क्रूज ने छीना नाविकों का सुख चैन, विरोध में प्रदर्शन
-नाविकों ने लगाया मिनी क्रूज संचालकों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने का आरोप
मथुरा। यमुना में क्रूज का संचालन परंपरागत नाविकों को रास नहीं आ रहा है। नाविक लगातार इसका अपने तरीके से विरोध कर रहे हैं। कई बार क्रूज के संचालन में बाधा पहुंचाने के आरोप भी नाविकों पर लगे हैं। यमुना में मिनी क्रूज के संचालन के विरोध और कू्रज के संचालन में बाधा डालाने के आरोप में मथुरा क्रूज लाइंस के प्रबंधक राहुल शर्मा द्वारा नाविकों के खिलाफ इसी को लेकर एफआईआर दर्ज कराई गयी है। इसी को लेकर लेकर निषाद समाज के लोग नाराज हैं।
इन लोगों ने आंदोलन का ऐलान किया है। हालांकि धरना प्रदर्शन पहले दिन ही अधिकारियों के आश्वाशन के बाद समाप्त हो गया। जिसमें अधिकारियों ने एक पांच सदस्यीय टीम गठित कर तीन दिन के अंदर निस्तारण का भरोसा दिलाया है। वहीं नाविकों के समर्थन में पहुंचे कांग्रेसी नेताओं ने धरने पर बैठे नाविकों को अपना समर्थन दिया है। इधर नाविकों ने चेतावनी दी है कि अगर तीन दिन के अंदर उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो नाविक फिर से धरना शुरू करेंगे। यह उनके परिवार की जीविका से जुड़ा हुआ मुद्दा है।
यहां बताते चले कि ब्रज तीर्थ बिकास परिषद् मथुरा जनपद में पर्यटकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यमुना में क्रूज चलाने का ठेका मथुरा क्रूज लाइन को दिया गया था। जिसका यमुना के घाटों पर नाव चलाने वाले निषाद समाज के लोग शुरू से ही विरोध करते चले आ रहे हैं। मामले को लेकर पूर्व में अधिकारियों के बीच हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि क्रूज का संचालन सिर्फ बुकिंग से होने वाली सवारियों के आधार पर ही किया जाएगा। छोटी नावों का संचालन प्रभावित नहीं होगा।
जिससे न सिर्फ नाविकों की आमदनी बढ़ेगी बल्कि पर्यटक को भी बढ़ावा मिलेगा। अधिकारियों के बीच हुए आपसी सामंजस्य के बाद कुछ महीनों तक तो सब कुछ ठीक चलता रहा लेकिन जैसे ही यमुना के जलस्तर में कमी होने पर मथुरा क्रूज लाइंस द्वारा मिनी क्रूजों को यमुना में उतारा गया तो नाविकों का गुस्सा एक बार फिर सातवें आसमान पर चढ़ गया। जिसे नाविकों का दल उनके साथ हुई वायदा खिलाफी को लेकर जिलाधिकारी से भी मिल कर अपनी समस्या बता चुका है।
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