18 घंटे बाद हुआ जाम समाप्त ,प्रसासन ने ली राहत की सांस

पुलिस आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर जाम को हटाने का प्रयास किया

18 घंटे बाद हुआ जाम समाप्त ,प्रसासन ने ली राहत की सांस

त्रिवेणीगंज, सुपौल बिहार

अनुमंडल  क्षेत्र के  उच्च माध्यमिक विद्यालय गिरीधरपट्टी में एमडीएम बनाने के क्रम में  लगे आग  से झुलसकर हुई रसोईया की मौत मामले में  फिर से  परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए और  रविवार को  पोस्टमार्टम के बाद शव के गिरीधरपट्टी पहूंचने पर ग्रामीणों ने विद्यालय के समीप एकबार फिर से शाम को  सड़क जाम कर दिया।

जाम रविवार की शाम  पांच बजे से सोमवार  11 बजे दिन तक यानि 18 घंटे तक आवागमन पूरी तरह जाम  रखा गया। जाम में शामिल लोग प्रधानाध्यापक को स्थल पर बुलाने, विद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने तथा डीएम को स्थल पर बुलाने सहित उचित मुआवजा  देने की मांग कर रहे थे। फिर से हुए  जाम व प्रदर्शन की सूचना पर रात्र में ही एएसएचओ मो. साहिद पुलिस बल के साथ स्थल पर पहूंचे। पुलिस आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर जाम को हटाने का प्रयास किया लेकिन बिफल साबित हुए।

IMG-20250414-WA0367

परिजन व ग्रामीण पुरी रात शव के साथ जाम स्थल पर डटे रहे। जानकारी के बाद सोमवार को संजीव मिश्रा  भी जाम स्थल पर पहूंचे और परिजनों से मामले की जानकारी ली।  बाद  में सीओ राकेश कुमार, पुलिस अंचल निरीक्षक सुनील कुमार पासवान, थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार,  आदि स्थल पर पहूंच गये और जाम को खत्म कर शव का अंतिम संस्कार के लिए मनाने का अथक प्रयास किया।

कई घंटो तक परिजन व ग्रामीणों से चले वार्ता के दौरान विभागीय प्रावधान के तहत जल्द से जल्द समुचित मुआवजा दिलाने, विद्यालय प्रबंधन के लापरवाही की जांच कर दोषी पाए जाने पर उसके विरुद्ध कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया गया। वार्ता में कई घंटे तक शामिल रहे संजीव मिश्रा ने नीजि स्तर से दाह संस्कार के लिए मृतका अमला देवी के पति धर्मदेव उरांव को 21 हजार नकदी प्रदान कर आगे भी हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया। जिसके बाद आक्रोशित परिजनों का गुस्सा शांत हुआ और शव को  दाह-संस्कार के लिए घर ले गये।

और  18 घंटे से जारी जाम व प्रदर्शन खत्म हो गया। मालुम हो कि स्कूल रसोईया की मौत मामले में रविवार को भी पूर्वाहन काल तीन घंटे तक सड़क जाम किया गया था। जहां विभागीय प्रावधान के तहत परिजनों को चार लाख रूपये अनुदान, मृतका के दो बच्चों को बालिग होने तक पढाई व भरण पोषण के लिए चार चार हजार रूपये प्रतिमाह तथा मृतका के पति को रसोईया के पद पर बहाल करने के आश्वासन के बाद जाम खत्म करवाया गया था। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर असोतल भेजवाया गया था।
फोटो केप्शन

स्वतंत्र प्रभात मीडिया परिवार को आपके सहयोग की आवश्यकता है ।

About The Author

Post Comment

Comment List

No comments yet.

आपका शहर

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel