सचिव अभिषेक उपाध्याय का ग्राम प्रधान से घूस मांगने का ऑडियो वायरल

विकास का नही बल्कि चल रहा चंदे का कारोबार, कागजो पर हो रहे कार्य धरातल पर कोसो दूर

सचिव अभिषेक उपाध्याय का ग्राम प्रधान से घूस मांगने का ऑडियो वायरल

अम्बेडकरनगर। जिले के विकास खण्ड कटेहरी के ग्राम पंचायत नकटहा के प्रधान महेन्द्र सिंह ने दो पक्के कार्यों का इस्टीमेट बनवाया जिसको फारवर्ड करने के लिए सचिव अभिषेक उपाध्याय ने प्रधान से 10000 रुपए की मांग की प्रधान ने बताया कि वो अस्वस्थ है लखनऊ से इलाज चल रहा है अभी पैसा देने की स्थिति में नहीं हैं इसी बात को लेकर बात बढ़ती चली गई। प्रधान ने बताया कि सचिव ने मेरे पास गूगल पे नम्बर भी भेजा और तत्काल पैसा भेजने की बात कही।
 
लेकिन जब प्रधान ने पैसा नही दिया तो बात और बढ़ी और फिर आज बात इतनी बिगड़ गई की प्रधान और सचिव ने आपस में गाली गलौज कर डाला। बता दें कि कि जहां उपचुनाव के चलते प्रदेश का मुखिया स्वयं मान मनौव्वल में लगा है की कोई जन प्रतिनिधि नाराज न होने पाए और जिलाधिकारी अविनाश सिंह खुद सभी प्रधानों को लेकर विकास  कार्य हेतु कटेहरी ब्लॉक में बैठक कर चुके है ऐसे में उनके कर्मचारी कितनी जिम्मेदारी से कार्य कर रहे है ऊपर राम ही जाने।
 
 वायरल ऑडियो में चन्दे की बात भी रखा गया
जहां मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जी विकास का ढिंढोरा पीट रहे हैं वहीं पर विकास के नाम पर ठेगा दिखा रहे हैं जिम्मेदार अधिकारी वायरल ऑडियो में ग्राम प्रधान से ग्राम  सचिव अभिषेक उपाध्याय के चंदे  की बात की आडियो आई सामने एक तरफ उपचुनाव को लेकर विधानसभा में लगातार भाजपा के मंत्रियों का दौरा चल रहा है वहीं पर अगर देखा जाए तो चंदा किस लिए मांगा गया यह सब साफ हो रहा है कि जिले में चंदे का कारोबार चल रहा है। जिस जिले में चंदे पर धंधा होता है उसे जिले का विकास कैसे होगा यह राम भरोसे है।
 
जब पिछला चुनाव 2024 में जो हुआ उसका परिणाम भारतीय जनता पार्टी सह नहीं पाई।आखिर क्या मकसद है जिम्मेदार अधिकारियों का क्या मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को बैक फुट पर खड़ा करना चाहते हैं आखिर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के मंसूबे पर क्यों पानी फेरना चाहते हैं जनपद के जिम्मेदार अधिकारी बहुत से ऐसे सवाल जनता जानना चाहते क्या विकास के रुपए को चंदे के रूप में बंदर बांटकिया जा रहा है फिलहाल देखना या होगा ऐसे अधिकारियों पर क्या एक्शन देखने को मिलता है जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा ?

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