जल्द ही रहीमाबाद होगा थाना शासन ने दी मंजूरी

जल्द ही रहीमाबाद होगा थाना शासन ने दी मंजूरी

एक व्यापारी कन्हैयालाल गुप्ता की हत्या से आक्रोशित ग्रामीण एवं व्यापार मंडल द्वारा रोड जाम कर पर्दाफाश शीघ्र करने तथा उपरोक्त चौकी को थाना बनाये जाने की मांग वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशुतोष पांडे सहित अन्य  अधिकारियोे  की गयी थी 



स्वतंत्र प्रभात।

रहीमाबाद लखनऊ लगभग तीन दशकों से मलिहाबाद कोतवाली क्षेत्र की प्रस्तावित रहीमाबाद चौकी को थाने का दर्जा मिलने की जानकारी मिलते ही इलाके के लोगो ने ख़ुशी का इजहार किया और मुख्यमंत्री व जनप्रतिनिधियों सहित विभागीय अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया। बतातें चलें कि अंग्रेजी शासनकाल में थाना मलिहाबाद के अन्तर्गत दो पुलिस चौकी माल व रहीमाबाद थी परन्तु वर्ष 1978 में चौकी माल क़ो थाना बना दिया गया साथ ही रहीमाबाद पुलिस चौकी क़ो समाप्त कर दिया

था।वर्ष 1978 मे ही फत्तेपुर निवासी मंशा यादव क़ी डकैती क़े दौरान हत्या हो गयी थी। जनता के आक्रोश प्रदर्शन को देखते हुये प्रशासन ने पुनः उपरोक्त्त पुलिस चौकी की स्थापना करायी। यह पुलिस चौकी रहीमाबाद चौराहे पर एक किराये की दुकान मे थी उसके एक वर्ष बाद पुलिस चौकी पडोसी उन्नाव जिले की जमीन मे खाली दूध डेरी के भवन मे स्थानांतरित हो गयी।सन् 1978 से अब तक यह पुलिस चौकी उसी दूध डेयरी परिसर में संचालित होती चली आ रही परन्तु मरम्मत के अभाव मे दूध डेयरी के भवन की छत गिर गयी तथा शेष अवशेष भवन गिरने के कगार पर है।बरसात के दौरान पानी टपकता है ।यहां पर तैनात पुलिसकमी किसी

तरह कस्बों में किराए का मकान लेकर काम चला रहे है अभी एक साल पहले जन सहयोग से यहाँ एक कार्यलय का निर्माण पूर्व चौकी प्रभारी सुदर्शन सिंह ने कराया था। इस पुलिस चौकी क्षेत्र के अन्तर्गत 10 ग्राम पंचायतों सहित लगभग 100 से अधिक गांव आते है
जनपद की सीमा पर स्थित होने के कारण अति संवेदनशील भी है। इस चौकी की सीमा पर जनपद हरदोई, जनपद उन्नाव की सीमाएं है।अपराधी अपराध कर सीमावर्ती जिलों मे छुप जाते है।साथ ही पीड़ित व्यकित का काफी समय व पैसा खर्च हो जाता है। क्षेत्रीय तत्कालीन विधायक गौरी शंकर ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव उक्त चौकी को थाना बनाये जाने की मांग की थी तब विभागीय अधिकारियों द्वारा चौकी को थाना बनाये जाने की पत्रावलियाा मांगी गई

सीमावर्ती चौकी पर बडे अपराध के बाद कई पुलिस अधिकारीयो ने उक्त चौकी को थाना बनाये जाने का आश्वासन देकर चले गए। चाहे वर्ष 2003 मे डकैती की नियत से आये बदमाशो ने व्यापारी की हत्या का मामला हो या 1995 मे एक सराफा व्यापारी  के यहाँ डकैती का मामला ,फत्तेपुर मे बालक के अपहरण कर हत्या का मामला हो, अधिकारियों का आश्वासन देने के बाद भी इतिश्री कर लेना अभी कुछ साल पहले  एक व्यापारी कन्हैयालाल गुप्ता की हत्या से आक्रोशित ग्रामीण एवं व्यापार मंडल द्वारा रोड जाम कर पर्दाफाश शीघ्र करने तथा उपरोक्त चौकी को थाना बनाये जाने की मांग वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशुतोष पांडे सहित अन्य अधिकारियोे  की गयी थी।

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