गंगा किनारे दो अज्ञात शव मिलने से मचा हड़कंप
कहीं दूर से शवों के बहने की आशंका जताई जा रही
लोगों में हत्या कर शव ठिकाने लगाए जाने की भी चर्चा रही
अमित कुमार शुक्ला संवाददाता बीघापुर
बीघापुर(उन्नाव)।
बारा सगवर थाना क्षेत्र के गढ़ेवा में गंगा नदी पर बने पुल के पास दोपहर दो उतराती लाशों के दिखने से लोगों में हड़कंप मचा रहा। कुछ लोग लाशों को हत्या किए जाने के बाद ठिकाने लगाने की चर्चा करते रहे तो वही कुछ लोग गंगा में अंतिम संस्कार के दौरान गंगा में शव प्रवाह किए जाने की चर्चा करते रहे।
गढ़ेवा गांव के सामने गंगा नदी पर बने पुल के पास दो शव अस्तव्यस्त अवस्था में आने जाने वालों को दिखने से हड़कंप मच गया। शव दो से तीन दिन पुराने दिख रहे थे। शव गंगा नदी में किनारे की ओर लग गए हैं। आवागमन कर रहे लोगों द्वारा शव देखे जाने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं स्थानीय लोगो में होती रही। स्थानीय लोगों का मानना है कि गंगा में तेज प्रवाह के चलते पीछे से हत्या कर शव को ठिकाने लगाया गया हो। गढ़ेवा गांव में रहने वाले प्रदीप कुमार शुक्ला, राममिलन सिंह, सुधीर सिंह ने बताया कि बाढ़ के चलते लोगों को अंतिम संस्कार के लिए गंगा के किनारे चिता लगाने व शव गाड़ने की जगह न मिलने के चलते लोग शव को गंगा में प्रवाहित कर रहे है।
जिसके चलते शव बहकर आए हुए लगते है। एसडीएम क्षितिज द्विवेदी ने बताया कि मामला उनकी जानकारी में नही है। पुलिस बल मौके पर भेजकर दिखावाया जा रहा है। किसान मोर्चा के धानीखेड़ा मंडल अध्यक्ष अमित शुक्ला (मोनू) ने बताया कि प्रशासनिक लापरवाही के चलते गंगा में चल रही बाढ़ के कारण अंतिम संस्कार करने वाले लोग बक्सर घाट सहित गंगा के किनारे के सभी घाटों पर शव को गाड़ने के लिए जगह न मिलने के कारण लोग शव को सीधे गंगा में प्रवाहित कर रहे हैं।
प्रशासन को चाहिए की गंगा के तटों पर शव गाड़ने के लिए भूमि चिन्हित करे। समाजसेवी सुभाष वाजपेई ने कहा कि गंगा का जल स्तर बढ़ने से गंगा कटरी क्षेत्र अपराधियों के लिए शव को ठिकाने लगाने का सबसे सुरक्षित क्षेत्र बन गया है।
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