कृषि विश्वद्यालयों से होकर गुजरेगी प्रदेश में विकास की धारा-  कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह 

कृषि विश्वद्यालयों से होकर गुजरेगी प्रदेश में विकास की धारा-  कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह 

स्वतंत्र प्रभात 
 
मिल्कीपुर।जहां एक तरफ वित्तीय बजट 2022-23 को सबके हित एवं सर्वांगिण विकास में सहायक बताया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार ने किसानों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए चारों कृषि विश्वविद्यालयों के विकास के लिए करोड़ों रुपये का बजट प्रस्तावित किया है। कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने बजट की जमकर प्रशंसा की है। उन्होंने कहा की यह बजट कृषि जगत को आगे बढ़ाने के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक बार फिर अपने बजट से साबित कर दिया कि कृषि क्षेत्र के विकास से यह प्रदेश की तेजी के साथ विकास की राह पर आगे बढ़ेगा। इस बजट के लिए कुलपति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना व कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
 चारों कृषि विश्वविद्यालयों मेरठ, कानपुर, अयोध्या व बांदा को एग्रीटेक स्टार्टप योजना हेतु वित्त मंत्री के बजट में 20 करोड़ रुपये देने की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है। वहीं दूसरी तरफ अवस्थापना कार्यों हेतु चारों विश्वविद्यालयों को लगभग 35 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित है। बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि महाविद्यालय आजमगढ़ में पठन-पाठन का कार्य शुरू हो चुका है। साथ ही गोंडा जनपद में कृषि महाविद्यालय (कैंपस) की स्थापना का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके बन जाने कृषि शिक्षा को और मजबूती मिलेगी। महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुशीनगर की स्थापना हेतु 50 करोड़ रुपये प्रस्तावित किया गया है। वित्तीय बजट में कृषि शिक्षा शोध के लिए भी कई योजनाएं प्रस्तावित की गई हैं।  कुलपति के सचिव डा. जसवंत सिंह व उप कुलसचिव डा. सुशांत श्रीवास्तव ने वित्तीय बजट की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसानों के साथ कृषि शिक्षा के विकास में एक नई दिशा देगा। इस बजट से विश्वविद्यालय के शिक्षकों, वैज्ञानिकों व कर्मचारियों में खुशी व्याप्त है।

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