जितेंद्र ने अपनी चाची मां की अस्थियों को संगम में किया विसर्जित। 

चाची को हृदय से नहीं  विदा कर पाऊंगा । जितेंद्र तिवारी।

 जितेंद्र ने अपनी चाची मां की अस्थियों को संगम में किया विसर्जित। 

 चाची (मां )को दी  अंतिम श्रद्धांजलि।

प्रयागराज। इफको ऑफिसर्स एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने आज सायं4:00 बजे प्रयागराज केपवित्र संगम में अपनी चाची की अस्थियों को विसर्जित किया। जिनका स्वर्गवास सोमवार  को सायंकाल 5.30 बजे उनके पैतृक गांव मलिकपुर नोनरा में हो गया था। दाह संस्कार परंपरा के अनुसार कादीपुर में गोमती नदी के घाट पर कर किया  गयाथा। श्री तिवारी अपनी चाची जो उनके मां के समान  प्रिय थी की अस्थि कलश को लेकर आज प्रयागराज के पवित्र स्थल संगम में पहुंचे और अंतिम श्रद्धांजलि देते हुए विसर्जित किया। 
 जितेंद्र ने अपनी चाची मां की अस्थियों को संगम में किया विसर्जित। श्री तिवारी अस्थि विसर्जित करते समय बहुत ही भाव विह्वल होते हुए कहा कि यह आज मेरे लिए एक और गहरा और मार्मिक आघात है। , मेरी चाची श्रीमती श्रृंगारी देवी पत्नी  चाचा शशिभूषण तिवारी उर्फ श्रीनेत तिवारी का हम सब को छोड़कर जाना मां तुल्य चाची  अनाथ होने का अहसास करा दिया है । बीते हुए स्मृतियों को याद करते हुए उन्होंनै बताया मां ही जैसी चाची मुझे हमेशा ' भैया ' ही कह कर बुलाती थीं । वह स्नेह और करुणामयी आवाज अव कहा  सुन सकूंगा । ऐसा लगता है कि उनके बिना जीवन कुछ अधूरा और सुनसान सा हो गया है। फिर भी, उनकी यादें और उनके शब्द दिल में हमेशा गूंजते रहेंगे। लेकिन उनके बिना भी उनकी उपस्थिति मेरे दिल में महसूस होती रहेगी।
 
संगम तट पर इफको ऑफिसर्स एशो सिएशन के अध्यक्ष अनुराग तिवारी महामंत्री स्वयं प्रकाश वरिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य संजय अवस्थी पीसी शुक्ला बीके सिंह कर्म चारी संघ के अध्यक्ष पंकज पांडे जयशंकर यादव सूरेंद्र पांडे सत्य प्रकाश टी टू पांडे विनोद कनौजिया अम्बुज शुक्ला देवीदुबे सरताज अहमद सिद्दीकी संजीव सिंह समर  बहादुर एवं  अन्य सैकड़ों लोग मौजूद थे जिन्होंने अस्थि कलश पर श्रद्धा सुमन अर्पित करके अंतिम विदाई दी।
 
 

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