अपना दल (एस) ओबरा विधानसभा की महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न
संगठन को मजबूत करने के लिए त्याग और समर्पण की भावना हर कार्यकर्ता और नेता में होनी चाहिए।

संगठन के मजबूती पर जोर
अजीत सिंह ( ब्यूरो रिपोर्ट)
ओबरा /सोनभद्र-
अपना दल (एस) ओबरा विधानसभा की एक महत्वपूर्ण बैठक चिल्ड्रन पार्क, ओबरा में विधानसभा अध्यक्ष प्रभु नाथ खरवार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक का उद्देश्य संगठन को और अधिक सशक्त एवं संगठित बनाना रहा।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय महासचिव (किसान मंच) बी.डी. गौड़ ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन की मज़बूती हर कार्यकर्ता की जिम्मेदारी से तय होती है। जब हर व्यक्ति अपने कार्य को ईमानदारी से निभाता है, तब संगठन अडिग रहता है। हमारे नेता एवं मार्गदर्शक आशीष पटेल ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि प्रत्येक विधानसभा को मजबूत करना है। संगठन को बूथ स्तर तक सक्रिय और सशक्त बनाना है।
इसके लिए प्रत्येक कार्यकर्ता को पूरी ताक़त, ईमानदारी और समर्पण के साथ लगना होगा। संगठन की नींव बूथ पर होती है जब वहाँ से मज़बूती आएगी, तभी हम प्रदेश और देश में बड़ी भूमिका निभा पाएँगे।विशिष्ट अतिथि ज्यूत नारायण पटेल, राष्ट्रीय महासचिव (व्यापार मंच) ने ज़ोर देते हुए कहा कि संगठन की नींव विधानसभा स्तर पर मजबूत गठन से ही पड़ती है।
सबसे पहले आवश्यक है कि हम हर विधानसभा में स्पष्ट और सक्रिय संगठनात्मक ढांचा तैयार करें। पुराने कार्यकर्ताओं का अनुभव संगठन की सबसे बड़ी ताक़त है इन्हें पुनः सक्रिय कर उनकी ऊर्जा और मार्गदर्शन का लाभ लेना होगा। हमारे सामने कई चुनौतियाँ हैं, लेकिन उनसे निपटने के लिए हमें संगठित और एकजुट होना होगा।
नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने का काम सिर्फ एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है यह हर कार्यकर्ता की सामूहिक जिम्मेदारी है। हमें ऐसा संगठन बनाना है जो विचार, निष्ठा और सेवा के मूल्यों पर आधारित हो। जिस दिन हम बूथ स्तर तक सक्रियता ला देंगे, उसी दिन संगठन में नए युग की शुरुआत हो जाएगी।
विशिष्ट अतिथि आनंद पटेल 'दयालु', प्रदेश उपाध्यक्ष (युवा मंच), ने ऊर्जा से भरपूर संबोधन में कहा कि पार्टी सिर्फ एक संगठन नहीं, यह हमारा परिवार है और परिवार में मतभेद हो सकते हैं, मनभेद भी हो सकते हैं, लेकिन जब बात घर को मजबूत करने की हो, तो हर सदस्य अपनी पूरी ताकत झोंक देता है।
यही भावना हमें पार्टी के लिए भी रखनी होगी। अगर किसी व्यक्ति से नाराज़गी है, तो वह व्यक्तिगत हो सकती है लेकिन पार्टी से नाराज़गी नहीं हो सकती, क्योंकि पार्टी तो हमारी पहचान है।उन्होंने जोश और भावुकता के साथ आगे कहा हमें अब सिर्फ कुछ पाने के लिए नहीं, बल्कि कुछ बनाने के लिए काम करना होगा।
संगठन को मज़बूत करने के लिए त्याग और समर्पण की भावना हर कार्यकर्ता और नेता में होनी चाहिए।जब हर कार्यकर्ता अपने आराम, अपने स्वार्थ, अपनी सहूलियतों को छोड़कर संगठन के लिए पसीना बहाता है तभी अपना दल (एस) एक ऐसी ताक़त बनकर उभरता है, जो न केवल सत्ता में भागीदारी करता है, बल्कि जनविश्वास का प्रतीक भी बनता है।
चलो उठो, एक नयी शुरुआत करें। जहाँ हर कार्यकर्ता सिर्फ नेता की नहीं, संगठन की भी रीढ़ बने। जहाँ हर युवा संघर्ष को अपना संस्कार माने। और जहाँ 'अपना दल (एस)' सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि जनआंदोलन की मिसाल बन जाए।
बैठक का संचालन छात्र मंच के जिलाध्यक्ष अभिषेक अग्रहरी ने किया।बैठक में मुख्य रूप से संतोष पटेल , रामलाल प्रजापति , दिनेश केसरी , शिव दत्त दुबे , राजकुमार यादव , जनाब शरीफ खान, विकास कुमार गौड़,शुखम्भर राव , अभिषेक प्रजापति।बैठक के समापन के उपरांत मुख्य अतिथि बी.डी. गौड़ , राष्ट्रीय महासचिव (किसान मंच), नेताजी कॉटन भंडार, ओबरा पहुँचे, जहाँ कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया।
उन्हें अपना दल (एस) का गमछा सप्रेम भेंट स्वरूप पहनाकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान ज्यूत नारायण पटेल (राष्ट्रीय महासचिव, व्यापार मंच) एवं आनंद पटेल 'दयालु' (प्रदेश उपाध्यक्ष, युवा मंच) द्वारा संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।यह क्षण संगठन की एकजुटता, संस्कृति और नेतृत्व के प्रति सम्मान का प्रेरणादायक उदाहरण बना।
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