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संपादकीय  स्वतंत्र विचार 

पुस्तकें ज्ञान का स्रोत, मित्र ,मार्गदर्शक, बुद्धिमान सलाहकार।

पुस्तकें ज्ञान का स्रोत, मित्र ,मार्गदर्शक, बुद्धिमान सलाहकार। महात्मा गांधी ने कहा है कि पुराने वस्त्र पहनों पर नई पुस्तकें खरीदोl उन्होंने यह भी कहा कि पुस्तकों का महत्व रत्नों से कहीं अधिक है, क्योंकि पुस्तकें अंतःकरण को उज्जवल करती हैं। सच्चाई भी यही है कि पुस्तकें ज्ञान...
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