अजनर विद्यालय में शक्ति मिशन विचार गोष्ठी का आयोजन

अजनर विद्यालय में शक्ति मिशन विचार गोष्ठी का आयोजन

अजनर विद्यालय में शक्ति मिशन विचार गोष्ठी का आयोजन


अजनर ; महोबा । ब्यूरो रिपोर्ट-अनूप सिंह

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोई विद्यार्थी अनपढ़ ना रहे इसलिए विद्यालय के सभी प्रमुख प्रधानाचार्य एवं प्रश्नों को आदेशित और निर्देशित किया गया है कि वह घर घर जाकर स्कूल आने वाले बच्चों को प्रवेश दिलाएं । राजकीय और प्राइवेट स्कूल वाले उत्तर प्रदेश सरकार की योजना को प्रत्येक विद्यालय में लागू करने के लिए
विद्यालय में स्कूल चलो अभियान तथा पर्यावरण संरक्षण स्वच्छता अभियान नारी शक्ति मिशन के संबंध में प्रत्येक शनिवार को बाल सभाएं और विचार गोष्ठी भाइयों कर रहे हैं । श्री सुखानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अजनर शिक्षा संस्थान बुंदेलखंड के समाजसेवी राष्ट्रीय आदर्श शिक्षा रत्न उपाधि से सम्मानित संतोष गंगेले कर्मयोगी के द्वारा विद्यालय में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।

विद्यालय के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य बृज गोपाल राजपूत की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस विचार गोष्ठी जन जागरण अभियान में प्रधानाचार्य , अमर सिंह राजपूत 
शिक्षक गण, योगेश पटैरिया
रामसिंह राजपूत, वीरसिंह राजपूत, राघवेंद्र राजपूत, अभिषेक राजपूत, खुशबू राजपूत, भानुप्रताप परिहार, पन्नालाल विशेष रूप से उपस्थित रहे। सर्वप्रथम विद्यालय की पांच बेटियों का पूजन उनको प्रोत्साहित करने के लिए साहित्य सामग्री देकर सम्मानित किया गया विद्यालय के छात्र छात्राओं को भी मनोबल बढ़ाते हुए उन को प्रोत्साहित किया गया।

      विद्यालय परिसर में सैकड़ों छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। शक्ति मिशन सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर्यावरण संरक्षण शिक्षा संस्कार नैतिक शिक्षा एवं विद्यालय में प्रतिदिन समय सारणी बनाकर पढ़ने और दिनचर्या का काम करने का संकल्प दिलाया गया।
   पूर्व प्रधानाचार्य बृज गोपाल राजपूत ने अपने विचार रखते हुए कहा कि मैंने अपने जीवन काल में परोपकार निस्वार्थ सेवा और देश के प्रति समर्पण करने वाले बुंदेलखंड के समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी द्वारा जो संकल्प कार्य किया जा रहा है वह ऐसा काम मनीषियों महापुरुष करते आ रहे हैं हम उन्हें बुंदेलखंड के महापुरुष के रूप में देखते हैं उनके विचार उनकी भावना देश सेवा राष्ट्रभक्ति हमेशा विद्यार्थियों के लिए है बच्चों को बुंदेलखंडी और साहित्य संस्कारों के बीच नैतिक शिक्षाओं के माध्यम से वह बड़े ही सरल तरीके से समझाते हैं जिससे बच्चों का भविष्य परिवर्तन हो रहा है समाज में सुधार हो रहा है । सुखानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय संस्था के प्राचार्य अमर सिंह राजपूत ने अपने विचार रखते हुए संस्था में पधारे पूर्व प्रधानाचार्य बृज गोपाल राजपूत एवं बुंदेलखंड के समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी का स्वागत और आभार व्यक्त किया।

 

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