खंड विकास अधिकारी पंचायत सचिव तथा ग्राम प्रधान की मिलीभगत से कागजों पर वही विकास की गंगा

पंचायत राज अधिकारी स्वयं करें टीम गठित करके निष्पक्ष जांच तो होगा बड़ा खुलासा

खंड विकास अधिकारी पंचायत सचिव तथा ग्राम प्रधान की मिलीभगत से कागजों पर वही विकास की गंगा

लखीमपुर खीरी। विकासखंड फूलबेहड की अनोखी ग्राम पंचायत नरहर में महिला ग्राम प्रधान के दबंग पति मुन्ना लाल ने सचिव व खंड विकास अधिकारी से सांठगांठ करके लाखों रुपए की धनराशि का गबन कर लिए जाने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है आजकल यहां का एक नहीं अन्य मामले भी सुर्खियां बने हुए हैं।
 
मुन्नालाल के द्वारा पोषित कुछ दबंग लोगों की दबंगई के आगे कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है कुछ जागरूक ग्रामीणों द्वारा नाम ना छापने की शर्त पर दबी जुबान से बताया गया प्रधान पति ने विकास को आए सरकारी धन से ग्राम पंचायत का विकास ना कराकर खुद का विकास कर लिया नरहर में भले ही एक ईंट न लगी हो और नाहीं एक इंटर लॉकिंग रोड ही बनवाई 15 वें वित्त से आई धनराशि से सोक पिट आदि का निर्माण कार्य नहीं कराया गया।
 
ग्राम पंचायत आज भी अपनी बदहाली एवं प्रधान के भ्रष्टाचार की दास्तां बयां कर रही है न नाली न खड़ंजा नारकीय जीवन जीने को विवश नरहर वासी अगर कुछ विकास हुआ है तो प्रधान जी ने 25 बीघा जमीन खरीद डाली और आलीशान मकान के स्वामी हो गए वाहन एवं अन्य सुख सुविधाएं बना ली इतना ही नहीं अपनी दबंगई से भीमराव अंबेडकर पार्क पर भी जबरन कब्जा करके पक्का मकान और कुछ लोगों से रिश्वत राशि लेकर उनके भी मकान अंबेडकर पार्क व बाजार की आरक्षित भूमि में बनवा दिए।
 
पता नहीं प्रशासन क्यों आंखें बंद किए हुए सब कुछ देख रहा है यदि ग्राम प्रधान की ग्राम पंचायत में कराए गए विकास कार्यों की कराई जाए स्थलीय जांच और तलाशे जाएं इन के आय के स्रोत तो इनके द्वारा किए गए फर्जीवाड़ा वह भ्रष्टाचार का खुलासा होना होगा तय।
 

About The Author

Post Comment

Comment List

आपका शहर

श्रम मानक तय करे सरकार, श्रमिकों का शोषण नहीं किया जाना चाहिए।: सुप्रीम कोर्ट। श्रम मानक तय करे सरकार, श्रमिकों का शोषण नहीं किया जाना चाहिए।: सुप्रीम कोर्ट।
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्रीय जल आयोग द्वारा दो एडहॉक कर्मचारियों को अचानक बर्ख़ास्त कर देने के ख़िलाफ़ याचिका...

अंतर्राष्ट्रीय

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

संजीव-नी।
संजीव-नी।
संजीव -नी।
संजीव-नी।
संजीव-नी|