेकर खनिज विभाग में तैनात जिले के आला अधिकारियों तक को इस बात की सूचना होने के बावजूद अभी तक किसी प्रकार की कार्रवाई खनन माफियाओं के खिलाफ नहीं की गई और खनन माफिया द्वारा धड़ल्ले से अवैध मिट्टी का खनन किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि खनन विभाग को इसकी भनक तक नहीं है या ये कहें कि स्थानीय पुलिस,लेखपाल और खनिज इंस्पेक्टर की सरपरस्ती में ही यह खेल खेला जा रहा है। इस अवैध कारोबार में दिन-रात नियमों की अनदेखी कर मिट्टी खनन किया जा रहा है। जबकि पुलिस,राजस्व विभाग एवं खनिज विभाग जानकारी न होने का हवाला देकर चुप्पी साधे हैं और मिट्टी भरी ट्रालियां सड़कों पर फर्राटा भरते हुए  गुजरती हैं।
 
क्या कहते हैं जिम्मेदार 
मामला संज्ञान में आया है, सम्बंधित जिम्मेदार व राजस्व टीम भेजकर स्थलीय निरीक्षण करवाकर अवैध खनन करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
 
सुंदरवल में तालाब पर दिन दहाड़े अवैध कब्जा जिम्मेदारों ने बन्द की आंखें
लखीमपुर खीरी।एक ओर जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करने वालों पर बुलडोजर की कार्रवाई कर सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त कराया जा रहा है तो वहीं, दूसरी ओर लखीमपुर खीरी की तहसील के गांव सुन्दरवल में ही ग्राम प्रधान व जिम्मेदारों की जुगलबंदी से खुलेआम दबंगों द्वारा जमीन कब्जाई जा रही है।
 
बता दें कि जिला प्रशासन ने अब तक एंटी भू-माफिया अभियान के तहत तालाब, चरागाह, ऊसर, बंजर जैसी सरकार की बेशकीमती जमीनें भू-माफियाओं से कब्जामुक्त कराई है। जिसकी कीमत करोड़ों रुपये है, लेकिन फूलबेहड क्षेत्र के गांव सुन्दरवल में सरकारी भूमि पर कब्जा संबंधी शिकायत करने के बाद तालाब की जमीन   भूमि चिंहित कर इसे बेचने वाले प्रधान समेत दबंगों पर कार्रवाई नहीं हुई क्योकि इन तालाब  समेत बेशकीमती सरकारी जमीनों पर  मकान व दूकाने बनी है।
 
सरकारी जमीन के कब्जेदारो की शिकायतें जैसे जैसे हुई हैं वैसे वैसे ऊंचे रसूखदारों के दबाव व धन-बल की परते खुलती जा रही हैं ।इससे साफ जाहिर होता कि प्रधान  व अशोक मिश्रा   निवासी अग्गर थाना फूलबेहड जनपद खीरी की बेचैनी बढ़ रही है फिलहाल  सरकारी मशीनरी का फायदा उठाकर ग्राम पंचायत सुंदरबल में पलिया लखीमपुर मार्ग पर स्थित तालाब के गाटा संख्या जो  तालाब के नाम पर दर्ज कागजात है। उसमे आलीशान कोठी खड़ी कर दी है फिलहाल अवैध कब्जाधारियों की फेहरिस्त लंबी है सरकारी जमीन हड़पने का नया आयाम खुला है जिम्मेदारो की सरपरस्ती में अशोक मिश्रा व अन्य ने तालाब में व्यावसायिक दुकाने खड़ी कर दी है।
 
भूमाफिया सरकार की बेशकीमती जमीनों को अपनी पुस्तैनी जमीन समझकर उस पर दुकानें बनाकर कब्जा ली है सूत्रों से मिली जानकारी मुताबिक ग्राम प्रधान समेत गांव के प्रभावशाली लोगों ने करोड़ों की जमीन कब्जा ली है जो एक निष्पक्ष जांच का विषय है यह जानते हुए जिम्मेदार उच्चाधिकारियों को सच से अवगत कराने की बजाय दूसरे गाटा नंबर की पैमाइश व चिन्हीकरण कर गुमराह करने में जुटे होने के आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाए गए हैं।
 
 

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