पानी की किल्लत से मुहल्ले वासी परेशान हैंडपंप बोले धड़ाम, पानी के लिए तरसे ग्रामीण

पानी की किल्लत से मुहल्ले वासी परेशान हैंडपंप बोले धड़ाम, पानी के लिए तरसे ग्रामीण

पानी की किल्लत से मुहल्ले वासी परेशान हैंडपंप बोले धड़ाम, पानी के लिए तरसे ग्रामीण


दूर दूर तक जाकर लाना पड़ता पानी, नहाने के लिए जाना पड़ता नहरों में 

पिरौना।  (जालौन)

कोंच विकास खण्ड के आने वाले ग्राम पिरौना में पानी की किल्लत से ग्रामीणजन परेशान पानी लाने के लिए दूर दूर तक जाना पड़ता और पानी के लिए झड़प भी करनी पड़ती ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान ने पहले ठीक करा दिया था लेकिन दो दिन बाद फिर खराब हो गया इसके बाद हम लोगो ने 50-50 रुपये इकट्ठे करके करीब 800 रुपये देकर हैडपम्प को सही करवाया था 

इसके बाद भी पानी नही दे रहा साथ ही बताया कि मंदिर पर चढ़ाने के लिए भी जल नसीब नहीं हो रहा अन्य मुहल्लों में 20 - 20 मीटर की दूरी पर हैंडपंप लगे हैं बालादीन बरार, पुख्खन, चंदा, कैलाश, रामशरण, रानी देवी, मलीदा, महेन्द्र, पर्वत, दुर्गा प्रजापति मिस्त्री, शशि, प्रकाश पुजारी ग्रामीणजनों ने बताया कि पास में मरई माता का मंदिर है यहां पर दूर दूर से श्रद्धालु आते हैं लेकिन यहां का हैंडपंप चार महीनों से खराब पड़ा है कोई सुनने वाला नही ग्रामीणजन ने हैंडपंपों को ठीक कराने की मांग की 

दूर दूर तक जाकर लाना पड़ता पानी, नहाने के लिए जाना पड़ता नहरों में

पंचायत मित्र पंकज सैनी ने बताया कि हमारे ग्राम में 148 हैंडपंप लगे हुए हैं और 10 हैंडपंपों का रिबोर कराया गया है क्या ये वास्तविकता से सही है या कागजो में दर्शाया गया है जब पंचायत मित्र से रिबोर हैंडपंपों को दिखाने के लिए कहा तो उन्होंने पिछले साल कराए गए रिबोर गिना दिए इसवर्ष में कराए गए रिबोर नही है


पानी की टंकी का सहारा भी छीना 

ग्रामीणों ने जब पाइपलाइन लीकेज को ठीक कराने की मांग की तो हमेशा के लिए पानी की सफ्लाई ही बन्द कर दी गई जिससे ग्राम में पानी की किल्लत बढ़ गयी वही ग्रामीणों ने बताया कि पानी की टंकी का पानी कुछ ही मुहल्ले में सफ्लाई होता था लेकिन उसे भी ठीक नही कराया गया

बालादीन बरार ने बताया कि तीन महीने से खराब पड़ा हैंडपंप वही दूसरा भी बोला धड़ाम हैंडपंप को ठीक करने के लिए एकजुट करने पड़ते रुपये तब मिल पाता पानी लेकिन हैंडपंप फिर से हुआ खराब

दूर दूर तक जाकर लाना पड़ता पानी, नहाने के लिए

पुख्खन बरार ने बताया कि नहाने को लेकर पानी के लिए झूझना पड़ता है तो नहरों में नहा लेते हैं लेकिन मंदिर पर चढ़ाने के लिए भी हैंडपंप नही देता पानी
 

दूर दूर तक जाकर लाना पड़ता पानी, नहाने के लिए जाना पड़ता नहरों में

मलीदा ने बताया कि मुहल्ले में 60 घरों के बीच मात्र दो हैंडपंप लगे हैं और वह भी खराब हो चुके हैं अधिकारी भी नही सुनते प्रकाश भगत ने कहा कि इस भीषण गर्मी में एक और बिजली और दूसरी ओर पानी की समस्या से निजात नही मिल रही प्रशासन ने आज तक शिकायत करने पर भी नही ली कोई खबर
 दूर दूर तक जाकर लाना पड़ता पानी, नहाने के लिए

महेंद्र ने बताया कि नहरों में नहाने के लिए भी बड़ा रिस्क है अगर गहराई में चले गए तो जान से हाथ धो बैठेंगे आज के युग मे यह हालत बने हुए हैं कैसे बनेंगे डिजिटल गांव जब अपनो अपनो पर होता रहम हमारे मुहल्ले में दो ही हैंडपंप हैं जबकि अन्य मुहल्लों में जगह जगह हैंडपंप लगे हुए हैं 
 

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