वाह रे सिस्टम!पात्रों को नहीं मिला रहा शौचालय, अपात्रों की मौज

सूत्रों के अनुसार.....गांव में कई ऐसे व्यक्ति जिनके नाम पर दो - दो बार निकल चुकी शौचालय के नाम से राशि

वाह रे सिस्टम!पात्रों को नहीं मिला रहा शौचालय, अपात्रों की मौज

कुछ ऐसे लोगों को योजना का मिला लाभ जो नहीं रहते गांव में

माल, लखनऊ। माल विकासखंड की ग्राम पंचायत मुड़ियारा का एक मामला सामने आया है, जिसमें सूत्रों की मानें तो ग्राम पंचायत में कई ऐसे लोगों मिलेंगे जिनके नाम से दो - दो बार शौचालय के नाम पर राशि दी गई है।तो कई लोग गांव से मुख मोड़ चुके हैं,उनके नाम से भी राशि निकली है। सूत्रों की मानें तो मुड़ियारा ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान,पंचायत सहायक,सहित इसमें कंप्यूटर ऑपरेटर अमित श्रीवास्तव की भी लापरवाही साफ जाहिर हो रही है।सूत्रों की मानें तो ग्राम पंचायत में कई ऐसे व्यक्तियों के नाम दो - दो बार शौचालय के नाम पर सरकारी अन्य तरीखों से हर घर शौचालय योजना में धन का दुरुपयोग किया गया है।
 
इसे अफसरशाही का निकम्मापन कहें या फिर सरकारी धन की बंदरबांट कि जहां में स्वच्छ भारत मिशन दम तोड़ रहा है। खुले में शौच मुक्त का दावा खोखला साबित हो रहा है।पंचायत में हर घर शौचालय निर्माण के नाम पर राशि की बंदरबांट को नकारा नहीं जा सकता है। ग्राम पंचायत सहित सम्पूर्ण ब्लॉक का शौचालय निर्माण संबंधी डाटा को खंगाला जाए तो शायद सैकड़ों फर्जी तरीके से शौचालय निर्माण का मामला सामने आ सकता है। वर्ष 2018 में क्षेत्र को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया था। खुले में शौच से मुक्त के दावे पर सवाल खड़े हो गए हैं।ग्रामीणों ने यह भी अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा लगातार शिकायत की जाती है और जांच के नाम पर लीपापोती कर,मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।

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