डी ए पी खाद के लिए भटक रहे किसान, प्रशासन बना वेपरवाह

साधन समितियों डी ए पी खाद ऊंट के मुंह मे जीरा की तरह हो रही उपलब्ध

डी ए पी खाद के लिए भटक रहे किसान, प्रशासन बना वेपरवाह

गोलाबाज़ार गोरखपुर । गोला तहसील क्षेत्र  की साधन सहकारी समितियों पर हालांकि दो - दो बार खाद आ चुकी है। बहुत से किसान कुछ खाद ले गए हैं । परंतु अधिकांश किसानो  को आवश्यकता के अनुरूप खाद  नहीं मिल पायी है ।जबकि  बहुत से किसान अभी तक एक भी बोरी खाद नहीं पाए हैं ऐसे में खाद के लिए किसान साधन सहकारी समितियों पर  भटकने को मजबूर हैं। प्राप्त बिबरण के अनुसार  जनपद के  दक्षिणांचल के किसान सूखे के प्रकोप की वजह से धान की फसल से लगभग हाथ धो चुके हैं। क्षेत्र के किसानों की अब सारी उम्मीदें गेहूं की फसल पर निर्भर है। लगभग आधा नवंबर माह बीतने जा रहा है ।
 
बहुत से किसान अपने खेतों में पानी भरकर रबी की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं ।लेकिन डीएपी के न मिलने की वजह से किसान अपने खेतों की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं। डीएपी के लिए किसान दर-दर भटकने को मजबूर हैं। तमाम किसानों के खेत तैयार हैं ऐसे में अगर उनको दो-तीन दिन के अंदर डीएपी नहीं मिली तो खेत की नमी उड़ जाएगी और दोबारा किसानों को पुनः खेतों में पानी भरना पड़ेगा। किसानों के खाद की समस्या के बारे में पूछने पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता गोरखपुर नीरज कुमार ने कहा कि दो-तीन दिन में ट्रैक लग जाएगा और जहां खाद नहीं गई होगी वहां पर खाद भेज दी जाएगी।
   
खाद वितरण के दौरान मनबढ़ो ने गोदाम पर ताला लगाया
 रविवार को साधन सहकारी समिति  दुधरा -धुरियापार पर सहायक खाद विक्रेता जितेंद्र और रिंकू पाठक द्वारा अंगूठा लगाकर प्रत्येक किसान को एक या दो बोरी खाद दिया जा रहा था। किसान खाद को ले भी रहे थे। कि इस दौरान कुछ मनबढ़ किस्म के लोग पहुंचकर अपने लिए 25 बोरा खाद रखने की बात करने लगे। सहायक खाद विक्रेता द्वारा वितरण जारी रखने पर कुछ मनबढ़ो ने खाद विक्रेता के साथ गाली गलौज किया जबकि प्रधान प्रतिनिधि धुरियापार रिंटू शाही ने कहा कि मेरी ग्राम पंचायत में खाद बिना मेरी मर्जी के नहीं बटेगी और उन्होंने साधन सहकारी समिति पर ताला लगा दिया।
 
बाद में कुछ लोगों को समझाने बुझाने एवं साधन सहकारी विभाग द्वारा मुकदमा पंजीकृत कराए जाने की चर्चा होने पर प्रधान प्रतिनिधि द्वारा ताला खोल दिया गया। मनबढ़ो की दबंगई देखकर छोटे-छोटे काश्तकार सहमें हुए हैं कि उन्हें कैसे खाद मिलेगी । ग्रामीणों ने मांग किया है कि  प्रशासन द्वारा धुरियापार में खाद वितरण के दौरान पुलिस की व्यवस्था की जाए ताकि छोटे काश्तकारों को भी खाद मिल सके।

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