G20 देशों के बीच वैश्विक मुद्दों पर सहमति बनाने का प्रयास करेगा भारत: विदेश मंत्री जयशंक 

G20 देशों के बीच वैश्विक मुद्दों पर सहमति बनाने का प्रयास करेगा भारत: विदेश मंत्री जयशंक 

स्वतत्र प्रभात 

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत अपनी अध्यक्षता के दौरान कई वैश्विक मुद्दों पर G20 देशों के बीच आम सहमति बनाने का प्रयास करेगा क्योंकि यह बैठक ‘‘भू-राजनीतिक संकट, खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा और टिकाऊ विकास लक्ष्य की गति’’ के व्यापक संदर्भ में आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत इस अवसर का उपयोग देश के ‘‘थ्री डी’’ यानी डेमोक्रेसी, डेवलपमेंट और डायवर्सिटी (लोकतंत्र, विकास और विविधता) को रेखांकित करने के लिए करेगा। जयशंकर ने राज्यसभा में ‘‘भारत की विदेश नीति में नवीनतम घटनाक्रमों’’ विषय पर एक बयान देते हुए कहा कि सरकार G20 के सभी सदस्यों से भारत की अध्यक्षता में होने वाले इस आयोजन की सफलता के लिए समर्थन और सहयोग भी मांग रही है।

उन्होंने कहा कि G20 बैठकों का आयोजन भारत की मेजबानी में होने वाले ‘‘शीर्ष अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में से एक’’ होगा। विदेश मंत्री ने कहा कि G20 से जुड़ी बैठकें भारत में पहले ही शुरू हो चुकी हैं और देश भर में विभिन्न स्थानों पर 32 विभिन्न क्षेत्रों की ऐसी 200 बैठकों का आयोजन किया जाएगा। जयशंकर ने कहा कि जी-20 की बैठक ‘‘भू-राजनीतिक संकट, खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा और टिकाऊ विकास लक्ष्य की गति और कर्ज के बढते बोझ’’ के व्यापक संदर्भ में आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा प्रयास G20 के भीतर आम सहमति बनाना और विशेष रूप से वैश्विक दक्षिण के मुद्दों को आकार देना और साथ ही इस एजेंडे को आगे बढ़ाना है।’’

 यह समूह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के 85 प्रतिशत, विश्वव्यापी व्यापार के 75 प्रतिशत और वैश्विक आबादी के दो तिहाई हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा है कि भारत को ‘‘आजादी के अमृत महोत्सव’’ में G20 की अध्यक्षता मिलना प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का क्षण है।हाल ही में इंडोनेशिया के बाली में संपन्न G20 की बैठक में भारत ने पूरा समर्थन व सहयोग सुनिश्चित किया था। जयशंकर ने कहा कि ध्रुवीकरण वाले माहौल में सदस्यों के बीच एक साझा आधार खोजने में भारत के योगदान की व्यापक रूप से सराहना की गई।

उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि हम जिम्मेदारी (G20 की अध्यक्षता) संभाल रहे हैं, इसलिए यह भारत की अध्यक्षता की सफलता के लिए सभी जी 20 सदस्यों का समर्थन और सहयोग मांगने का भी समय है।’’ इसके अलावा, उन्होंने उच्च सदन में यह भी बताया कि भारत ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी को अगले साल गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक गणतंत्र दिवस समारोह का सवाल है, हमने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है और उन्होंने विनम्रतापूर्वक निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।’’ इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि काशी को 2022-23 के लिए पहली एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) सांस्कृतिक और पर्यटन राजधानी के रूप में नामित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इससे हमारी सदियों पुरानी ज्ञान विरासत और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने में मदद मिलेगी।’’

 

About The Author

Post Comment

Comment List

No comments yet.

अंतर्राष्ट्रीय

चंद्रयान-5 मिशन भारत और जापान के बीच एक संयुक्त प्रोजेक्ट, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी चंद्रयान-5 मिशन भारत और जापान के बीच एक संयुक्त प्रोजेक्ट, केंद्र सरकार ने दी मंजूरी
चंद्रयान-5 मिशन-  भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष, एस. सोमनाथ ने घोषणा की है कि भारत सरकार ने चंद्रयान-5...

Online Channel