कोलकाता मामले में कैंडल जलाकर महिला और पुरुष डाक्टरों ने कहीं बड़ी बात
अयोध्या। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में अस्पताल में काम कर रही मेडिकल स्टूडेंट के साथ हुई दरिंदगी की घटना के अयोध्या के सभी डॉक्टरों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने कैंडल जलाकर जमकर नारेबाजी की । आई एम के बैनर तले प्रदर्शन कर रहे यह सारे डॉक्टर इंसाफ के नारे लग रहे थे । प्रदर्शन के बाद यह सभी लोग कैंडल हाथ में लेकर खड़े हो गए और बात करते हुए बड़े भावुक नजर आए । सुनिए अयोध्या के डाक्टर क्या कुछ कह रहे है और कितनी बड़ी बात कह रहे है। लेकिन इसके पहले यह भी जान लीजिए कि आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर के अयोध्या में भी चिकित्सा और मेडिकल स्टाफ काम पर नहीं रहेगा और हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध भी जताएगा ।
डाक्टर मंजूषा पाण्डेय वह काली रात 9 अगस्त की जिसमें सफेद रंग के अपरन को लाल कर दिया गया और एक 31 साल की महिला जैसा की डॉक्टर मंजूषा ने बताया कि जो इतनी इमेजिंग यंग और इतनी पढ़ने में होशियार थी वह टैलेंटेड थी जिसको एक के साथ इतने लोगों ने संघर्ष किया और उसकी मौत के घाट उतार दिया उसके पेल्विक गिर्डल्स तोड़ दिए उसकी आंखों को जख्मी कर दिया उसके सारे बदन पर इतने सारे जख्म को जिसे देखकर आप परेशान हो जाएंगे अगर आप देखे तो आपकी रूह कांप जाति और यह सब बातें हमारे देश में दोबारा हुई है मैं सोचती थी कि निर्भया वाले केस में जब फांसी हो गई तो अब कोई हिम्मत नहीं करेगा रेप करने की लेकिन अब इतने लोगों ने मिलकर उसके साथ किया प्रशासन ने कोई सुना नहीं उसकी चीखें पुकार जरूर हुई होगी लेकिन उसकी मदद के लिए कोई नहीं था उसके मां-बाप का तड़पना देखकर दर्द होता है
डाक्टर सईदा रिजवी बेरहमी से इतनी क्रूरता से एक पढ़ने वाली बच्ची का मर्डर करना और वह भी जो अपनी इमरजेंसी ड्यूटी में थी भाई मरीजों के लिए ही तो उसकी 36 घंटे की इमरजेंसी ड्यूटी थी एक तरफ आप यह कहते हैं की लड़की पढ़ाओ लड़की बचाओ और एक तरफ आप एक कन्या की इतनी निष्कर्ष हत्या करते हैं आप समझिए कि उसका इतने लोगों ने उसके साथ रेप किया क्या हम लोग की भी आजादी के पहले नहीं देखा अंग्रेजों का समय हमने नहीं देखा है क्या हम लोग जब बचपन में थे तब भी ऐसा था कि स्वतंत्र होने के बाद आज हम लोग का यह हाल है की हमारे देश में हमारी महिलाओं के लिए इज्जत के लिए महाभारत हो जाता था पूरी लंका नष्ट कर दी जाती थी और इस महिला के साथ जिसको हम दुर्गा काली लक्ष्मी करके पूजन करते हैं उसका इतना बुरा हसर होगा यह सच में बहुत ही नंदिनी है
डाक्टर नानक सरन बिल्कुल हमारे चिकित्सा संवर्ग चाहे स्टाफ नर्स हो चाहे डॉक्टर हो चाहे फार्मासिस्ट चाहे वार्ड बाय सबके लिए बिल्कुल एकदम अलग नियम बनना चाहिए पूरे देश में जिससे कभी कोई ऐसी घटना घटे तो उनके ऊपर तुरंत कार्रवाई करके तुरंत निर्णय हो कोई डिले ना किया जाए और जल्दी-जल्दी निर्णय लिया जाए जब कोरोना आया तो हम सबसे आगे लड़े आज हमारी हालत है कि हमारी बहनों के साथ लड़कियों के साथ बलात्कार होता है ऐसा बलात्कार जो आप सुनकर कल्पना नहीं कर सकते हैं मर्डर भी हो जाता है और अभी तक उसमें ऐसी कोई कार्रवाई नहीं हुई जिससे चिकित्सक वर्ग उसमें संतुष्ट हो सके ।
Comment List