हर्षोल्लास के साथ मनाई गई डॉक्टर अंबेडकर की 133 वीं जयंती  

हर्षोल्लास के साथ मनाई गई डॉक्टर अंबेडकर की 133 वीं जयंती  

मिल्कीपुर अयोध्या।आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में रविवार को भारत रत्न बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 133वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई।
 यह कार्यक्रम सामुदायिक महाविद्यालय के प्रेक्षागृह में मनाया गया। जयंती समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कुलपति डॉ बिजेंद्र सिंह ने कहा कि डॉ अंबेडकर ज्ञान के भंडारकर होने के साथ-साथ एक अच्छे समाज सुधारक भी थे।
परिस्थितियों के अनुरूप उन्होंने संविधान की रचना की थी जो आज भी विद्यमान है। डॉ बिजेंद्र ने कहा कि डॉ अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन संघर्ष में बिताया। उनके आदर्शों को सभी को आत्मसात करना चाहिए। 
 डॉक्टर डीके द्विवेदी ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर सामाजिक सुधारक होने के साथ-साथ एक अच्छे लेखक भी थे। वे नौ भाषाओं के जानकार थे और विश्व के सभी धर्मों के रूप में उन्होंने पढ़ाई भी की थी। निदेशक प्रसार डॉ ए पी राव ने कहा कि बाबा साहेब का जीवन शुरू से ही संघर्ष में बीता। शिक्षा के प्रति उनके अंदर एक अलग जुनून था और उन्होंने 36 किताबों को लिखा। 
वहीं दूसरी ओर नगर पंचायत कुमारगंज के अकमा निवासी रामलाल राही की अगवाई में युवा और बुढ़ बुजुर्ग हाथों में नीले झंडे लेकर ओर बाबा साहेब डॉक्टर अंबेडकर अमर रहे और जय भीम के नारे लगाते हुए चल रहे  हैं। इतना ही नहीं डीजे पर युवक फिर रखते भी नजर आ रहे हैं। इससे पहले लोगों ने बाबा साहेब के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए रामजी पाल ने कहा कि बाबासाहेब ने सभी समाज के लोगों के लिए काम करते हुए विश्व का संपूर्ण संविधान दिया है। बाबा साहेब के लिखे हुए संविधान से पूरा देश चल रहा है। हम सभी को उनके आदर्शों व दिखाए गए मार्गो पर चलना चाहिए।
इस मौके पर संतोष कुमार विपिन कुमार, रामतेज चंदन शालू विनय कुमार समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

About The Author

Post Comment

Comment List

अंतर्राष्ट्रीय

भारत ने पाकिस्तान में जासूसी एजेंसी रॉ से हत्याएं कराईंः वॉशिंगटन पोस्ट का दावा। भारत ने पाकिस्तान में जासूसी एजेंसी रॉ से हत्याएं कराईंः वॉशिंगटन पोस्ट का दावा।
स्वतंत्र प्रभात।     अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट का कहना है कि भारत की खुफिया एजेंसी रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) ने...

Online Channel

साहित्य ज्योतिष

संजीव-नी।
संजीव-नी।
संजीव -नी।
संजीव-नी।
संजीव-नी|