विद्युत विभागः मॉर्निंग रेड ने उड़ाई ’चोरों की नींद’

-990 के मामलों में दर्ज कराई गई बिजली चोरी की रिपोर्ट

विद्युत विभागः मॉर्निंग रेड ने उड़ाई ’चोरों की नींद’

-14328 उपभोक्ताओं के बकाया के चलते काटे कनेक्शन

स्वतंत्र प्रभात 
मथुरा। विद्युत विभाग के विशेष अभियान ’मार्निंग रेड’ से चोरी की बिजली जलाने वाले और बिजली जला कर बिल जमा न करने के आदी हो चले उपभोक्ताओं में हड़कंप है। विभाग की ताबड़तोड़ कार्यवाही लगातार जारी है। करीब एक पखवाड़े में ही विभाग ने बकाये पर कनेक्शन विच्छेदन और बिजली चोरी पकडे की बडी कार्यवाही की हैं।

मथुरा में चीफ इंजीनियर संजय कुमार जैन की तैनाती के बाद विभाग की कार्यशैली में बदलाव आया है और कार्यवाही ने गति पकडी है। चीफ इंजीनियर संजय कुमार जैन ने 17 जनवरी को मथुरा में कार्यभार ग्रहण किया। एक फरवरी से विशेष अभियान के तहत मॉर्निंग रेड की शुरुआत की गई। जिसके तहत मात्र 19 दिन के अंदर विद्युत विभाग ने बिजली चोरी और संयोजन विच्छेदन की उतनी कार्यवाही कर डालीं जो पिछले छह महीने में नहीं हुई थीं।

इस अभियान के तहत बिजली चोरों जड़ें हिला दी हैं। वहीं ऐसे बकायेदारों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्यवाही की जा रही है जिन्होंने लम्बे समय से बिल जमा नहीं किए हैं। अभियान के तहत इन करीब 19 दिन में की गई कार्यवाही के दौरान 8 हजार 800 उपभोक्ताओं का लोड बढ़ाया गया है जो 33 सौ 82 किलोवाट है। वहीं 990 बिजली चोरी पकडी हैं, जिनमें 685 चोरी मीटर बाइपास कर की जा रहीं थी।

जबकि 305 मामलों में कटिया डाल की जा रही चोरी पकडी हैं। विभाग की मानें तो इन सभी मामलों में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। वहीं 328 उपभोक्ता ऐसे पाये गये जो घरेलू कनेक्शन का कमर्शियल उपयोग कर रहे थे। इनके कनेक्शनों को कामर्शियल कर दिया गया है। वहीं बकाया जमा नहीं करने पर इस अवधि में 14 हजार 328 उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गये हैं।

बिजली चोरी में यह होती है कार्यवाही
पहली बार कोई बिजली चोरी में पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 135 और दूसरी बार बिजली चोरी में पकड़े जाने पर आईपीसी की धारा 138-बी के तहत मुकदमा दर्ज किया जाता है। इन धाराओं के तहत सजा और जुर्माना दोनों का प्राविधान है।


उपभोक्ता समय से बिल जमा करें जिससे संयोजन विच्छेदन की कार्यवाही से बच सकें। वहीं बिजली चोरी न करें। बिजली के नए कनेक्शन झटपट मिल रहे हैं। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है।  
-संजय कुमार जैन, चीफ इंजीनियर मथुरा

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